भविष्य की घटनाओं का संकेत भी देते
हैं सपने-----जानिए, कौन से सपने जल्दी फल
देते हैं
==============================
सपनों के प्रति मानव का आकर्षण पुरातन काल से
ही रहा है। हमेशा से विश्वास किया जाता रहा है
कि सपने शुभाशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं। जबकि मनोविज्ञान
मानव मस्तिष्क की चेतन उपचेतन क्रिया-प्रक्रिया के
दृश्य के रूप में इसे लेता है परन्तु यह र्निविवाद रूप से सत्य
है कि विचित्र, रोमांचक एवं आनंदित करने वाला है सपनों का यह
संसार।
यूनानी विचारक अरस्तु के अनुसार केवल मानव
ही सपने नहीं देखते पशु
भी देखते हैं। उनकी पुस्तक ‘पशु
इतिहास’ में इसका विवरण प्राप्त होता है। हम सबने छोटे
अबोध बच्चे को चौंकते, रोते और होंठ चलाते देखा होगा, वह
भी तब जब गहरी नींद में
होता है। इस क्रिया का कारण शिशुओं द्वारा देखे जाने वाले स्वप्र
हैं।
पूर्वाभास देने वाले विश्व प्रसिद्ध सपनों में
अमरीकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन
का सपना जगत प्रसिद्ध है। कमाल की बात तो यह
थी कि सपने में राष्ट्रपति ने अपनी मृत्यु
को देखा था। सपने में उन्होंने
देखा कि उनकी हत्या कर दी गई है।
उन्हें सपने में हत्यारे का हुलिया एवं पूरे घटनाक्रम
का पूर्वाभास हुआ जो उन्होंने अपने एक मित्र को सुनाया। बाद में
एक सिरफिरे ने उसी तरह के घटनाक्रम में
राष्ट्रपति लिंकन की हत्या कर दी।
रामायण में ‘त्रिजटा’ के महत्वपूर्ण सपने का वर्णन मिलता है-
‘सबन्हि बोलाय सुनाइस सपना,
सीतइ सेइ करहु हित अपना
सपने वानर लंका जारी,
जातुधान सेना सब मारी’
प्रसिद्ध विद्वान ‘टोलमी’ के अनुसार सपने में
धूम्रकेतु देखना अत्यंत अशुभ होता है। देश हिंसा और
अराजकता का शिकार होता है।
स्वप्र में पूर्वजों का आगमन समृद्धि का सूचक माना जाता है,
वहीं मृत व्यक्तियों से बात
करना भी लाभ प्राप्ति का संकेत होता है। सरकार से
दंडित होने वाला व्यक्ति स्वप्र में भूत पिशाच देखता है और
उनको यदि वह सपने में पराजित करता है तो प्रतिष्ठा पाता है।
स्वप्र में यदि कोई शराब पीता व्यक्ति देखे
तो आर्थिक लाभ का योग बनेगा। बिना पिए नशे
की हालत में व्यक्ति यदि स्वयं को स्वप्र में
देखेगा तो उसको नुक्सान होगा। स्वप्र में
अपनी टोपी या पगड़ी को फटा देखना अपमान
का सूचक है। सपने में स्वयं
को यदि गरीबी हालत में देखें और
किसी से कुछ न मांगे तो परिश्रम से सम्पत्ति मिलने
का सूचक है। कबूतर को सपने में देखना विदेश यात्रा और विदेश
से लाभ का संकेत होता है। कोई वृद्ध स्वयं को जवान देखे
तो उसका दीवाला निकल जाता है।
प्रेम का स्वप्र से अधिक संबंध माना जाता है। कोई
प्रेमी यदि स्वयं को स्वप्र में अकाऊंट का काम
करता देखे तो उसका प्रेम संबंध टूटने का संकेत होता है।
वही यदि स्वप्र में स्वयं को विमान चलाता देखे
तो प्रेमिका से उसका शीघ्र विवाह होगा, यदि कोई
व्यक्ति सपने में दाढ़ी बढ़ी देखे तो उसे
प्रेम में सफलता प्राप्त होती है। यदि उसे कोई
अपनी दाढ़ी काटता दिखाई दे तो वह
असफल प्रेम की सूचना का संकेत है। सपने में
मेंढक देखना शीघ्र विवाह होने का संकेत है।
रंग का भी स्वप्र में बहुत महत्व है। सपने में
लाल रंग देखना उत्तम आयु एवं स्वास्थ्य का संकेत है।
हरा रंग धन सम्पत्ति की प्राप्ति का पूर्वाभास है।
नीला रंग सुखी पारिवारिक
जीवन देगा तो सफेद रंग देखना सामाजिक प्रतिष्ठा देगा।
