Thursday, June 26, 2014

राशि के अनुसार बनाये अपना शानदार कैरियर :

राशि के अनुसार बनाये अपना शानदार कैरियर :
वर्तमान युग कड़ी स्पर्धा का युग है। ऐसे समय में
यह तय कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है
कि व्यक्ति कहाँ पर अपना कैरियर बनाये …… कौन
सी शिक्षा,
तकनीकी शिक्षा से उसे लाभ
मिलेगा किससे नहीं …
ज्योतिष शास्त्री यह मानते है कि कोई
भी व्यक्ति अपने करियर में तभी सफल
होता है जब वह अपनी राशि के हिसाब से काम
चुनता है। कई बार ये देखा जाता है कि कोई
व्यक्ति किसी कार्य को करते
ही सफलता कि नयी सीढ़ियां चड़ता जाता है
लोग कहते है कि अमुक
व्यक्ति मट्टी को भी छू ले तो वह
सोना हो जाती है और कई बार बहुत मेहनत,
प्रयास और पूंजी लगाने के बाद
भी व्यक्ति को नौकरी / व्यापार में
आपेक्षित सफलता नहीं मिलती है,
उस व्यक्ति के बारे में लोग कहते है कि वह
सोना भी छू ले तो वह
मट्टी हो जाता है ।
आज के युग में अधिकांश लोग करियर कांउसलर , मित्रों,रिश्तेद
ारों द्वारा सुझाए गए मार्ग पर चलकर ही अपने
करियर का चुनाव करते हैं। लेकिन कई बार उनको लगता है
कि शायद दूसरे उनके पसंद के क्षेत्र में
उनको ज्यादा सफलता प्राप्त होती । सत्य
तो यही है
कि यदि व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार
नौकरी / व्यापार करें तो उसे शीघ्रता से
सफलता प्राप्त होती है । बुद्धिमान व्यक्ति अपने
कैरियर के लिए किसी अच्छे ज्योतिष से सलाह
अवश्य लेते है ।हम यहाँ बारह राशियों के हिसाब से
उपर्युक्त कैरियर के बारे में बता रहे है जो किसी के
भी भविष्य के लिए अवश्य
ही लाभदायक सिद्ध होंगे ।
1. मेष राशि : मेष राशि का स्वामी मंगल है।यह
अग्नि तत्व की राशि है| इस राशि के जातक
का स्वभाव साहस से पूर्ण, उग्र, जिद्दी,
क्रोधी, अभिमानी, मित्रों के प्रति समर्पित
माना जाता है।इस राशि के जातक को पुलिस, सेना, खेल,और
साहसिक कार्यों में शीघ्र
सफलता मिलती हैं। इस राशि के
जातको को राजनीति,ज्योतिष,एवं प्रशासनिक कार्यों में
भी पर्याप्त सफलता मिलती है । यह
कुशल डाक्टर,सर्जन,पत्रकार और ठेकेदार भी होते
है । सामान्यता इन्हे अपने क्रोधी स्वभाव के कारण
नुकसान उठाना पड़ता है इसके लिए इन्हे ज्यादा मात्रा में
पानी पीना चाहिए । यदि ये अपने क्रोध
पर काबू कर पाये तो ये जीवन में बहुत आगे जाते है
। इनका सबसे बड़ा गुण यह है कि यह हर
परिस्थिति को अपने अनुकूल बना लेते है।
2. वृषभ राशि : वृष राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है।
यह पृथ्वी तत्व की राशि है| इस
राशि के जातक का स्वभाव शांत, व्यवहार कुशल लेकिन
स्वार्थी माना जाता है । चूँकि शुक्र ग्रह धन
का कारक है अत: इस राशि के जातकों में सुख, ऐश्वर्य से
जीवन जीने कि प्रबल लालसा साफ
दिखायी पड़ती है। इन
लोगो को संगीत, कला, नाटक, सिनेमा, धार्मिक क्षेत्रों,
राजनीति, सौंदर्य प्रसाधन , मीडिया के
क्षेत्रों में शीघ्र ही सफलता प्राप्त
होती है।
सरकारी नौकरी,वित्त , प्रबन्ध क्षेत्र,
विज्ञापन और इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्रों में भी ये
सफल होते है। इन लोगो को अपने मित्रों , रिश्तेदारों से अच्छे
सम्बन्ध बनाने चाहिए ।
3. मिथुन राशि : मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह है।
यह वायु तत्व की राशि है| बुध ग्रह को बुद्धि व
वाणी का कारक ग्रह माना जाता है| इस राशि के
जातक बहुत मीठा बोलने वाले, हँसमुख स्वभाव के,
दूसरों से जल्दी ही घुल मिल जाने वाले
परन्तु अपने विचार दूसरों पर थोपने वाले होते हैं।इनको प्रबन्ध
के क्षेत्र में जल्दी ही दक्षता प्राप्त
होती है । ये अच्छे रणनीतिकार ,
अच्छे वक्ता, अच्छे सेल्समैन और अच्छे
व्यापारी साबित होते है ।
मीडिया,लेखन,साहित्य,शिक्षा और
इंजीनियरिंग का क्षेत्र भी इनके
मनमाफिक रहता है। इन्हे धैर्य का दामन
नहीं छोड़ना चाहिए।
4. कर्क राशि : कर्क
राशि का स्वामी चन्द्रमा होता है। यह जल तत्व
