दांत साफ करने का प्राचीन तरीका खोल
सकता है किस्मत भी
आपामार्ग (आंधीझाड़ा) की दातुन -
सभी लोगो मे प्रिय होना
अशोक वृक्ष की दातुन-गुणी पुत्र
पीपल वृक्ष की दातुन-समाज में सम्मान
बेर वृक्ष की दातुन - निरोगता
सालवृक्ष की दातुन - सम्मान में वृद्धि
देवदार की दातुन - सम्मान में वृद्धि
जामुन की दातुन - सभी लोगों में प्रिय
होना
अनार की दातुन - सभी लोगों में प्रिय
होना
कदम्ब की दातुन - धनलाभ
कनेर की दातुन - अन्नलाभ
शिरीष (सिरस) और करंज की दातुन -
लक्ष्मीवृद्धि, धन व कार्य सिद्धि,
सभी लोगों में प्रिय होना, अपने जाति बन्धुवर्ग में
मान्यता आदि फल देती हैं।
कत्था व बिल्व की दातुन - ऐश्वर्यवृद्धि
शमी की दातुन - शत्रुओं का नाश
अर्जुन व श्यामा की दातुन से शत्रुओं का नाश
होता है।
कैसे करें सही दातुन का चयन, क्या रखें
सावधानी
1. दातुन का चुनाव करते समय ध्यान रखें
कि किसी अंजान पेड़ की दातुन न लें।
2. पत्ते से युक्त दातुन भी ना लें।
3. सम संख्या में जोड़ दिखाई दे रहा हो, ऐसी दातुन
का प्रयोग भी न करें। 4.
आधी सूखी हुई, बिना छाल
वाली, बीच में से चिरी हुई
दातुन का प्रयोग भी न करें।
सकता है किस्मत भी
आपामार्ग (आंधीझाड़ा) की दातुन -
सभी लोगो मे प्रिय होना
अशोक वृक्ष की दातुन-गुणी पुत्र
पीपल वृक्ष की दातुन-समाज में सम्मान
बेर वृक्ष की दातुन - निरोगता
सालवृक्ष की दातुन - सम्मान में वृद्धि
देवदार की दातुन - सम्मान में वृद्धि
जामुन की दातुन - सभी लोगों में प्रिय
होना
अनार की दातुन - सभी लोगों में प्रिय
होना
कदम्ब की दातुन - धनलाभ
कनेर की दातुन - अन्नलाभ
शिरीष (सिरस) और करंज की दातुन -
लक्ष्मीवृद्धि, धन व कार्य सिद्धि,
सभी लोगों में प्रिय होना, अपने जाति बन्धुवर्ग में
मान्यता आदि फल देती हैं।
कत्था व बिल्व की दातुन - ऐश्वर्यवृद्धि
शमी की दातुन - शत्रुओं का नाश
अर्जुन व श्यामा की दातुन से शत्रुओं का नाश
होता है।
कैसे करें सही दातुन का चयन, क्या रखें
सावधानी
1. दातुन का चुनाव करते समय ध्यान रखें
कि किसी अंजान पेड़ की दातुन न लें।
2. पत्ते से युक्त दातुन भी ना लें।
3. सम संख्या में जोड़ दिखाई दे रहा हो, ऐसी दातुन
का प्रयोग भी न करें। 4.
आधी सूखी हुई, बिना छाल
वाली, बीच में से चिरी हुई
दातुन का प्रयोग भी न करें।
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