दीपावली पर करेँ वास्तु सुधार
लक्ष्मी जी करेँ बेड़ा पार- 1- यदि घर मेँ
कम काम आनेवाला , किन्तु बाहर नहीँ फेँकने
वाला सामान हो , तो उसे दक्षिण -पश्चिम(नैऋत्य) मेँ एकत्र करके
रखेँ 2- द्वार पर लगे भगवान के चित्रोँ एवं मांगलिक चिन्होँ जैस
स्वास्तिक पंचागुलक को झाड़ पोछकर साफ करेँ फिर इसका पूजन करेँ
। 3- लक्ष्मी पूजन मेँ यथासम्भव कुछ नए नोँट एवं
हो सके तो चांदी के सिक्के रखेँ । इनका उपयोग पूजन के
बाद करेँ , पूजन मेँ रखे जाने वाले चांदि के सिक्के और प्रतिमाओँ
को कच्चे दुध और गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराये । 4-
दीपावली के दिन एवं रात्रि मेँ पूजा स्थान मेँ
चाँदी की कटोरी मे कर्पूर जलायेँ
इससे सभी प्रकार के संकटोँ से निजात
मिलती है । 5- पूजास्थान मेँ
हल्का पीला रंग करवाना चाहिए । यह रंग
बृहस्पति का है । इसके प्रबाव से धनागमन आध्यात्मिक
प्रगति और चित्तशुद्धि होती है ।
लक्ष्मी जी करेँ बेड़ा पार- 1- यदि घर मेँ
कम काम आनेवाला , किन्तु बाहर नहीँ फेँकने
वाला सामान हो , तो उसे दक्षिण -पश्चिम(नैऋत्य) मेँ एकत्र करके
रखेँ 2- द्वार पर लगे भगवान के चित्रोँ एवं मांगलिक चिन्होँ जैस
स्वास्तिक पंचागुलक को झाड़ पोछकर साफ करेँ फिर इसका पूजन करेँ
। 3- लक्ष्मी पूजन मेँ यथासम्भव कुछ नए नोँट एवं
हो सके तो चांदी के सिक्के रखेँ । इनका उपयोग पूजन के
बाद करेँ , पूजन मेँ रखे जाने वाले चांदि के सिक्के और प्रतिमाओँ
को कच्चे दुध और गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराये । 4-
दीपावली के दिन एवं रात्रि मेँ पूजा स्थान मेँ
चाँदी की कटोरी मे कर्पूर जलायेँ
इससे सभी प्रकार के संकटोँ से निजात
मिलती है । 5- पूजास्थान मेँ
हल्का पीला रंग करवाना चाहिए । यह रंग
बृहस्पति का है । इसके प्रबाव से धनागमन आध्यात्मिक
प्रगति और चित्तशुद्धि होती है ।
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