कबूतर को दाना डालने की | कबूतर को दाना डालना एक
पुण्य का काम है | लेकिन इसमें कुछ
सावधानी रखनी चाइए | अपने
सुना होगा या नहीं सुना होगा की कभी भी घर
की छत पे कबूतर को दाना न डाले | अपने आँगन में
या balconi में या घर से बाहर डाले लेकिन घर
की छत पर नहीं | आइये जानते है ,
इसका ज्योतिषीय कारण| जनाम्कुंक्ली में
बुध और rahu का खराब मेल बहुत बुरा होता है |
यदि जन्मकुंडली में बुध और rahu का खराब मेल
हो तों इन्सान के हाल पागलो की तरह
भी हो सकता है , जेल तक
भी जा सकता है | ऐसे में हम
अपनी हरकतों से भी बुध और rahu
को एक कर दे या इनको और ख़राब कर दे
तों बुरा नतीजा मिलता है |ज्योतिष में कबूतर
हो गया बुध और छत हो गयी rahu | अब ऐसे
लोग जब छत पे दाना डालते है तों छत पर कबूतर आते है
तों एक तरह से बुध और rahu का मेल हो गया. लेकिन कबूतर
तों फिर भी दाना खा कर चले जायेगे ,
वो तों चिंता की बात नहीं लेकिन जब
वहां कबूतर आयेगे तों अपने मल से छत
को गन्दी कर देगे| छत यानि rahu ख़राब
हो जायेगा और बुरा नतीजा मिलेगा | ये
तों हो गया इसका कारण | इसीलिए छत पर
दाना नहीं डालना चाइए | जिन लोगो के पास छत पर
डालने के अलावा और कोई चारा नहीं है , वो मेरा ये
आर्टिकल पढ़ कर कबूतर को दाना डालना बंद न करे और मुझे पाप
का भागी न बनाये | उसका भी एक
तरीका है | वो लोग कबूतर के जाने के तुरंत बाद छत
को अच्छे से धो दे | अब बुध और rahu की बात
चली है तों २ बाते और | ऐसे लोगो को टॉयलेट के साथ
सीढ़ी नहीं रखनी चाइए
क्योंकि टॉयलेट हो गया rahu और
सीढ़ी हो गयी बुध |
दोनों मिल जायेगे | दूसरा की बुध व्यापार
भी है और rahu ससुराल है | ऐसे लोग
जिनका की कुंडली में बुध और rahu
का खराब योग है , उनको ससुराल पक्ष ( rahu ) के साथ
मिलकर व्यापार ( बुध ) नहीं करना चाइए
पुण्य का काम है | लेकिन इसमें कुछ
सावधानी रखनी चाइए | अपने
सुना होगा या नहीं सुना होगा की कभी भी घर
की छत पे कबूतर को दाना न डाले | अपने आँगन में
या balconi में या घर से बाहर डाले लेकिन घर
की छत पर नहीं | आइये जानते है ,
इसका ज्योतिषीय कारण| जनाम्कुंक्ली में
बुध और rahu का खराब मेल बहुत बुरा होता है |
यदि जन्मकुंडली में बुध और rahu का खराब मेल
हो तों इन्सान के हाल पागलो की तरह
भी हो सकता है , जेल तक
भी जा सकता है | ऐसे में हम
अपनी हरकतों से भी बुध और rahu
को एक कर दे या इनको और ख़राब कर दे
तों बुरा नतीजा मिलता है |ज्योतिष में कबूतर
हो गया बुध और छत हो गयी rahu | अब ऐसे
लोग जब छत पे दाना डालते है तों छत पर कबूतर आते है
तों एक तरह से बुध और rahu का मेल हो गया. लेकिन कबूतर
तों फिर भी दाना खा कर चले जायेगे ,
वो तों चिंता की बात नहीं लेकिन जब
वहां कबूतर आयेगे तों अपने मल से छत
को गन्दी कर देगे| छत यानि rahu ख़राब
हो जायेगा और बुरा नतीजा मिलेगा | ये
तों हो गया इसका कारण | इसीलिए छत पर
दाना नहीं डालना चाइए | जिन लोगो के पास छत पर
डालने के अलावा और कोई चारा नहीं है , वो मेरा ये
आर्टिकल पढ़ कर कबूतर को दाना डालना बंद न करे और मुझे पाप
का भागी न बनाये | उसका भी एक
तरीका है | वो लोग कबूतर के जाने के तुरंत बाद छत
को अच्छे से धो दे | अब बुध और rahu की बात
चली है तों २ बाते और | ऐसे लोगो को टॉयलेट के साथ
सीढ़ी नहीं रखनी चाइए
क्योंकि टॉयलेट हो गया rahu और
सीढ़ी हो गयी बुध |
दोनों मिल जायेगे | दूसरा की बुध व्यापार
भी है और rahu ससुराल है | ऐसे लोग
जिनका की कुंडली में बुध और rahu
का खराब योग है , उनको ससुराल पक्ष ( rahu ) के साथ
मिलकर व्यापार ( बुध ) नहीं करना चाइए
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