मुकदमा जीतने का उपाय
मित्रों,
कई बार लोग पूछते हैं की हम ऐसे ऐसे मुक़दमे में फंसे
हैं, कई वर्षों से कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहे
है,ं क्या हम जीतेंगे?
या कोई ऐसा उपाय बताइए जिससे हम केस जीत जाएँ।
एक प्रयोग बता रहा हूँ जिसको करके यदि आप
किसी भी प्रकार के मुक़दमे में फंसे हैं
तो आपकी जीत अवश्य होगी।
इसके लिए आपको श्वेतार्क या नीम का कोई ऐसा वृक्ष
ढूँढना होगा जिसे हाथी ने अपनी सूंड से
ही पकड़ कर उखाड़ा हो अथवा चबा कर छोड़ दिया हो।
जब चन्द्र ग्रहण शुरू हो तब आप वहां जाकर तंत्रोक्त विधि से
उस श्वेतार्क या नीम की जड़ ले आयें और
फिर उक्त जड़ को भगवन श्री गणेश
जी की प्रतिमा से स्पर्श करवा करवाएं।
एक लकड़ी की चौकी पर
पीला वस्त्र बिछाकर एक प्लेट पर सिंदूर से स्वास्तिक
का चिन्ह बनायें और उस पर उक्त जड़ को स्थापित करें। फिर
उसका पंचोपचार पूजन करें और फिर निम्न मन्त्र से गणेश
जी का ध्यान करते हुए गुडहल के पुष्प अर्पित करें
सिन्दुराभां त्रिनेत्रं पृथुतजठरं हस्त्पद्मैर्दधानं
दन्तं पशंकुशेष्टान्युरुकरविल्सद्बीजप ूरा- भिरामम।
बालेंदुद्योतिमौलिम करिपतिवद्नम
दानपूरार्द्रगंडम
भोगीन्द्राबद्धभूषम भजत गणपतिम
रक्त्वस्त्रांगरागं।।
निम्न मन्त्र का 11 माला जप करें
" ॐ
श्रीं ह्रीं क्लीं सौं गं महोदराय
महागणपतये नमः।"
तत्पश्चात उक्त मूल को चाँदी के ताबीज में
भरकर लाल कपडे में सिलकर गले में धारण कर लें और प्रतिदिन 3
माला उक्त मन्त्र का जप करें।
जिस दिन मुक़दमे में सुनवाई के लिए जाना हो उस दिन सुबह उक्त
मन्त्र का तीन माला या अधिकाधिक जप करें।
यदि शिखा धारण करते हैं तो ताबीज शिखा में बांध लें
अन्यथा गले में ही पहने रहें। फैसला आपके हक में
होगा।
कुछ लोग हत्थाजोड़ी बेचने के लिए कहते हैं
की ये मुक़दमे में विजय दिलाती है और जज
को भी वश में कर लेती है परन्तु ये
तभी संभव है जब उसे विधिपूर्वक सिद्ध
किया गया हो और लम्बे समय तक उस पर
साधना की गयी हो।
बिना सिद्ध की हुई या मात्र एक दिन पूजन करने से
वो कुछ नहीं करती।
यदि उक्त ताबीज के साथ सिद्ध
हत्थाजोड़ी को निम्न्मंत्र से अभिमंत्रित कर लाल रुमाल में
लपेट के रखें तो जज भी मनोनुकुल रहता है।
प्रतिदिन एक माला जप करे
ं
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं दक्षिणायै
सर्वार्थसाधिनी न्यायाधीशम मम मनोनुकूले कुरु
कुरु स्वाहा।
प्रथम अथवा दोनों प्रयोग साथ कर आप अपने शत्रु
या विरोधियों को कठिन से कठिन न्यायायिक प्रक्रिया में
भी परास्त कर सकते हैं।
हाथी द्वारा उखाड़े श्वेतार्क या नीम के पेड़
को ढूँढना थोडा मुश्किल काम है इसके लिए आप जंगल के
करीब के ऐसे गाँव जहाँ हाथी आते
हों या शहर अथवा चिड़ियाघर के ऐसे स्थान जहाँ महावत
यानि हाथी पालने वाले रहते हों वहां जाकर उनसे
पता करें तो जानकारी या ऐसा पेड़ जरुर मिल जायेगा।
मित्रों,
कई बार लोग पूछते हैं की हम ऐसे ऐसे मुक़दमे में फंसे
हैं, कई वर्षों से कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहे
है,ं क्या हम जीतेंगे?
