Wednesday, August 13, 2014

वास्तु के अनुसार घर की आतंरिक सज्जा

वास्तु के अनुसार घर की आतंरिक
सज्जा भी है महत्वपूर्ण
1) घर के प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक अथवा 'ॐ'
की आकृति लगाने से घर-परिवार में सुख-
शांति बनी रहती है।
2) जिस भूखंड या मकान पर मंदिर
की पीठ पड़ती है,
वहाँ रहने वाले दिन-ब-दिन आर्थिक व शारीरिक
परेशानियों में घिरते रहते है।
3) समृद्धि की प्राप्ति के लिए नार्थ-ईस्ट दिशा में
पानी का कलश अवश्य रखना चाहिए।
4) घर में ऊर्जात्मक वातावरण बनाने में सूर्य
की रोशनी का विशेष महत्व होता है
इसलिए घर की आंतरिक साज-
सज्जा ऐसी होनी चाहिए कि सूर्य
की रोशनी घर में पर्याप्त रूप में प्रवेश
करे।
5) घर में कलह अथवा अशांति का वातावरण हो तो ड्राइंग रूम में
फूलों का गुलदस्ता रखना श्रेष्ठ होता है।
6) अशुद्ध वस्त्रों को घर के प्रवेश द्वार के मध्य में
नहीं रखना चाहिए।
7) वास्तु के अनुसार रसोईघर में देवस्थान
नहीं होना चाहिए।
8) गृहस्थ के बेडरूम में भगवान के चित्र अथवा धार्मिक
महत्व की वस्तुएँ
नहीं लगी होना चाहिए।
9) घर में देवस्थान की दीवार से शौचालय
की दीवार का संपर्क
नहीं होना चाहिए।

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