उपाय
1.गोमती चक्र की भस्म शहद मे
मिलाकर पैरो के नाखून मे लगाने के बाद वात का दर्द दूर
होता देखा गया है। साथ ही पैर के अंगूठे मे लगाने
के बाद नेत्र
ज्योति भी बढती देखी गयी है।
2.गोमती चक्र कम कीमत वाला एक
ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी मे
मिलता है। विभिन्न तांत्रिक कार्यो तथा असाध्य रोगों में इसका प्रयोग
होता है। असाध्य रोगों को दुर करने तथा मानसिक शान्ति प्राप्त
करने के लिये लगभग 10 गोमती चक्र लेकर रात
को पानी में डाल देना चाहिऐ। सुबह उस
पानी को पी जाना चाहिऐ । इससे पेट
संबंध के विभिन्न रोग दुर होते है।
3.धन लाभ के लिऐ 11 गोमती चक्र अपने
पुजा स्थान मे रखना चाहिऐ उनके सामने ॐ
श्री नमः का जाप करना चाहिऐ। इससे आप
जो भी कार्य करेंगे उसमे आपका मन लगेगा और
सफलता प्राप्त होगी ।
किसी भी कार्य को उत्साह के साथ करने
की प्रेरणा मिलेगी।
4.गोमती चक्रों को यदि चांदी अथवा किसी अन्य
धातु की डिब्बी में सिंदुर तथा अक्षत
डालकर रखें तो ये शीघ्र फलदायक होते है।
5. यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव
हो तो दो गोमती चक्र लेकर घर के मुखिया के ऊपर
घुमाकर आग में डाल दें तो घर से भूत-प्रेत का उपद्रव समाप्त
हो जाता है।
6.यदि घर में
बीमारी हो या किसी का रोग
शांत नहीं हो रहा हो तो एक
गोमती चक्र लेकर उसे चांदी में पिरोकर
रोगी के पलंग के पाये पर बांध दें।
उसी दिन से रोगी को आराम मिलने
लगता है।
7. प्रमोशन नहीं हो रहा हो तो एक
गोमती चक्र लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा दें
और सच्चे ह्रदय से प्रार्थना करें। निश्चय
ही प्रमोशन के रास्ते खुल जाएंगे।
8. व्यापार वृद्धि के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे
बांधकर ऊपर चौखट पर लटका दें और ग्राहक उसके
नीचे से निकले तो निश्चय ही व्यापार में
वृद्धि होती है।
9. राज्य-सम्मान-प्राप्ति के लिये दो गोमती चक्र
किसी ब्राह्मण को दान में दें
10.॰ पति-पत्नी में मतभेद हो तो तीन
गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में “हलूं बलजाद”
कहकर फेंक दें, मतभेद समाप्त हो जायेगा ।
11. तांत्रिक प्रभाव की निवृत्ति के लिये बुधवार को चार
गोमती चक्र अपने सिर के ऊपर से उबार कर
चारों दिशाओं में फेंक दें ।
12.11 गोमती चक्रों को लाल पोटली में
बाँधकर तिजोरी में अथवा किसी सुरक्षित
स्थान पर सख दें, तो व्यापार उन्नति करता जायेगा
13. यदि शत्रु बढ़ गए हों तो जितने अक्षर का शत्रु का नाम है
उतने गोमती चक्र लेकर उस पर शत्रु का नाम
लिखकर उन्हें जमीन में गाड़ दें तो शत्रु परास्त
हो जाएंगे।
14.यदि आपका बच्चा अधिक डरता हो, तो शुक्ल पक्ष के
प्रथम मंगलवार को हनुमान् जी के मन्दिर में जाकर
एक अभिमंत्रित गोमती चक्र पर
श्री हनुमानजी के दाएं कंधे के सिन्दूर
से तिलक करके प्रभु के चरणों में रख दें और एक बार
श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें । फिर
चक्र उठाकर लाल कपड़े में बांधकर बच्चे के गले में लाल धागे से
पहना दे.