की राशि है। इस राशि के जातक शांत,सौम्य,सवें
दनशील और भावुक होते है । इन्हे
जीवन में बहुत उतार चढ़ाव का सामना करना पड़
सकता है परन्तु इन्हे इससे
कभी भी घबराना नहीं चाहिए
क्योंकि अंतत: ये अपना रास्ता बना ही लेते है ।
इन्हे वनस्पति विज्ञानं,चिकित्सा,फोटोग्राफी,
पशुपालन,बेकरी उधोग,होटल,रेस्टोरेंट,समुद्र से
सम्बन्धी कार्य जैसे शिपिंग,मछलीपालन
आदि के कार्यों में शीघ्र और स्थाई
सफलता मिलती है। फलो,सब्जियों,सूखे मेवों और
चाय-काफी के कारोबार में भी इन्हे
अच्छी सफलता प्राप्त होती है ।
इन्हे अपने कार्य में धैर्य बनाये रखना चाहिए ,अपने रोज़गार में
बार बार परिवर्तन करना या कई कार्यों में एक साथ ध्यान लगाने से
समय और धन दोनों का ही नुकसान हो सकता है।
कर्क राशि के जातको को नशे से बचना चाहिए ।
5. सिंह राशि : सिंह राशि का स्वामी सूर्य होता है।
यह अग्नि तत्व की राशि है। इस राशि के जातक
गर्म स्वभाव वाले, साहसी, आत्मविश्वास से भरे
हुए, स्पष्टवादी, धार्मिक, रोबीले और
न्यायप्रिय होते हैं।स्थिरता इनका प्रमुख गुण होता है । इस
राशि के जातक हर परिस्थिति का दृढ़ता से सामना करते है । ये
प्रशासनिक कार्यो, राजनीती, प्रबंध,
लेखन, वकालत और बौद्धिक कार्यों में
जल्दी सफलता प्राप्त करते है । माडलिंग ,
सिनेमा,शेयर,आभूषणो और दवा के क्षेत्र इन्हे बढ़िया रास आते
है। ये अगर अपने गुस्से पर काबू रखे तो उन्नति के शिखर पर
पहुँच सकते है ।
6. कन्या राशी :कन्या राशि का स्वामी बुध
ग्रह होता है। यह पृथ्वी तत्व
की राशि है। इस राशि के जातक सुन्दर, आकर्षक,
शर्मीले लेकिन बहुत भावुक होते है। ये
हमेशा अपनी ही कल्पनाओं में खोये
रहते है और किसी भी कार्य को करने
से पहले ज्यादा सोच विचार नहीं करते है । ये
कविता, लेखन, साहित्य, अध्यापन, ज्योतिष, शोध, सलाहकार,
कृषि, सरकारी सेवा में ज्यादा सफलता प्राप्त करते है
।एकाउन्ट, स्टेशनरी, ट्रेडिंग के क्षेत्र
भी इन्हे खूब भाते है । डाक्टर, पायलट,
मनोविज्ञान और खेलकूद के क्षेत्र में भी यह
अपना उत्तम कैरियर बना सकते है ।इस राशि के जातक गणित,
वकालत, जज, कलाकार, और राजनीति के क्षेत्र में
भी प्रसिद्धि प्राप्त कर सकते है।
7. तुला राशि : तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह
होता है। यह वायु तत्व की राशि है। शुक्र
ऐश्वर्य और विलास का ग्रह माना गया है । इस राशि के जातक
मध्यम शरीर के सुन्दर,आकर्षक, साफ रंग के और
हँसमुख होते है। इस राशि के लोग संतुलित दिमाग वाले होते है
इन्हे मेल जोल का जीवन पसंद आता है। इस
राशि वालों का बौद्धिक स्तर काफी ऊंचा होता हैइस
राशि के जातक न्याय के क्षेत्र में ,एक्टिंग,गायन,माडलिंग ,फैशन
के क्षेत्र,चित्रकला, सर्राफे,कपड़े , धातु के क्षेत्र में
आसानी से सफलता प्राप्त कर लेते है । ये लोग
फर्नीचर,होटल और कपड़े के एक्सपोर्ट में
भी सफल होते है ।
8. वृश्चिक राशि :वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल ग्रह
होता है। यह जल तत्व की राशि है। इस राशि के
जातक मझोले कद के, क्रोधी,हठी,दम्भ
ी तथा स्पष्टवादी होते है । ये अत्यंत
साहसी, उत्साही व
परिश्रमी होते हैं। इस राशि के जातक साहस, रोमांच
में बहुत रुचि रखते हैं।ये राजनीति पुलिस, सेना,
जासूसी, तंत्र-मन्त्र, ज्योतिष, रेलवे, दूरसंचार,
नौसेना में जल्दी सफल हो जाते है । ये चिकित्सा,
रसायन, बीमा, खनिज और इंजीनियरिंग के
क्षेत्र में भी अच्छी सफलता प्राप्त
कर लेते है । ये अपनी कुशलता से
वैभवशाली जीवन व्यतीत
करते है। जीवन में सफलता के लिए इन्हे अपने
क्रोध और जिद पर नियंत्रण रखना चाहिए
अपनी इन्ही आदतों के कारण ये
अकारण मुसीबत भी मोल ले लेते है।
इन्हे अपने संगी साथियों, कर्मचारियों से मधुर
सम्बन्ध बनाने चाहिए ।
9.धनु राशि : धनु राशि का स्वामी वृहस्पतिदेव है।
यह अग्नि तत्व की राशि है। इस राशि के जातक
आत्मविश्वासी ,बुद्धिमान,आक्रामक स्वभाव के परन्तु
परिश्रमी होते है. यह
महत्वाकांक्षी किंतु उग्र भी होते है.
