Sunday, June 29, 2014

नौकरी के लिये शनि के उपाय

नौकरी के लिये शनि के उपाय:
नौकरी का मालिक शनि है लेकिन
शनि की युति अगर छठे भाव के मालिक से है और
दोनो मिलकर छठे भाव से अपना सम्बन्ध स्थापित किये है
तो नौकरी के लिये फ़लदायी योग होगा,अगर
किसी प्रकार से छठे भाव का मालिक अगर क्रूर ग्रह
से युति किये है,अथवा राहु केतु या अन्य प्रकार से खराब जगह
पर स्थापित है,अथवा नौकरी के भाव का मालिक धन
स्थान या लाभ स्थान से सम्बन्ध नही रखता है
तो नौकरी के लिये फ़लदायी समय
नहीं होगा। आपके पास बार बार
नौकरी के बुलावे आते है और आप
नौकरी के लिये चुने नहीं जाते
है,तो इसमे इन कारणों का विचार आपको करना पडेगा:-
(अ) यह कि नौकरी की काबलियत
आपके अन्दर है,अगर
नहीं होती तो आपको बुलाया नहीं जाता।
(ब) यह कि नौकरी के लिये परीक्षा देने
की योग्यता आपके अन्दर है,अगर
नहीं होती तो आप सम्बन्धित
नौकरी के लिये पास की जाने
वाली परीक्षायें
ही उत्तीर्ण नहीं कर
पाते।
(स) नौकरी के लिये तीन बातें बहुत
जरूरी है,पहली वाणी,दूसरी खोजी नजर,और
तीसरी जो नौकरी के बारे में
इन्टरव्यू आदि ले रहा है उसकी मुखाकृति और
हाव भाव से उसके द्वारा प्रकट किये जाने वाले विचारों को उसके
पूंछने से पहले समझ जाना,और जब वह पूंछे तो उसके पूंछने
के तुरत बाद ही उसका उत्तर दे दे।
(द) वाणी के लिये बुध,खोजी नजर के
लिये मन्गल और बात करने से पहले ही समझने
के लिये चन्द्रमा।
(य) नौकरी से मिलने वाले लाभ का घर चौथा भाव
है,इस भाव के
कारकों को समझना भी जरूरी है,चौथे भाव
में अगर कोई खराब ग्रह है और नौकरी के भाव के
मालिक का दुश्मन ग्रह है तो वह चाह कर
भी नौकरी नहीं करने
देगा,इसके लिये उसे चौथे भाव से हटाने
की क्रिया पहले से
ही करनी चाहिये। जैसे अगर मन्गल
चौथे भाव मे है और नौकरी के भाव का मालिक बुध है
तो मन्गल के लिये शहद चार दिन लगातार बहते
पानी में बहाना है,और अगर शनि चौथे भाव में है,
और नौकरी के भाव का मालिक सूर्य है तो चार नारियल
लगातार पानी मे बहाने होते
है,इसी प्रकार से अन्य ग्रहों का उपाय
किया जाता है।

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