Wednesday, July 8, 2020

इत्र से ग्रह शान्ति

यदि आपको लगता है कि कोई ग्रह या नक्षत्र आपकी जिंदगी में परेशानी खड़ी कर रहा है तो आप सुगंध से इन ग्रह नक्षत्रों की बुरे प्रभाव को दूर कर सकते हैं। तो जानिए कि कैसे सुगंध से ग्रहों की शांति की जा सकती है।
सूर्य ग्रह : यदि आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह बुरे प्रभाव दे रहा है तो आप केसर या गुलाब की सुगंध का उपयोग करें। घर के लिए होम प्रेशनर लाएं और शरीर के लिए इस सुगंध का कोई इत्र उपयोग करें।
 
चंद्र ग्रह : चंद्रमा मन का कारण है अत: इसके लिए चमेली और रातरानी के इत्र का उपयोग कर सकते हैं।
 
मंगल ग्रह : मंगल ग्रह की परेशान से मुक्त होने के लिए लाल चंदन का इत्र, तेल अथवा सुगंध का उपयोग कर सकते हैं।
 
बुध ग्रह : बुध ग्रह की शांति के लिए चंपा का इत्र तथा तेल का प्रयोग बुध की दृष्टि से उत्तम ह

गुरु ग्रह : केसर और केवड़े का इत्र के उपयोग के अलावा पीले फूलों की सुगंध से गुरु की कृपा पाई जा सकती है।
 
शुक्र ग्रह : शुक्र को सुधारने के लिए सफेद फूल, चंदन और कपूर की सुगंध लाभकारी होती है। चंपा, चमेली और गुलाब की तीक्ष्ण खुशबू से खराब हो जाता है।
 
शनि ग्रह : शनि के खराब प्रभाव को अच्छे प्रभाव में बदलने के लिए कस्तुरी, लोबान तथा सौंफ की सुगंध का उपयोग कर सकते हैं।
 
राहु और केतु छाया ग्रह : काली गाय का घी व कस्तुरी के इत्र का उपयोग कर राहु ग्रह के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है। यही यह कहीं से उपलब्ध न हो तो घर के शौचालय को साफ सुधरा रख कर घर में प्रतिदिन कर्पूर जलाएं। गुड़ और घी को मिलाकर उसे कंडे पर जलाएं।
ऐसे उपाय या टोटके सही होते हैं जिसने किसी दूसरा का कोई नुकसान न होता हो। हम यहां बता रहे हैं ऐसे उपाय जो ज्योतिष शास्त्र और लाल किताब के विशेषज्ञों द्वारा मान्य और सात्विक हैं।
इत्र एक ऐसा सुगंधित पदार्थ होता है जिसका इस्तेमाल प्राचीनकाल से होता आया है और जिसके इस्तेमाल के कई धार्मिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक महत्व भी है, लेकिन हम यहां इत्र के कुछ एस्ट्रो टिप्स बता रहे हैं जो कि अचूक हैं। ध्यान रखें कभी भी सेंट या इत्र लगाकर न सोएं इससे पारलौकिक शक्तियां आकर्षित होती है।

पति-पत्नी में प्रेम हेतु : पति-पत्नी में प्रेम बना रहे इसके लिए पत्नी बुधवार को तीन घंटे का मौन रखें। इसके बाद शुक्रवार को अपने हाथ से साबूदाने की खीर में मिश्री डालकर बनाए और अपने पति और घर के बाकि सदस्यों को खाने के लिए दें और इसी दिन मंदिर में यहां किसी व्यक्ति को इत्र का दान करें एवं अपने कक्ष में भी इत्र रखें। इस उपाय से दोनों के प्रेम में अवश्य ही वृद्धि होगी और संबंध मजबूत रहेगा।

पति की आयु के लिए : यदि कोई स्त्री लाल सिंदू, इत्र की शीशी, चने की दाल और केसर का दान करें तो इस उपास से उस स्त्री के पति की आयु में वृद्धि होती है।

