Thursday, November 20, 2014

टोटका वह विज्ञान है

टोटका वह विज्ञान है जिसके संतुलित, समयबद्ध और निरन्तर
प्रयोग करते रहने से समस्याओं का निराकरण संभव हो सकता है।
जो बातें हमारा कार्य सिद्ध करवा देतीं है तथा
हमारी समझ से बाहर हैं, उन्हें हम अलौकिक,
गुहय आदि कह देते हैं। अलौकिक अर्थात् जो हमारे लोक
की न हो। ऐसे ही अलौकिक पदार्थ,
प्रयोग, कर्म जो अल्प समय में और न्यनतम प्रयास द्वारा संपन्न
किए जाते हैं, टोटका कहलाते हैं। इनके फलीभूत होने
के पीछे दो बातें ध्यान में रखना अति आवश्यक
होती हैं। एक तो इनको करते समय कोई टोके
नहीं, दूसरे इनके प्रति पूर्ण रुप से श्रद्धा और
आस्था कर्ता के मन में होनी चाहिए।
आपने प्रायः सुना होगा कि कमर की नस यदि चढ़ जाए,
इसे सामान्य भाषा में ‘चिक चढ़ना’ कहते हैं, तो किसी
ऐसे बच्चे के पैर सात बार पीठ पर लगवाने देने से वह
ठीक हो जाती है जो उल्टे पैर जन्मा हो।
बच्चों को नजर लग जाती है, यह अकाट्य सत्य है।
नजर लगने पर प्रभावित बच्चे के ऊपर से नमक, मिर्च उतार कर
जलाई जाती है। लहसुन की
कली, जायफल, नील कंठ का पर आदि का
नजरबट्टू डालना अथवा उसके माथे पर काजल का टीका
लगा कर नज़र के कुप्रभाव से रक्षा करना सर्वविदित है। काले धागे
को पहनाना तो अधिकांशतः प्रचलित है।
छोटे बच्चे को दॉत निकलने कभी-कभी
असहाय पीड़ा जनित परिस्थिति उत्पन्न हो
जाती है। इसके लिए एक टोटका :- बच्चे के गले में
रोहू मछली के पांच दांत धागे में बांध कर लटकवा
दीजिए, चमत्कारी रुप से आपको लाभ दिखाई
देगा।
कभी-कभी नवजात शिशु नींद
में डर कर चौंक जाते हैं। जैसे किसी भयानक दृश्य से
सहम गये हो। ऐसे बच्चों के गले में लहसुन की चार
पांच कलियां धागे में बांध कर डाल दीजिए। सूखने पर यह
नए से बदल दिया कीजिए। बच्चा नींद में
डरेगा नहीं।
जन्म लेने वाली प्रथम संतान यदि लड़का है तो
उसकी ‘नाल’ उसके छट के कपड़ में बांध कर अपने
पास सुरक्षित रख लें। किसी भी शुभ कार्य
में अथवा अपने इष्ट कार्य की सिद्धी के
लिए घर से निकलते समय उसको भी अपने साथ श्रद्धा
भाव से ले जाया करें। आपका वांछित कार्य अवश्य ही
पूर्ण होगा।
‘बुरी नजर वाले तेरा मुह काला’, ‘बुरी नजर
वाले तेरे बच्चे शराब पिए’, ‘बुरी नजर’, उल्टा हो तुझ
पर असर’, आदि शब्द आपने ट्रकों के पीछे लिखे
अवश्य देखें होगें। दुकानों पर नींबू-मिर्च, भवनों पर
राक्षस के डरावने मुखोट हंडिया, हल्दी
की गांठ, आम के पत्तों की बंदनबार आदि
भी अवश्य देखी होगी। टोटकों
में अविश्वास करने वाला व्यक्ति भी इन्हें
किसी न किसी रुप में प्रयोग करता अवश्य
दिखाई दे जाता है।
नजर के असर को बेअसर करने के लिए लोग अपने-अपने
तरीके से अथवा सुविधा अनुसार कुछ न कुछ उपक्रम
करते रहते हैं। एक बार यह प्रयोग भी करके देखिए
आपको आशातीत लाभ दिखाई देगा।

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