तंत्र शास्त्र के अनुसार
किसी भी सिद्धि प्राप्ति या मनोकामना पूर्ति के
लिए चार रात्रियां सर्वश्रेष्ठ हैं पहली है
कालरात्रि (नरक
चतुर्दशी या दीपावली),
दूसरी है अहोरात्रि (शिवरात्रि),
तीसरी है
दारुणरात्रि (होली) व चौथी है
मोहरात्रि अर्थात जन्माष्टमी। अर्थात इन दिनों में
किए गए तंत्र उपाय जरुर सफल होते हैं
- काफी कोशिशों के बाद बाद
भी यदि आमदनी नहीं बढ़
रही है या नौकरी में प्रमोशन
नहीं हो रहा है जन्माष्टमी के दिन
सात कन्याओं को घर बुलाकर खीर या सफेद मिठाई
खिलाएं। इसके बाद लगातार पांच शुक्रवार तक सात कन्याओं
को खीर बांटें।
- जन्माष्टमी से शुरू कर यदि सत्ताइस दिन तक
लगातार नारियल, बादाम मंदिर में चढ़ाते हैं तो यकीन
मानिए सब सुख प्राप्त होंगे। सब कार्य बनते चले जाएंगे।
- यदि आर्थिक परेशानियां लगातार चल
रही हों तो जन्माष्टमी के दिन सुबह
स्नान आदि करने के बाद राधा-कृष्ण मंदिर जाकर दर्शन करें व
पीले फूलों की माला अर्पण करें।
- जीवन में समृद्धि प्राप्त करने के लिए
जन्माष्टमी के दिन से पीले चंदन, केसर,
गुलाबजल मिलाकर माथे पर टीका-
बिंदी लगाएं। प्रत्येक गुरुवार
को ऐसा ही करें।
- निरंतर कर्ज में फंसते जा रहे हों तो श्मशान के कुएं का जल
लाकर किसी पीपल वृक्ष पर चढ़ाएं।
यह उपाय जन्माष्टमी से शुरू किया जाना चाहिए। फिर
नियमित रूप से छह शनिवार यह उपाय करेंगे तो आश्चर्यजनक
परिणाम देखेंगे।
- काम सफल करने के लिए किसी मंदिर में केले के
दो पौधे (नर-मादा) लगा दें। बाद में उसकी नियमित
देखभाल करते रहें। जब पौधे फल देने लगे तो इनका दान करें,
स्वयं सेवन न करें।
- जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण को पान
का पत्ता भेंट करें और उसके बाद इस पत्ते पर
रोली से श्री मंत्र लिखकर
तिजोरी में रख लें।
आपकी तिजोरी की बरकत
बढ़ती रहेगी।
- चंदन की लकड़ी पर
श्री खुदवाकर धन स्थान पर रखें तो धन वृद्धि व
धन की हर तरह से
सुरक्षा होती है।
किसी भी सिद्धि प्राप्ति या मनोकामना पूर्ति के
लिए चार रात्रियां सर्वश्रेष्ठ हैं पहली है
कालरात्रि (नरक
चतुर्दशी या दीपावली),
दूसरी है अहोरात्रि (शिवरात्रि),
तीसरी है
दारुणरात्रि (होली) व चौथी है
मोहरात्रि अर्थात जन्माष्टमी। अर्थात इन दिनों में
किए गए तंत्र उपाय जरुर सफल होते हैं
- काफी कोशिशों के बाद बाद
भी यदि आमदनी नहीं बढ़
रही है या नौकरी में प्रमोशन
नहीं हो रहा है जन्माष्टमी के दिन
सात कन्याओं को घर बुलाकर खीर या सफेद मिठाई
खिलाएं। इसके बाद लगातार पांच शुक्रवार तक सात कन्याओं
को खीर बांटें।
- जन्माष्टमी से शुरू कर यदि सत्ताइस दिन तक
लगातार नारियल, बादाम मंदिर में चढ़ाते हैं तो यकीन
मानिए सब सुख प्राप्त होंगे। सब कार्य बनते चले जाएंगे।
- यदि आर्थिक परेशानियां लगातार चल
रही हों तो जन्माष्टमी के दिन सुबह
स्नान आदि करने के बाद राधा-कृष्ण मंदिर जाकर दर्शन करें व
पीले फूलों की माला अर्पण करें।
- जीवन में समृद्धि प्राप्त करने के लिए
जन्माष्टमी के दिन से पीले चंदन, केसर,
गुलाबजल मिलाकर माथे पर टीका-
बिंदी लगाएं। प्रत्येक गुरुवार
को ऐसा ही करें।
- निरंतर कर्ज में फंसते जा रहे हों तो श्मशान के कुएं का जल
लाकर किसी पीपल वृक्ष पर चढ़ाएं।
यह उपाय जन्माष्टमी से शुरू किया जाना चाहिए। फिर
नियमित रूप से छह शनिवार यह उपाय करेंगे तो आश्चर्यजनक
परिणाम देखेंगे।
- काम सफल करने के लिए किसी मंदिर में केले के
दो पौधे (नर-मादा) लगा दें। बाद में उसकी नियमित
देखभाल करते रहें। जब पौधे फल देने लगे तो इनका दान करें,
स्वयं सेवन न करें।
- जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण को पान
का पत्ता भेंट करें और उसके बाद इस पत्ते पर
रोली से श्री मंत्र लिखकर
तिजोरी में रख लें।
आपकी तिजोरी की बरकत
बढ़ती रहेगी।
- चंदन की लकड़ी पर
श्री खुदवाकर धन स्थान पर रखें तो धन वृद्धि व
धन की हर तरह से
सुरक्षा होती है।
No comments:
Post a Comment