Sunday, June 15, 2014

जब बनाएँ अपना घर

जब बनाएँ अपना घर...
आधुनिक परिप्रेक्ष्य में पृथ्वी, जल, तेज, वायु,
आकाश, पंच तत्व को अपने भवन के अधीन
बनाना ही सच्चे अर्थों में वास्तु शास्त्र का रहस्य
होता है। नए भवन निर्माण के समय कुछ मुख्य बातों पर ध्यान
अवश्य दें : 
1. जो प्लॉट त्रिकोण आकार का हो, उस पर निर्माण
कराना हानिकारक होता है।
2. भवन निर्माण कार्य शुरू करने के पहले अपने
आदरणीय विद्वान पंडित से शुभ मुहूर्त
निकलवा लेना चाहिए।
3. भवन निर्माण में शिलान्यास के समय ध्रुव तारे का स्मरण
करके नींव रखें। संध्या काल और मध्य रात्रि में
नींव न रखें।
4. नए भवन निर्माण में ईंट, पत्थर, मिट्टी ओर
लकड़ी नई ही उपयोग करना। एक मकान
की निकली सामग्री नए
मकान में लगाना हानिकारक होता है।
5. भवन का मुख्य द्वार सिर्फ एक होना चाहिए तो उत्तर
मुखी सर्वश्रेष्ठ एवं पूर्व
मुखी भी अच्छा होता है। मुख्य द्वार
की चौखट चार
लकड़ी की एवं
दरवाजा दो पल्लों का होना चाहिए।

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