Thursday, June 5, 2014

घर की गंदगी को रखने का स्थान

घर की गंदगी को रखने का स्थान
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घर में चार वर्ण की चार दिशा है,
ईशान को ब्राह्मण की दिशा,
दक्षिण को क्षत्रिय की दिशा,
उत्तर को वैश्य की दिशा और
पश्चिम को शूद्र की दिशा कहा जाता है।
घर की गंदगी को पश्चिम दिशा में
रखना अच्छा उपाय है लेकिन जिनके दरवाजे पश्चिम दिशा में
ही है उन्हे दरवाजे से निकलते वक्त
बायीं तरफ़ गंदगी का स्थान
बना लेना चाहिये,इसके अलावा अन्य दिशाओं
की फ़ेसिंग वाले मकान मालिक या व्यवसाय स्थान के
मालिक इसी दिशा में दक्षिण पश्चिम
दिशा की तरफ़ गंदगी को रखने का स्थान
बना सकते है।
गंदगी को जिस दिशा या कोण में रखा जायेगा उस
दिशा की सकारात्मक
इनर्जी गंदगी से पूर्ण होने
लगेगी।
जैसे वायव्य में गंदगी को रखा गया है तो घर
की प्रसिद्धि गंदी होने
लगेगी,बनाये जाने वाले उत्पादन को बेचने में केवल
इसलिये
ही परेशानी आयेगी क्योंकि उस
के प्रति लोगों के अन्दर
गंदी भावना भरी होगी,
उत्तर दिशा में गंदगी होने पर जो भी धन
घर में आयेगा वह गंदगी से पूर्ण
होगा यानी या तो उसे झूठ बोलकर
लाया जा रहा होगा या फ़िर किसी प्रकार
की गंदी बातें धन के
प्रति की जाती होंगी,
दक्षिण दिशा में गंदगी रखने के कारण
जो भी घर की सुरक्षा है
या जो भी घर में भोजन बनता है उसके अन्दर कोई
ना कोई गंदी बात
होगी,अथवा जो भी घर के सदस्य है वे
किसी ना किसी कारण से खून के
इन्फ़ेक्सन से जुडे होंगे या खून की इन्फ़ेक्सन
की बीमारियां होंगी।
अग्नि कोण में गंदगी होने से घर
की महिलायें किसी न
किसी प्रकार की प्रसव
वाली बीमारियों से
जुडी होंगी,नैऋत्य में
गंदगी होने से घर की महिलायें
किसी न किसी प्रकार
की अचानक पैदा होने
वाली बीमारी से
जुडी होंगी,घर के बीच में
गंदगी होने से जो भी घर के सदस्य
होंगे वे किसी न किसी प्रकार से गंदे
विचार सोचने वाले होंगे और
जो भी रिस्तेदारी वाली बातें
होंगी वे किसी न
किसी कारण से आशंका या भ्रम
की बजह से परेशान करने
वाली होंगी।

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