इत्र की तेज सुगंध : दीपावली के दिन पूजन के समय तेज सुगंध और इत्र का प्रयोग करें। ऐसी मान्यता है कि इस दिन अच्छे और तेज इत्र का प्रयोग करने से लक्ष्मी की कृपा तुरंत प्राप्त होती है और घर में धन संबंधी कभी समस्याएं उत्पन्न नहीं होती।

हनुमानजी को अर्पित करें इत्र : मंगलवार के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। साथ ही चोला चढ़ाते समय एक दीपक हनुमानजी के सामने जला कर रख दें। दीपक में भी चमेली के तेल का ही उपयोग करें।

चोला चढ़ाने के बाद हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें। अब एक साबूत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ व चना रख कर हनुमानजी को इसका भोग लगाएं। इसके बाद वहीं बैठकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें।
 
मंत्र-
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
 
अब हनुमानजी को चढाएं गए गुलाब के फूल की माला से एक फूल तोड़ कर उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रख लें। आपकी तिजोरी में बरकत बनी रहेगी।
 
शुक्र ग्रह की शुभता के लिए : शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि अत्यंत आवश्यक है। जातक या जातिका को परफ्यूम या इत्र का प्रयोग करना चाहिए। इसके आलाव जब भी समय मिले शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को माता लक्ष्मी को इत्र एवं श्रृंगार की वस्तुएं भेट करें। इस उपाय से पति पत्नीं के बीच जहां प्रेम बढ़ेगा वहीं घर में धन एवं समृद्धि भी बरकरार रहेगी।
 
बुध नक्षत्र में जन्मे जातक हेतु : यदि आपका जन्म बुधवार या बुध नक्षत्र को हुआ है तो आप बुधवार के दिन चमेली का तेल या चमेली के इत्र को पीपल के पेड़ पर छिड़के। इससे इस नक्षत्र के लोगों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
 
रोजगार में वृद्धि हेतु : दीपावली पर महालक्ष्मीजी की पूजा के समय मां को एक इत्र की शीशी चढ़ाएं। उसमें से एक फुलेल लेकर मां को अर्पित करें। फिर पूजा के पश्चात् उसी शीशी में से थोड़ा इत्र स्वयं को लगा लें। इसके बाद रोजाना इसी इत्र में से थोड़ा-सा लगा कर कार्य स्थल पर जाएं तो रोजगार में वृद्धि होने लगती है। 

पर्स में रहेगी बरकत : यदि आप चाहते हैं कि आपका पर्स हमेशा नोटो से भरा रहे तो आप अपने भूरे रंग के पर्स में दस रुपए के दो और 20 रुपए का दो नोट चंदन का इत्र लगाकर रखें।

आर्थिक हानी से बचने का उपाय : यदि आपको अचानक धन का नुकसान होता है, तो आप सात शुक्रवार को किन्हीं सात सुहागिनों को अपनी पत्नी के माध्यम से लाल वस्तु उपहार में दें और यदि उपहार में इत्र भी हो तो इस प्रयोग तत्काल ही लाभ मिलता है।

ऑफिस में प्रभाव डालने हेतु : यदि आप अपने ऑफिस के लोगों पर प्रभाव डालना चाहते हैं कि आप मोगरा, रातरानी या चंदन का इस्तेमाल करेंगे तो सभी आपसे खुश रहेंगे।

देवताओं को प्रसंन्न करने हेतु: मंदिर में चंदन, कपूर, चंपा, गुलाब, केवड़ा, केसर और चमेली के इत्र का इस्तेमाल करने से देवी और देवता आपसे प्रसन्न रहते हैं। 

प्रेम विवाह : श्वेत वस्त्र धारण करके किसी भी देव-स्थल पर लाल गुलाब व चमेली का इत्र अर्पित करें। प्रेम-विवाह में लाभ होगा।
 
राहु के उपाय : राहु की हरकतों को शांत करने के लिए जल में चंदन का इत्र डालकर उससे नहाएं। इससे राहु कुछ हद तक शुभ असर देने लगेगा। आपका बाथरूप और टॉयलेट एकदम साफ सुधरा है और उसका प्रभाव घर के अन्य किसी रूप में नहीं पड़ता है तो इससे भी राहु का अशुभ प्रभाव नहीं होगा।