सात बार राई वारने से नजर कैसे उतर जाती हैं ?
मित्रों अक्सर हम सुनते है कि जब किसी के नजर लग
जाती है तो उसे कहते हैं
कि अपनी मुट्ठी में राई लेकर सर से सात बार
वार कर फेंक दो।
क्या राई को सात बार वार देने क्या नजर उतर सकती हैं ?
मित्रों राई शूक्ष्म, गोलाकार और कम वजन
की होती हैं, दूसरा इसमें
चुम्बकीय गुण विद्धमान होता हैं। अक्सर आप देखते
होंगे की राई को जब किसी प्लास्टिक बेग में
से निकालते हैं तो राई उस बेग के चिपक जाती हैं।
क्योकि प्लास्टिक से बार-बार घर्षण से उसमे चुम्बकीय
गुण पैदा हो जाता हैं।
अब जब इसे सात बार हमारे शरीर पर से वारा जाता हैं
तब इसका संपर्क हमारे शरीर के आभामंडल से
होता हैं, और लगातार आभामंडल से टकराने से
इसका चुम्बकीय गुण हमारे शरीर के
सातों चक्रों में फेली नकारात्मकता को सोख लेता हैं। सात
बार वारने का मतलब हमारे सूक्ष्म शरीर के
सातों चक्रों का शुद्धिकरण करना होता हैं। सात बार राई को वारने के बाद
उसे घर से कुछ दूर नाली में फेंक दिया जाता हैं।
मित्रों अक्सर हम सुनते है कि जब किसी के नजर लग
जाती है तो उसे कहते हैं
कि अपनी मुट्ठी में राई लेकर सर से सात बार
वार कर फेंक दो।
क्या राई को सात बार वार देने क्या नजर उतर सकती हैं ?
मित्रों राई शूक्ष्म, गोलाकार और कम वजन
की होती हैं, दूसरा इसमें
चुम्बकीय गुण विद्धमान होता हैं। अक्सर आप देखते
होंगे की राई को जब किसी प्लास्टिक बेग में
से निकालते हैं तो राई उस बेग के चिपक जाती हैं।
क्योकि प्लास्टिक से बार-बार घर्षण से उसमे चुम्बकीय
गुण पैदा हो जाता हैं।
अब जब इसे सात बार हमारे शरीर पर से वारा जाता हैं
तब इसका संपर्क हमारे शरीर के आभामंडल से
होता हैं, और लगातार आभामंडल से टकराने से
इसका चुम्बकीय गुण हमारे शरीर के
सातों चक्रों में फेली नकारात्मकता को सोख लेता हैं। सात
बार वारने का मतलब हमारे सूक्ष्म शरीर के
सातों चक्रों का शुद्धिकरण करना होता हैं। सात बार राई को वारने के बाद
उसे घर से कुछ दूर नाली में फेंक दिया जाता हैं।
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