कर्ज
॰ व्यक्ति को ऋण मुक्त कराने में यह
टोटका अवश्य सहायता करेगा : मंगलवार
को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर
की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय
नम:´´
मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं।
॰ जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते
हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र´´
का पाठ करना चाहिये। यह पाठ शुक्ल पक्ष के
प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिये।
यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें,
तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य
करना चाहिये।
॰ सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1
चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल
तथा थोड़ा सा गुड़ लें। फिर
किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के
मिन्दर में जा कर
मूर्त्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं
को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ
करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं
को उसमें
डालते रहें। फिर इनको इकट्ठा कर के कहें
की `मेरी परेशानियां दूर हो जाएं
तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह
क्रिया आगामी 7 सोमवार और करें।
कर्जा जल्दी उतर
जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।
॰ सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए
फूल लें। इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद
कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें। इन
पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र
21 बार पढ़ते हुए बांध दें। अब स्वयं जा कर
इन्हें जल में प्रवाहित कर दें। भगवान ने
चाहा तो जल्दी ही कर्ज से
मुक्ति प्राप्त
होगी।
॰ कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष´´
स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ
अमोघ उपाय है।
॰ अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों,
तो श्मशान के कुएं का जल लाकर
किसी पीपल
के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार
किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम
प्राप्त होते हैं।
॰ व्यक्ति को ऋण मुक्त कराने में यह
टोटका अवश्य सहायता करेगा : मंगलवार
को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर
की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय
नम:´´
मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं।
॰ जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते
हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र´´
का पाठ करना चाहिये। यह पाठ शुक्ल पक्ष के
प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिये।
यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें,
तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य
करना चाहिये।
॰ सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1
चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल
तथा थोड़ा सा गुड़ लें। फिर
किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के
मिन्दर में जा कर
मूर्त्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं
को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ
करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं
को उसमें
डालते रहें। फिर इनको इकट्ठा कर के कहें
की `मेरी परेशानियां दूर हो जाएं
तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह
क्रिया आगामी 7 सोमवार और करें।
कर्जा जल्दी उतर
जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।
॰ सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए
फूल लें। इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद
कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें। इन
पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र
21 बार पढ़ते हुए बांध दें। अब स्वयं जा कर
इन्हें जल में प्रवाहित कर दें। भगवान ने
चाहा तो जल्दी ही कर्ज से
मुक्ति प्राप्त
होगी।
॰ कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष´´
स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ
अमोघ उपाय है।
॰ अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों,
तो श्मशान के कुएं का जल लाकर
किसी पीपल
के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार
किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम
प्राप्त होते हैं।
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