या कोई ऐसा उपाय बताइए जिससे हम केस जीत जाएँ।
एक प्रयोग बता रहा हूँ जिसको करके यदि आप
किसी भी प्रकार के मुक़दमे में फंसे हैं
तो आपकी जीत अवश्य होगी।
इसके लिए आपको श्वेतार्क या नीम का कोई ऐसा वृक्ष
ढूँढना होगा जिसे हाथी ने अपनी सूंड से
ही पकड़ कर उखाड़ा हो अथवा चबा कर छोड़ दिया हो।
जब चन्द्र ग्रहण शुरू हो तब आप वहां जाकर तंत्रोक्त विधि से
उस श्वेतार्क या नीम की जड़ ले आयें और
फिर उक्त जड़ को भगवन श्री गणेश
जी की प्रतिमा से स्पर्श करवा करवाएं।
एक लकड़ी की चौकी पर
पीला वस्त्र बिछाकर एक प्लेट पर सिंदूर से स्वास्तिक
का चिन्ह बनायें और उस पर उक्त जड़ को स्थापित करें। फिर
उसका पंचोपचार पूजन करें और फिर निम्न मन्त्र से गणेश
जी का ध्यान करते हुए गुडहल के पुष्प अर्पित करें
सिन्दुराभां त्रिनेत्रं पृथुतजठरं हस्त्पद्मैर्दधानं
दन्तं पशंकुशेष्टान्युरुकरविल्सद्बीजप
बालेंदुद्योतिमौलिम करिपतिवद्नम
दानपूरार्द्रगंडम
भोगीन्द्राबद्धभूषम भजत गणपतिम
रक्त्वस्त्रांगरागं।।
निम्न मन्त्र का 11 माला जप करें
" ॐ
श्रीं ह्रीं क्लीं सौं गं महोदराय
महागणपतये नमः।"
तत्पश्चात उक्त मूल को चाँदी के ताबीज में
भरकर लाल कपडे में सिलकर गले में धारण कर लें और प्रतिदिन 3
माला उक्त मन्त्र का जप करें।
जिस दिन मुक़दमे में सुनवाई के लिए जाना हो उस दिन सुबह उक्त
मन्त्र का तीन माला या अधिकाधिक जप करें।
यदि शिखा धारण करते हैं तो ताबीज शिखा में बांध लें
अन्यथा गले में ही पहने रहें। फैसला आपके हक में
होगा।
कुछ लोग हत्थाजोड़ी बेचने के लिए कहते हैं
की ये मुक़दमे में विजय दिलाती है और जज
को भी वश में कर लेती है परन्तु ये
तभी संभव है जब उसे विधिपूर्वक सिद्ध
किया गया हो और लम्बे समय तक उस पर
साधना की गयी हो।
बिना सिद्ध की हुई या मात्र एक दिन पूजन करने से
वो कुछ नहीं करती।
यदि उक्त ताबीज के साथ सिद्ध
हत्थाजोड़ी को निम्न्मंत्र से अभिमंत्रित कर लाल रुमाल में
लपेट के रखें तो जज भी मनोनुकुल रहता है।
प्रतिदिन एक माला जप करे
ं
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं दक्षिणायै
सर्वार्थसाधिनी न्यायाधीशम मम मनोनुकूले कुरु
कुरु स्वाहा।
प्रथम अथवा दोनों प्रयोग साथ कर आप अपने शत्रु
या विरोधियों को कठिन से कठिन न्यायायिक प्रक्रिया में
भी परास्त कर सकते हैं।
हाथी द्वारा उखाड़े श्वेतार्क या नीम के पेड़
को ढूँढना थोडा मुश्किल काम है इसके लिए आप जंगल के
करीब के ऐसे गाँव जहाँ हाथी आते
हों या शहर अथवा चिड़ियाघर के ऐसे स्थान जहाँ महावत
यानि हाथी पालने वाले रहते हों वहां जाकर उनसे
पता करें तो जानकारी या ऐसा पेड़ जरुर मिल जायेगा।
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