क्या नहीं करें- सूर्य ग्रह कुंडली में बलवान होने पर- जातक को सूर्य की वस्तुएं सोना, गेहूं, गुड़ व तांबे का दान नहीं करना चाहिए अन्यथा सूर्य निर्बल हो जायेगा।
चंद्र बलवान होने पर- चांदी, मोती, चावल आदि (चंद्र की वस्तुएं) उपहार या दान में नहीं देने चाहिए।
मंगल बलवान होने पर- मिठाई, गुड़, शहद आदि मंगल की वस्तुएं दूसरों को न तो देने चाहिए न ही खिलाने चाहिए।
बुध बलवान होने पर- कलम का उपहार नहीं देना चाहिए। बृहस्पति बलवान होन पर- पुस्तकों का उपहार नहीं देना चाहिए।
शुक्र बलवान होने पर- सिले हुए सुंदर वस्त्र, सेंट (परफ्यूम) और आभूषण उपहार में नहीं देने चाहिए।
शनि बलवान होने पर- शनि की वस्तु शराब दूसरों को नहीं पिलानी चाहिए।
राहु को बलवान करने के लिए जातक को सीसे (राहु की वस्तु) की गोली अपने पास रखनी चाहिए।
केतु को बलवान करने के लिए कुत्ता (केतु का कारक) पालना चाहिए। ऊपर वर्णित सरल और सुलभ उपायों का आवश्यकतानुसार श्रद्धापूर्वक पालन करने से जातक को ग्रह जनित पीडा़ से मुक्ति मिलती है और जीवन सुखमय होता है।
चंद्र बलवान होने पर- चांदी, मोती, चावल आदि (चंद्र की वस्तुएं) उपहार या दान में नहीं देने चाहिए।
मंगल बलवान होने पर- मिठाई, गुड़, शहद आदि मंगल की वस्तुएं दूसरों को न तो देने चाहिए न ही खिलाने चाहिए।
बुध बलवान होने पर- कलम का उपहार नहीं देना चाहिए। बृहस्पति बलवान होन पर- पुस्तकों का उपहार नहीं देना चाहिए।
शुक्र बलवान होने पर- सिले हुए सुंदर वस्त्र, सेंट (परफ्यूम) और आभूषण उपहार में नहीं देने चाहिए।
शनि बलवान होने पर- शनि की वस्तु शराब दूसरों को नहीं पिलानी चाहिए।
राहु को बलवान करने के लिए जातक को सीसे (राहु की वस्तु) की गोली अपने पास रखनी चाहिए।
केतु को बलवान करने के लिए कुत्ता (केतु का कारक) पालना चाहिए। ऊपर वर्णित सरल और सुलभ उपायों का आवश्यकतानुसार श्रद्धापूर्वक पालन करने से जातक को ग्रह जनित पीडा़ से मुक्ति मिलती है और जीवन सुखमय होता है।
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