15. पुत्र प्राप्ति के लिए पांच गोमती चक्र लेकर
किसी नदी या तालाब में
हिलि हिलि मिलि मिलि चिलि चिलि हुक पांच बोलकर विसर्जित करें,
पुत्र प्राप्ति की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
16.यदि बार-बार गर्भ गिर रहा हो तो दो गोमती चक्र
लाल कपड़े में बांधकर कमर में बांध दें तो गर्भ गिरना बंद हो जाता
1.गोमती चक्र की भस्म शहद मे
मिलाकर पैरो के नाखून मे लगाने के बाद वात का दर्द दूर
होता देखा गया है। साथ ही पैर के अंगूठे मे लगाने
के बाद नेत्र
ज्योति भी बढती देखी गयी है।
2.गोमती चक्र कम कीमत वाला एक
ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी मे
मिलता है। विभिन्न तांत्रिक कार्यो तथा असाध्य रोगों में इसका प्रयोग
होता है। असाध्य रोगों को दुर करने तथा मानसिक शान्ति प्राप्त
करने के लिये लगभग 10 गोमती चक्र लेकर रात
को पानी में डाल देना चाहिऐ। सुबह उस
पानी को पी जाना चाहिऐ । इससे पेट
संबंध के विभिन्न रोग दुर होते है।
3.धन लाभ के लिऐ 11 गोमती चक्र अपने
पुजा स्थान मे रखना चाहिऐ उनके सामने ॐ
श्री नमः का जाप करना चाहिऐ। इससे आप
जो भी कार्य करेंगे उसमे आपका मन लगेगा और
सफलता प्राप्त होगी ।
किसी भी कार्य को उत्साह के साथ करने
की प्रेरणा मिलेगी।
4.गोमती चक्रों को यदि चांदी अथवा किसी अन्य
धातु की डिब्बी में सिंदुर तथा अक्षत
डालकर रखें तो ये शीघ्र फलदायक होते है।
5. यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव
हो तो दो गोमती चक्र लेकर घर के मुखिया के ऊपर
घुमाकर आग में डाल दें तो घर से भूत-प्रेत का उपद्रव समाप्त
हो जाता है।
6.यदि घर में
बीमारी हो या किसी का रोग
शांत नहीं हो रहा हो तो एक
गोमती चक्र लेकर उसे चांदी में पिरोकर
रोगी के पलंग के पाये पर बांध दें।
उसी दिन से रोगी को आराम मिलने
लगता है।
7. प्रमोशन नहीं हो रहा हो तो एक
गोमती चक्र लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा दें
और सच्चे ह्रदय से प्रार्थना करें। निश्चय
ही प्रमोशन के रास्ते खुल जाएंगे।
8. व्यापार वृद्धि के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे
बांधकर ऊपर चौखट पर लटका दें और ग्राहक उसके
नीचे से निकले तो निश्चय ही व्यापार में
वृद्धि होती है।
9. राज्य-सम्मान-प्राप्ति के लिये दो गोमती चक्र
किसी ब्राह्मण को दान में दें
10.॰ पति-पत्नी में मतभेद हो तो तीन
गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में “हलूं बलजाद”
कहकर फेंक दें, मतभेद समाप्त हो जायेगा ।
11. तांत्रिक प्रभाव की निवृत्ति के लिये बुधवार को चार
गोमती चक्र अपने सिर के ऊपर से उबार कर
चारों दिशाओं में फेंक दें ।
12.11 गोमती चक्रों को लाल पोटली में
बाँधकर तिजोरी में अथवा किसी सुरक्षित
स्थान पर सख दें, तो व्यापार उन्नति करता जायेगा
13. यदि शत्रु बढ़ गए हों तो जितने अक्षर का शत्रु का नाम है
उतने गोमती चक्र लेकर उस पर शत्रु का नाम
लिखकर उन्हें जमीन में गाड़ दें तो शत्रु परास्त
हो जाएंगे।
14.यदि आपका बच्चा अधिक डरता हो, तो शुक्ल पक्ष के
प्रथम मंगलवार को हनुमान् जी के मन्दिर में जाकर
एक अभिमंत्रित गोमती चक्र पर
श्री हनुमानजी के दाएं कंधे के सिन्दूर
से तिलक करके प्रभु के चरणों में रख दें और एक बार
श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें । फिर
चक्र उठाकर लाल कपड़े में बांधकर बच्चे के गले में लाल धागे से
पहना दे.
15. पुत्र प्राप्ति के लिए पांच गोमती चक्र लेकर
किसी नदी या तालाब में
हिलि हिलि मिलि मिलि चिलि चिलि हुक पांच बोलकर विसर्जित करें,
पुत्र प्राप्ति की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
16.यदि बार-बार गर्भ गिर रहा हो तो दो गोमती चक्र
लाल कपड़े में बांधकर कमर में बांध दें तो गर्भ गिरना बंद हो जाता
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