यह हर समस्याओं को अपने साहस और सूझ बूझ से
सुलझा लेते है । ये बहुत ही अनुशासन प्रिय होते
है और इनमे आगे बढ़ने कि बहुत लगन और
इच्छा होती है । इस राशि के जातक
सलाहकार,वकालत ,अध्यापन ,बैंक ,राजनीति ,व्यापार ,ज्योतिष,मार्के
टिंग और भाषण देने के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त कर
सकते है । ये कथा वाचन ,धर्म प्रचारक और खेल कूद के
क्षेत्र में भी शानदार सफलता प्राप्त कर सकते है।
10. मकर राशि : मकर राशि का स्वामी शनिदेव है।
यह पृथ्वी तत्व की राशि है। इस
राशि के जातक सांवले ,पतले,लम्बे,सौम्य लेकिन
कभी कभी उग्र भी होते
है । ये अपना भाग्य खुद बनाते है। ये धार्मिक,
हिम्मती, बहुत
जल्दी निराशवादी और
सहनशील होते है। ये
सरकारी,प्राइवेट नौकरी,खदान,तेल
संस्थानो में नौकरी में
जल्दी सफलता प्राप्त कर लेते है । इनमे
राजनीति और व्यापार की कम समझ
पायी जाती है। ये
कृषि,इंजीनियरिंग और विज्ञानं के क्षेत्र में
भी अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते
है । इन्हे लकड़ी और धातु विशेषकर लोहे के
व्यापार से भी लाभ मिल सकता है ।
11. कुम्भ राशि : कुम्भ राशि का स्वामी भगवान
शनिदेव है। यह वायु तत्व की राशि है। इस राशि के
जातक गेंहुए, गोरे, आकर्षक, साफ दिल के, उदार, समझदार और
आत्मविश्वासी होते है। ये सदैव दूसरों कि मदद
करने वाले, स्वार्थ से दूर और सबके प्रति प्रेम और
सहानुभूति का भाव रखते है। ये जीवन में खूब कमाते
है और खूब खर्च भी करते है । ये
राजनीति, सलाहकार, विज्ञानं, ज्योतिष, मेडिकल,
लेखन, अध्यापन, इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेष
सफलता प्राप्त कर सकते है। ये बहुत
ही बुद्धिमान होते है अत: शोध, गुप्त विधायों,
नयी दिशा देने वाले विचारों, समाजसेवा और धर्म के
क्षेत्रों में भी अच्छी ख्याति प्राप्त कर
लेते है । ये सूक्ष्म दृष्टि वाले होते है अपने अंतर्ज्ञान के
कारण भाषण कला, व्याख्यान में भी अच्छा कैरियर
बना सकते है। समान्यता इन्हे अपने जीवन में
बहुत उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ता है कई बार इन्हे
अपना कार्य क्षेत्र बदलना भी पड़ता है लेकिन
अंतत: विजय इन्ही कि होती है।
12.मीन राशि :मीन राशि के
स्वामी भगवान वृहस्पतिजी है। यह
जल तत्व की राशि है। इस राशि के जातक मध्यम
कद के , गोरे ,आकर्षक होते है । ये
दयालु,दानी,बुद्धिमान,माता - पिता और ईश्वर में पूर्ण
आस्था रखते है । बचपन में इन्हे जरुर संघर्ष करना पड़
सकता है लेकिन युवावस्था धन ऐश्वर्य से परिपूर्ण
होती है । ये फ़िल्म,मनोरंजन,
टी वी ,लेखन,संपादन,पर्यटन ,वाणिज्य
और सरकारी नौकरी में अपना कैरियर
बना सकते है । इन्हे व्यापार का सूक्ष्म ज्ञान होता है और
तरल पदार्थो के व्यापार में इन्हे आशातीत
सफलता हासिल हो सकती है ।
समुद्री वस्तुओं ,नमक ,हीरे
जवाहरात ,एक्सपोर्ट आदि के क्षेत्रों में
सफलता जल्दी हासिल हो सकती है ।

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