नारंगी रंग देखने के बाद आपका मकान बनेगा,
पीला रंग आपको दूसरे से अपमान दिलाएगा,
वहीं काला रंग दुर्भाग्य का सूचक है।
इस प्रकार स्वप्रों को भविष्य का पूर्वाभास माना गया है। लंदन
की सबसे बड़ी आग
की भविष्यवाणी उस समय के प्रसिद्ध
ज्योतिषी विलियम लिली ने सपने के आधार
पर की थी। इंगलैंड सरकार ने आगे चल
कर उन्हें पैंशन देकर सम्मानित भी किया था। स्वप्र
मानव क्यों देखता है? क्या जरूरत है,
उसकी हमें? प्रकृति ने आने
वाली घटनाओं के संकेत देने की कई
तरह से व्यवस्था की है। हो सकता है, स्वप्र
भी आने वाली घटनाओं के ऐसे
ही संकेत हों।
जानिए, कौन से सपने जल्दी फल देते हैं
==============================
कुछ सपने अपनी प्रकृति के अनुरूप
शीघ्र फल देते हैं तथा कुछ स्वप्न देर से
फलीभूत होते हैं। शीघ्र फल देने वाले
स्वप्न वे हैं, जो गतिमान वस्तुओं से संबंध रखते हैं, जैसे : -
बहती नदी,
भागती रेलगाड़ी,
बैलगाड़ी की यात्रा, हवाई जहाज
की उड़ान, बादलों की गति, गाय, बैल
तथा सर्प आदि की गति, साइकल, कार, स्कूटर, सवार
आदि, मैच में व्यस्त खिलाड़ी,
पतंगों या गुब्बारों को उड़ते देखना। ये सभी दृश्य
गतिमान हैं अत: इनसे जुड़े सपनों का फल शीघ्र
मिलता है।
देर से फल देने वाले स्वप्न स्थिरता से जुड़े होते हैं जैसे -
स्टेशन का दृश्य, स्टेशन पर खड़ी रेल,
सूखी नदी, पुल का दृश्य, विश्राम करते
खिलाड़ी, छत से लटकी पतंग, हवाई
जहाज का टूटना, ऊंची मीनार,
सोया हुआ सिंह तथा अन्य जंतु।
पर्वत के शिखर की ओर गमन उत्साह एवं
उन्नति का प्रतीक है जबकि पर्वत से
फिसलना या नीचे की ओर गिरना और
सरकना चिंता, दुख और पराजय का द्योतक है।
हैं सपने-----जानिए, कौन से सपने जल्दी फल
देते हैं
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सपनों के प्रति मानव का आकर्षण पुरातन काल से
ही रहा है। हमेशा से विश्वास किया जाता रहा है
कि सपने शुभाशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं। जबकि मनोविज्ञान
मानव मस्तिष्क की चेतन उपचेतन क्रिया-प्रक्रिया के
दृश्य के रूप में इसे लेता है परन्तु यह र्निविवाद रूप से सत्य
है कि विचित्र, रोमांचक एवं आनंदित करने वाला है सपनों का यह
संसार।
यूनानी विचारक अरस्तु के अनुसार केवल मानव
ही सपने नहीं देखते पशु
भी देखते हैं। उनकी पुस्तक ‘पशु
इतिहास’ में इसका विवरण प्राप्त होता है। हम सबने छोटे
अबोध बच्चे को चौंकते, रोते और होंठ चलाते देखा होगा, वह
भी तब जब गहरी नींद में
होता है। इस क्रिया का कारण शिशुओं द्वारा देखे जाने वाले स्वप्र
हैं।
पूर्वाभास देने वाले विश्व प्रसिद्ध सपनों में
अमरीकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन
का सपना जगत प्रसिद्ध है। कमाल की बात तो यह
थी कि सपने में राष्ट्रपति ने अपनी मृत्यु
को देखा था। सपने में उन्होंने
देखा कि उनकी हत्या कर दी गई है।
उन्हें सपने में हत्यारे का हुलिया एवं पूरे घटनाक्रम
का पूर्वाभास हुआ जो उन्होंने अपने एक मित्र को सुनाया। बाद में
एक सिरफिरे ने उसी तरह के घटनाक्रम में
राष्ट्रपति लिंकन की हत्या कर दी।
रामायण में ‘त्रिजटा’ के महत्वपूर्ण सपने का वर्णन मिलता है-
‘सबन्हि बोलाय सुनाइस सपना,
सीतइ सेइ करहु हित अपना
सपने वानर लंका जारी,
जातुधान सेना सब मारी’
प्रसिद्ध विद्वान ‘टोलमी’ के अनुसार सपने में
धूम्रकेतु देखना अत्यंत अशुभ होता है। देश हिंसा और
अराजकता का शिकार होता है।
