Friday, October 3, 2014

मुख्य द्वार यदि वास्तु के अनुरूप न हो तो

मुख्य द्वार यदि वास्तु के अनुरूप न हो तो आसपास
नक्कशी, बेलबूटे आदि बनवाएं। इसे शुभ
माना जाता है।
•सोने का कमरा अग्नि कोण में हो तो कमरे की पूर्व
दीवार के मध्य में समुद्र का चित्र लगाएं।
•दक्षिणमुखी भवन शुभ
नहीं माना जाता है। यदि भवन इस ढंग का है
तो मुख्य द्वार पर स्वर्ण या पीतल के के
नौ नवग्रह यंत्र मुख्य द्वार पर लगाएं तथा द्वारा के ऊपर
हल्दी का स्वास्तिक बनाएं।
•व्यापार में सफलता के लिए कारोबार स्थल पर सफल और
नामी व्यापारियों के चित्र लगाएं।
•दाम्पत्य जीवन को बेहतर बनाने के लिए सोने के
कमरे में रासलीला करते हुएश्रीकृष्ण
का चित्र लगाएं।
•पढ़ने के कमरे में मां सरस्वती, हंस,
मछली,
वीणा अथवा महापुरुषों की तस्वीर
लगाएं।
•यदि ईशान कोण में शौचालय हो तो उसके बाहर शेर का चित्र
लगाएं।
•रसोईघर में मां अन्नपूर्णा का चित्र लगाना शुभ माना जाता है।
•रसोईघर अग्नि कोण में होना चाहिए।
यदि ऐसा नहीं है तो उस कोण में ऋषि-
मुनियों की तस्वीर लगाएं।
•देवी-देवताओं के साथ
पूर्वजों की तस्वीर कतई न लगाएं।

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