Friday, April 18, 2014

गर्मी का मौसम होने से जलदान श्रेष्ठ

इस माह में गर्मी का मौसम होने से जलदान श्रेष्ठ
है। इस माह में जलदान करने वाला, प्याऊ लगवाने वाला, कुएं
और तालाब बनवाने वाला बहुत पुण्य कमाता है। इसके
पीछे संदेश यही है कि कि मानव ऐसे
आचरण करे, जिससे एक इंसान दूसरे इंसान से भावनाओं और
संवेदनाओं से जुड़ा रहे।
- इंसानों के अलावा अमूक प्राणी और पक्षियों के
जीवन के लिए भी जल बहुत
जरूरी होता है, इसलिए धर्मलाभ के ये आसान
तरीके भी अपनाएं-
- पक्षियों के लिए जलपात्र रखें।
- चींटियों के लिए आटे-गुड़ से
बनी गोलियां डालें।
- मछलियों को दाना दे।
इसके पीछे भाव यह है कि अहं भाव छोड़कर
स्वयं के मन को सुकून देने के साथ
ही दूसरों को भी सुख और तृप्ति दें।
अमुक जीवों को जल और भोजन देना इंसान
को प्रकृति से भी जोड़ता है।
- भूखे को भोजन कराएं, प्यासे को पानी पिलाएं।
- धूप से तपती जमीन से पैरों को बचाने
के लिए पदयात्रियों को जूते-चप्पल या पादुका दान करें।
- ठंडक के लिए पंखा दान दें।
इन आसान कामों से किसी वजह से पूजा-पाठ न कर
पाने के बावजूद धर्म के साथ मानवीय भावनाएं
भी एक-दूसरे तक पहुंचती हैं।
- इनके अलावा सारे तप, यज्ञ, दान और स्नान के साथ भगवान
विष्णु व श्रीकृष्ण की भक्ति, उपासना,
कीर्तन, भजन, मंत्र जप के यथाशक्ति उपाय
अपनाना भी कामनासिद्धि करने वाले और बड़े
ही पुण्यदायी व पापनाशक माने गए हैं।

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