Wednesday, August 13, 2014

For Business And Shop

For Business And Shop :
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•काले तिल और सफेद सरसों को व्यवसाय स्थल या दुकान के
मुख्य द्वार पर रख दें। इससे बिक्री बढ़
जाती है।
•यदि दुकान या व्यवसाय ठीक से
नहीं चल रहा हो, तो व्यवसाय स्थल या दुकान के
मुख्य द्वार पर
इमली की लकड़ी की कील
बनाकर खोंस दें। इससे व्यवसाय या दुकान ठीक से
चलने लगती है।
•शनिवार के दिन पान के 8 पत्तों और पीपल के 5
पत्तों को लाल धागे में बांधकर व्यवसाय स्थल
की पूर्व दिशा में लटका दें। इससे व्यवसाय
की गति ठीक हो जाती है।
•यदि व्यवसाय में निरंतर हानि हो रही हो,
तो बरगद के पेड़ की जड़ को रेशमी धागे
से बांधकर दुकान आदि के मुख्य द्वार के समीप
लटका दें। यदि रेशमी धागे को लाल चंदन से रंग
दिया जाए, तो हानि दूर होकर लाभ होने लगता है।
•बुधवार के दिन 7 लड्डू को व्यवसायी के सिर के
चारों ओर सात बार घुमाकर कोई व्यक्ति सूर्योदय से पहले सफेद
गाय को खिलाकर घर लौट आए और इस दौरान पीछे
मुड़कर न देखे, तो व्यवसाय में लाभ होता है।
•थोड़े से कच्चे सूत को शद्ध केसर से रंगते समय “ॐ
महालक्ष्म्यै नम” मंत्र का जप करें। अब इस सूत को अपने
व्यवसाय स्थल या दुकान के मुख्य द्वार पर ऊपर
की ओर टांग दें। व्यवसाय में
तरक्की होगी।
•सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध आदि अर्पित कर रुद्राक्ष
की माला से “ॐ सोमेश्वराय नम:” मंत्र
का एक माला जप करें। इससे व्यवसाय में खूब लाभ होता है।
•पूर्णमासी को जल में थोड़ा दूध मिलाकर
चंद्रमा को अर्घ्य देने और अपने व्यवसाय
की उन्नति की प्रार्थना करने से
चमत्कारिक लाभ होता है।
•शनिवार के दिन पीपल के एक पत्ते को गंगाजल से
धोकर उस पर गायत्री मंत्र की एक
माला का जप करें। फिर उस पत्ते को अपने व्यवसाय या दुकान
की तिजोरी में रख दें। अगले शनिवार
को यह पत्ता पीपल के पेड़ के नीचे
डालकर नया पत्ता लाकर उपरोक्त क्रिया दोहराएं। ऐसा निरंतर करते
रहने से दुकान या व्यवसाय में
वृद्धि होती रहती है।

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