स्वप्र में पूर्वजों का आगमन समृद्धि का सूचक माना जाता है,
वहीं मृत व्यक्तियों से बात
करना भी लाभ प्राप्ति का संकेत होता है। सरकार से
दंडित होने वाला व्यक्ति स्वप्र में भूत पिशाच देखता है और
उनको यदि वह सपने में पराजित करता है तो प्रतिष्ठा पाता है।
स्वप्र में यदि कोई शराब पीता व्यक्ति देखे
तो आर्थिक लाभ का योग बनेगा। बिना पिए नशे
की हालत में व्यक्ति यदि स्वयं को स्वप्र में
देखेगा तो उसको नुक्सान होगा। स्वप्र में
अपनी टोपी या पगड़ी को फटा देखना अपमान
का सूचक है। सपने में स्वयं
को यदि गरीबी हालत में देखें और
किसी से कुछ न मांगे तो परिश्रम से सम्पत्ति मिलने
का सूचक है। कबूतर को सपने में देखना विदेश यात्रा और विदेश
से लाभ का संकेत होता है। कोई वृद्ध स्वयं को जवान देखे
तो उसका दीवाला निकल जाता है।
प्रेम का स्वप्र से अधिक संबंध माना जाता है। कोई
प्रेमी यदि स्वयं को स्वप्र में अकाऊंट का काम
करता देखे तो उसका प्रेम संबंध टूटने का संकेत होता है।
वही यदि स्वप्र में स्वयं को विमान चलाता देखे
तो प्रेमिका से उसका शीघ्र विवाह होगा, यदि कोई
व्यक्ति सपने में दाढ़ी बढ़ी देखे तो उसे
प्रेम में सफलता प्राप्त होती है। यदि उसे कोई
अपनी दाढ़ी काटता दिखाई दे तो वह
असफल प्रेम की सूचना का संकेत है। सपने में
मेंढक देखना शीघ्र विवाह होने का संकेत है।
रंग का भी स्वप्र में बहुत महत्व है। सपने में
लाल रंग देखना उत्तम आयु एवं स्वास्थ्य का संकेत है।
हरा रंग धन सम्पत्ति की प्राप्ति का पूर्वाभास है।
नीला रंग सुखी पारिवारिक
जीवन देगा तो सफेद रंग देखना सामाजिक प्रतिष्ठा देगा।
नारंगी रंग देखने के बाद आपका मकान बनेगा,
पीला रंग आपको दूसरे से अपमान दिलाएगा,
वहीं काला रंग दुर्भाग्य का सूचक है।
इस प्रकार स्वप्रों को भविष्य का पूर्वाभास माना गया है। लंदन
की सबसे बड़ी आग
की भविष्यवाणी उस समय के प्रसिद्ध
ज्योतिषी विलियम लिली ने सपने के आधार
पर की थी। इंगलैंड सरकार ने आगे चल
कर उन्हें पैंशन देकर सम्मानित भी किया था। स्वप्र
मानव क्यों देखता है? क्या जरूरत है,
उसकी हमें? प्रकृति ने आने
वाली घटनाओं के संकेत देने की कई
तरह से व्यवस्था की है। हो सकता है, स्वप्र
भी आने वाली घटनाओं के ऐसे
ही संकेत हों।
जानिए, कौन से सपने जल्दी फल देते हैं
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कुछ सपने अपनी प्रकृति के अनुरूप
शीघ्र फल देते हैं तथा कुछ स्वप्न देर से
फलीभूत होते हैं। शीघ्र फल देने वाले
स्वप्न वे हैं, जो गतिमान वस्तुओं से संबंध रखते हैं, जैसे : -
बहती नदी,
भागती रेलगाड़ी,
बैलगाड़ी की यात्रा, हवाई जहाज
की उड़ान, बादलों की गति, गाय, बैल
तथा सर्प आदि की गति, साइकल, कार, स्कूटर, सवार
आदि, मैच में व्यस्त खिलाड़ी,
पतंगों या गुब्बारों को उड़ते देखना। ये सभी दृश्य
गतिमान हैं अत: इनसे जुड़े सपनों का फल शीघ्र
मिलता है।
देर से फल देने वाले स्वप्न स्थिरता से जुड़े होते हैं जैसे -
स्टेशन का दृश्य, स्टेशन पर खड़ी रेल,
सूखी नदी, पुल का दृश्य, विश्राम करते
खिलाड़ी, छत से लटकी पतंग, हवाई
जहाज का टूटना, ऊंची मीनार,
सोया हुआ सिंह तथा अन्य जंतु।
पर्वत के शिखर की ओर गमन उत्साह एवं
उन्नति का प्रतीक है जबकि पर्वत से
फिसलना या नीचे की ओर गिरना और
सरकना चिंता, दुख और पराजय का द्योतक है।
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