Friday, August 1, 2014

हस्ताक्षर बता देगा आपके बिजनेस पार्टनर के गुण-दोष

हस्ताक्षर बता देगा आपके बिजनेस पार्टनर के गुण-दोष
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हमारी बॉडी लैंग्वेज से हमारे
व्यक्तित्व के बारे में पता लग जाता है। हमारे मन एवं मस्तिष्क
में सोच, विचार, स्वभाव, व्यक्तित्व, अंत:करण, मित्रता, शत्रुता,
दुख, सुख, संयम, परिश्रम की मिली-
जुली स्थितियां निर्मित होती हैं,
जिनकी अभिव्यक्ति हमारे बाह्य
शारीरिक अंगों से प्रदर्शित क्रिया से
पता चलती है। हस्ताक्षर
भी ‍‍मस्तिष्क के आदेश से
ही अंगुलियों द्वारा संपादित होता है। इस वजह से
इस माध्यम से व्यक्ति मनोवृत्ति का पता लगाया जा सकता है।
महर्षि पाराशर ने लघु ग्रंथ 'धीप्र' में अक्षरों के
स्वरूप से उनकी भाषा को स्पष्ट किया हैं। इसे सरल
शब्दों में कह सकते हैं कि आपके अक्षर आपके अपने बारे में
क्या कहते हैं, यह उन्होंने विस्तार से समझाया है। फ्रांस के
विद्वान मिंको ने भी इस विधा पर विशेष अध्ययन
किया है। आइए जाने व्यक्ति के हस्ताक्षर से उसके स्वभाव
के बारे में -
अगर आप किसी के साथ बिजनेस शुरू करने जा रहे
हैं तो सबसे पहले उसका हस्ताक्षर परख लें। हस्ताक्षर
से पता लग जाएगा कि व्यक्ति आपके प्रति ईमानदार होगा या मौके
पर अपने मतलब के लिए साथ छोड़ सकता है। लेखन विज्ञान
यानी कैलीग्राफी के अनुसार
किसी भी व्यक्ति के गुण-दोषों एवं चरित्र
को उसकी हस्ताक्षर से जाना जा सकता है।
मन का आइना है हस्ताक्षर
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व्यक्ति के सूक्ष्म मस्तिष्क में जो भाव रहता हैं वह
उसकी लिखाई में उभर कर आता हैं।
व्यक्ति क्या सोचता है और
उसकी भावना कैसी है यह
व्यक्ति की लिखाई में स्पष्ट नजर आता है। कुछ
कंपनियों ने प्रयोग के तौर पर प्रिंटेड रिज्यूम के साथ हाथ से
लिखा रिज्यूम मांगना अथवा फार्म भरवाना शुरु किया है।
कंपनी के कैलिग्राफ एक्सपर्ट लिखावट देखकर जांच
करते हैं कि व्यक्ति का चरित्र और उसकी सोच
कैसी है।
काम को बीच में छोड़ने वाले
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बहुत से व्यक्ति जब साईन करते हैं तो पहल अक्षर
बड़ा होता है और धीरे-धीरे अक्षर छोटे
होते चले जाते हैं।
ऎसा व्यक्ति किसी भी कार्य
की शुरुआत बड़े ही जोश के साथ
करता हैं। लेकिन धीरे-धीरे
इनकी उर्जा में कमी आने
लगती है और काम में उनकी रूचि कम
हो जाती है। ऐसे लोग एक काम को पूरा किये
बिना दूसरे काम में लग सकते हैं।
जिम्मेदारियों से कन्नी काटने वाले
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कई व्यक्ति हस्ताक्षर में अपना सरनेम
नहीं लगाते हैं। ऎसा व्यक्ति परिवार एवं
किसी अन्य के प्रति जिम्मेदार
नहीं होता है। ऐसे लोग अपने अपने मतलब
की और अपने बारे में सोचते हैं। यह
जीवन में अकेले ही आगे बढ़ने
की चाहत रखते हैं। व्यवहार
कुशलता की कमी के कारण कई बार यह
समाज और परिवार से अलग-थलग हो जाते हैं।
जो व्यक्ति अपने सरनेम के साथ पूरा हस्ताक्षर करता हैं वह
जिम्मेदार होता है। ऐसे लोग अपने से जुड़े
लोगों की सुख-सुविधाओं का ध्यान रखते हैं।
व्यवहार कुशलता के कारण इन्हें समाज और परिवार से सहयोग
मिलता है।
भीड़ में पहचान कायम करना
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कई व्यक्तियों की आदत होती है
कि हस्ताक्षर करने के बाद नीचे एक लाईन
खींच देते हैं। ऐसा व्यक्ति भीड़ में
अपनी पहचान बनाने वाला होता है।
किसी पार्टी अथवा उत्सव में अगर कोई
इन पर ध्यान नहीं देता है तो लोग का ध्यान
अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश
करते हैं। लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है
कि लाईन खीचने पर कोई अक्षर कट
रहा हो तो यह अच्छा नहीं होता है।
ऐसा व्यक्ति अपने निर्णय के कारण कई बार खुद का नुकसान कर
बैठते हैं।
चतुराई से काम लेने की फितरत
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कुछ लोग अपने साईन के पहले अक्षर के ऊपर एक
गोला बना देते हैं। ऐसे व्यक्ति चतुराई से काम लेते हैं। यह
किसी भी क्षेत्र में काम करे अपने
चारों ओर पहले से ही एक सुरक्षा चक्र बनाकर
चलते है ताकि कोई उनके या उनके काम पर
अंगुली ना उठा सके।
1. जिस व्यक्ति के सिग्नेचर में अक्षर नीचे से
ऊपर की ओर जाते हैं तो वह ईश्वर पर
आस्था रखने एवं आशावादी होता है।
2. ऊपर से नीचे की ओर सिग्नेचर
करने वाले नकारात्मक विचारों वाले एवं अव्यावहारिक होते हैं।
इनकी मित्रता कम लोगों से रहती है।
3. सरल रेखा में हस्ताक्षर करने वाले सरल स्वभाव और साफ
दिल के रहते हैं, लेकिन इनका स्वभाव तार्किक रहता है।
4. अंत में डॉट या डेश लगाने वाले व्यक्ति डरपोक, शंकालु
प्रवृत्ति के होते हैं।
5. पेन पर जोर देकर लिखने वाले भावुक, उत्तेजक,
हठी और स्पष्टवादी होते हैं।
6. बिना पेन उठाए एक ही बार में पूरा शब्द लिखने
वाले रहस्यवादी, गुप्त प्रवृत्ति एवं ‍वाद-विवादकर्ता
होते हैं।
7. अवरोधक चिह्न लगाने वाले व्यक्ति कुंठाग्रस्त, सामाजिकता व
नैतिकता की देते हैं एवं
आलसी प्रवृत्ति के होते हैं।
8. जल्दी से हस्ताक्षर करने वाले कार्य को गति से
हल करने व तीव्र तात्कालिक बुद्धि वाले होते हैं।
9. शिरो रेखा से हस्ताक्षर जागरूक, सजग एवं
बुद्धि का सही उपयोग करने वाले होते हैं।
10. स्पष्ट सिग्नेचर करने वाले खुले मन के, विचारवान
तथा पारदर्शी प्रवृत्ति कार्य करने वाले होते

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