राहु का नवम भाव में फल ,
अग्नि तत्व की राशि में :- विदेश यात्रा ,दाम्पत्य
जीवन सुखी , अल्प संतान
-----------
वायु तत्व की राशि में :- भाई के सुख से
हीन , पत्नी से कम प्रेम , संतान में
परेसानी ----------
पृथ्वी तत्व की राशि में :- भाई के साथ
उन्नति नहीं , संतान सुख में
परेसानी ,धनी -----------
जल तत्व की राशि में :- पिता से वैचारिक
मतभेद ,विदेश यात्रा ,भाग्यवान ---------
हमारा अनुभव :- नवम भाव में राहु संतान सुख
आसानी से नहीं देता है । पिता से
बैचारिक मतभेद हमेसा रहते है । भाई अगर साथ रहता है
तो दोनों को सफलता नहीं मिलती है ,अगर
अलग रहे तो सफल हो सकते है । बहुत
तिकड़मी दिमाग के मालिक होते है । अच्छे लोगो के
साथ रहना बहुत पसंद होता है । कुल मिलाकर बडिया फल
ज्यादा देखने को मिलते है । --------
अग्नि तत्व की राशि में :- विदेश यात्रा ,दाम्पत्य
जीवन सुखी , अल्प संतान
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वायु तत्व की राशि में :- भाई के सुख से
हीन , पत्नी से कम प्रेम , संतान में
परेसानी ----------
पृथ्वी तत्व की राशि में :- भाई के साथ
उन्नति नहीं , संतान सुख में
परेसानी ,धनी -----------
जल तत्व की राशि में :- पिता से वैचारिक
मतभेद ,विदेश यात्रा ,भाग्यवान ---------
हमारा अनुभव :- नवम भाव में राहु संतान सुख
आसानी से नहीं देता है । पिता से
बैचारिक मतभेद हमेसा रहते है । भाई अगर साथ रहता है
तो दोनों को सफलता नहीं मिलती है ,अगर
अलग रहे तो सफल हो सकते है । बहुत
तिकड़मी दिमाग के मालिक होते है । अच्छे लोगो के
साथ रहना बहुत पसंद होता है । कुल मिलाकर बडिया फल
ज्यादा देखने को मिलते है । --------
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