तांबे के लोटे में जल और तिल डालकर करें ये उपाय, बढ़
सकती है इनकम :
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यदि कोई व्यक्ति धन संबंधी, स्वास्थ्य
संबंधी या घर-परिवार से संबंधित परेशानियों से त्रस्त
हैं तो यहां काले तिल के कुछ उपाय बताए जा रहे हैं। काले तिल
के इन उपायों से कुंडली के ग्रह दोष दूर हो सकते
हैं। शनि की साढ़ेसाती, ढय्या, राहु-केतु
के दोष, कालसर्प दोष या पितृ दोष हो तो काले तिल के इन उपायों से
लाभ प्राप्त हो सकता है।
उपाय: तांबे के लोटे में जल भरें और डालें काले तिल
नियमित रूप से ब्रह्ममुहूर्त में उठें, नित्यकर्म से निवृत्त
होकर पवित्र हो जाएं फिर
किसी भी शिव मंदिर जाएं। प्रतिदिन
शिवजी का विधि-विधान से पूजन करें। यदि विधिवत
पूजन करने में असमर्थ हैं तो प्रतिदिन तांबे लोटे में शुद्ध जल
भरें और उसमें थोड़े काले तिल डाल दें। अब इस जल को शिवलिंग
पर ऊँ नम: शिवाय मंत्र जप के साथ चढ़ाएं। ध्यान रखें कि शिवलिंग
पर जल पतली धार से चढ़ाएं और मंत्र का जप करते
रहें।
यदि आप महामृत्युंजय मंत्र का जप करते हैं तो बेहद
फायदेमंद रहता है। ऐसा प्रतिदिन करें। जल चढ़ाने के साथ पुष्प
और बिल्व पत्र भी चढ़ाएं। इस उपाय से शुभ फल
प्राप्त हो सकते हैं।
शनिवार को करें काले तिल से ऐसा स्नान
- शनि दोषों और राहु-केतु के दोषों से बचने के लिए हर शनिवार
नहाने के पानी में थोड़े से काले मिलाएं और फिर उस
जल से स्नान करें। ज्योतिष
की पुरानी मान्यताओं के अनुसार इस
उपाय से शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है।
-
यदि शनि की साढ़ेसाती या ढय्या का समय
चल रहा हो तो किसी पवित्र नदी में
प्रति शनिवार काले तिल प्रवाहित करना चाहिए। इससे शनि के
दोषों की शांति होती है। शिवलिंग पर काले
तिल चढ़ाने चाहिए। इससे शनि के दोष शांत होते हैं।
सकती है इनकम :
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यदि कोई व्यक्ति धन संबंधी, स्वास्थ्य
संबंधी या घर-परिवार से संबंधित परेशानियों से त्रस्त
हैं तो यहां काले तिल के कुछ उपाय बताए जा रहे हैं। काले तिल
के इन उपायों से कुंडली के ग्रह दोष दूर हो सकते
हैं। शनि की साढ़ेसाती, ढय्या, राहु-केतु
के दोष, कालसर्प दोष या पितृ दोष हो तो काले तिल के इन उपायों से
लाभ प्राप्त हो सकता है।
उपाय: तांबे के लोटे में जल भरें और डालें काले तिल
नियमित रूप से ब्रह्ममुहूर्त में उठें, नित्यकर्म से निवृत्त
होकर पवित्र हो जाएं फिर
किसी भी शिव मंदिर जाएं। प्रतिदिन
शिवजी का विधि-विधान से पूजन करें। यदि विधिवत
पूजन करने में असमर्थ हैं तो प्रतिदिन तांबे लोटे में शुद्ध जल
भरें और उसमें थोड़े काले तिल डाल दें। अब इस जल को शिवलिंग
पर ऊँ नम: शिवाय मंत्र जप के साथ चढ़ाएं। ध्यान रखें कि शिवलिंग
पर जल पतली धार से चढ़ाएं और मंत्र का जप करते
रहें।
यदि आप महामृत्युंजय मंत्र का जप करते हैं तो बेहद
फायदेमंद रहता है। ऐसा प्रतिदिन करें। जल चढ़ाने के साथ पुष्प
और बिल्व पत्र भी चढ़ाएं। इस उपाय से शुभ फल
प्राप्त हो सकते हैं।
शनिवार को करें काले तिल से ऐसा स्नान
- शनि दोषों और राहु-केतु के दोषों से बचने के लिए हर शनिवार
नहाने के पानी में थोड़े से काले मिलाएं और फिर उस
जल से स्नान करें। ज्योतिष
की पुरानी मान्यताओं के अनुसार इस
उपाय से शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है।
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यदि शनि की साढ़ेसाती या ढय्या का समय
चल रहा हो तो किसी पवित्र नदी में
प्रति शनिवार काले तिल प्रवाहित करना चाहिए। इससे शनि के
दोषों की शांति होती है। शिवलिंग पर काले
तिल चढ़ाने चाहिए। इससे शनि के दोष शांत होते हैं।
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