Friday, August 22, 2014

(जन्म कुंडली क्या है)

(जन्म कुंडली क्या है)
जन्म कुंडली आकाश का नक्शा है। जिस समय
किसी बालक का जन्म होता है उस समय आकाश
पर जो जो ग्रह जहां जहां जिस स्थिति में होते हैं, उन्हें
हम यहाँ बैठे बैठे एक कागज पर लिखकर नक्शा सा तैयार कर
लेते हैं, उसे ही जन्म कुंडली कहते
हैं। जन्मकुंडली के 12 खाने होते हैं।
जहां प्रथम लिखा है यह कुंडली का प्रथम
खाना है। खाना कहिये, भाव कहिये, घर कहिये या स्थान कहिये
एक ही बात है।
प्रथम भाव को ही लग्न कहते हैं। जब
जन्मकुंडली अर्थात आकाश
का नक्शा बनाना होता है तो उसे इसी प्रथम भाव से
शुरू करते हैं। लग्न पूर्वीय क्षितिज है। सप्तम
भाव पश्चिमी क्षितिज है। दशम भाव हमारे सिर पर
जो आकाश का भाग है। चतुर्थ भाग हमारे बिल्कुल
नीचे पृथ्वी के नीचे
जो आकाश का भाग हैं।
कुंडली में दिए गए क्रमांक
कुंडली का स्थान प्रदर्शित करते हैं यथा -
जहां प्रथम लिखा है वह प्रथम भाव,
जहां तृतीय लिखा है वह तृतीय भाव।
इसी तरह भावों के नाम लिखे होते ह

No comments:

Post a Comment