Sunday, June 1, 2014

व्यापार में हानि, धन नाश, बढ़ते कर्ज, व्यापार में बाधा आदि से मुक्ति पाने के लिए

व्यापार में हानि, धन नाश, बढ़ते कर्ज, व्यापार में बाधा आदि से
मुक्ति पाने के लिए.
बुधवार के दिन श्वेतार्क गणपति को गंगाजल से स्नान कराकर लाल
वस्त्र पर रखें. फिर उनके समीप लाल चन्दन
का एक टुकड़ा, ग्यारह कौडियाँ, ग्यारह गोमती चक्र
एवं ताम्बे की पादुकाएं या ताम्बे का एक टुकड़ा रखें.
शुद्ध घी का दीपक जलाएं और सफ़ेद
कागज़ पर लाल चन्दन से अपनी दुकान/ मकान
का पता/ खुद का नाम लिखकर
इसी सामग्री के पास रखें. लाल चन्दन
की माला से "ॐ गं गणपतये नमः" का एक
माला जप करें. लाल चन्दन की माला न हो तो रूद्राक्ष
की माला से भी जप कर सकते हैं. फिर
सारी सामग्री को उसी लाल
वस्त्र में लपेट कर पोटली बना लें और उसे लाल
मौली या रिबन से बांधें, धूप दीप दिखाएं व
व्यापार स्थल /मकान में उत्तर पूर्व दिशा में बाँध दें. नित्य
प्रातः व्यापार शुरू करने से/घर से निकलने से पहले, उसे धूप
दीप दिखाएं. ऐसा करते समय मन
ही मन गणपति के पूर्वोक्त मंत्र का जप करते
रहे. ऋण मुक्ति का यह बहुत प्रभावी उपाय है.

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