लक्ष्मी कृपा इन वास्तुउपायों से
अगर आप पैसों की कमी से जुझ रहे
है। घर में आमदनी से अधिक खर्च आपके लिए
अक्सर मानसिक तनाव का कारण बन जाता है तो नीचे
लिखे वास्तुप्रयोग अपनाकर आप
मां लक्ष्मी कीप्रसन्नता प्राप्त कर
सकते हैं।
- साल में एक दो-बार हवन करें।
- घर में अधिक कबाड़ एकत्रित ना होने दें।
- शाम के समय एक बार पूरे घर की लाइट जरूर
जलाएं। इस समय घर में लक्ष्मी का प्रवेश
होता है।
- सुबह-शाम सामुहिक आरती करें।
- महीने में एक या दो बार उपवास करें।
- घर में हमेशा चन्दन और कपूर की खुशबु
का प्रयोग करें।
- जो व्यक्ति श्रेष्ठ धन की इच्छा रखते हैं वे
रात्रि में सत्ताइस हकीक पत्थर लेकर उसके ऊपर
लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें, तो निश्चय
ही उसके घर में अधिक
उन्नति होती है।
- किसी शुक्रवार के दिन रात्रि में पूजा उपासना करने के
पश्चात एक सौ आठ बार ऊं
ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय
नम: मंत्र का जप करें। धन से जुड़ी हर
समस्या हल हो जाएगी।
जब आप हो परेशान पैसों की कमी से
अगर आप के घर में
आमदनी अच्छी होने के बावजुद
भी हमेशा धन
की कमी बनी रहती हो।
पैसा टिकता ना हो तो नीचे लिखे वास्तु उपाय अपनाएं।
इन उपायों से आपके घर में लक्ष्मी स्थाई रूप से
निवास करने लगेगी।
- घर के उत्तर पूर्व में शीशे की बोतल
में जल भरकर रखने से तथा इस जल का सेवन एक दिन पश्चात
करने से घर वालों का स्वास्थ्य सही रहता है।
- सुबह एवं शाम सम्पूर्ण घर में कपूर का धुंआ लगाने से वास्तु
दोषों में कमी आती है।
- भवन का मध्य भाग खुला रखने से परिवार में
सभी सदस्य मेल जोल से रहते हैं।
- धन लाभ के लिये
चारदीवारी की दक्षिणी एवं
पश्चिमी दीवार उत्तर एवं पूर्व से
ऊंची एवं मजबूत रखें।
- घर के उत्तर में द्वार व खिड़कियाँ रखना से धनागमन होता है।
- भूखण्ड के उत्तर पूर्व में अण्डरग्राउण्ड
पानी का टैंक रखने से स्थिर व्यवसाय एवं
लक्ष्मी का वास होता है।
- उत्तर पूर्व के अण्डरग्राउण्ड टैंक से
रोजाना पानी निकाल कर पेड़ पौधे सीचने से
धन वृद्धि होती है।
- भवन के उत्तर पूर्व का फर्श सबसे
नीचा होना चाहिए तथा दक्षिण पश्चिम का फर्श
सबसे ऊंचा रखने से आय अधिक, व्यय कम रहता है। भूखण्ड
के उत्तर में चमेली के तेल का दीपक
जलाने से धन लाभ होता है।
- भवन के मुख्यद्वार को सबसे बड़ा रखना चाहिए यह सबसे
सुंदर भी होना चाहिए। मुख्यद्वार के ऊपर गणेश
जी बैठाने से घर में सभी प्रकार
की सुख सुविधा रहती है।
- घर में यदि पॉजिटीव
ऊर्जा नहीं हो तो रोजाना नमक युक्त
पानी का पौंछा लगाना चाहिए। भूखण्ड के उत्तर पूर्व
में साबुत नमक की डली रखने से
भी घर में पॉजिटीव ऊर्जा का संचालन
होता है। इसे 4-5 दिन में बदलते रहना चाहिए।
- अपने ड्राइंग रूम के उत्तरी पूर्व में फिश
एक्वेरियम रखें। ऐसा करने से धन लाभ होता है।
अगर चाहते हैं
कभी ना हो पैसों की कमी….
कुछ वास्तु नियम ऐसे होते हैं जिनका पालन ना करने पर घर में
पैसों की कमी हमेशा बनी रहती है।
आमदनी से अधिक खर्च ऐसे
घरों की आम समस्या होती है।
यदि आप चाहते हैं
कि आपको कभी पैसों की कमी ना हो तो नीचे
लिखे वास्तुटिप्स जरूर अपनाएं।
- सोने के कमरे में, और खासकर विवाहित जोड़े के कमरे में,
पूजाघर कदापि न बनाएं।
- यदि स्थानाभाव के कारण ऐसा करना ही पड़े,
तो पूजास्थल को हर तरफ से पर्दे में रखें।
- पूजा-स्थान सदा साफ-सुथरा रखना चाहिए। इसे उत्तर-पूर्व
अर्थात ईशान कोण – पूजा-घर में
कीमती वस्तुएं, धन आदि छिपाकर न
रखें।
- अलमारियां खिड़की के बाहर से दिखाई न दें।
- चेक बुक, बैंक और व्यापार के कागजात, नकद, आभूषण
आदि अलमारी की तिजोरी में
इस प्रकार रखें कि वह दक्षिण या नैर्ऋत्य
की ओर न खुले अन्यथा धन
की हानि होगी।
- तिजोरी शयनकक्ष में नहीं रखें।
यदि रखनी ही हो, तो दक्षिण भाग में
इस तरह रखें कि उसका मुंह उत्तर अर्थात कुबेर
की दिशा की ओर खुले, धन लाभ होगा
* घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं। इससे परिवार
में प्रेम बढ़ता है। तुलसी के पत्तों के नियमित सेवन
से कई रोगों से मुक्ति मिलती है।
* ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) को हमेशा साफ-सुथरा रखें ताकि सूर्य
की जीवनदायिनी किरणें घर में
प्रवेश कर सकें।
* भोजन बनाते समय गृहिणी का हमेशा मुख पूर्व
की ओर होना चाहिए। इससे भोजन सुपाच्य और
स्वादिष्ट बनता है। साथ ही पूर्व
की ओर मुख करके भोजन करने से
व्यक्ति की पाचन शक्ति में
वृद्धि होती है।
* जो बच्चे में पढ़ने में कमजोर हैं, उन्हें पूर्व
की ओर मुख करके अध्ययन करना चाहिए। इससे
उन्हें लाभ होगा।
*जिन कन्याओं के विवाह में विलम्ब हो रहा है, उन्हें वायव्य
कोण (उत्तर-पश्चिम) के कमरे में रहना चाहिए। इससे
उनका विवाह अच्छे और समृद्ध परिवार में होगा।
* रात को सोते वक्त व्यक्ति का सिर हमेशा दक्षिण दिशा में
होना चाहिए।
कभी भी उत्तरदिशा की ओर
सिर करके नहीं सोना चाहिए। इससे अनिद्रा रोग होने
की संभावना होती है साथ
ही व्यक्ति की पाचन शक्ति पर
विपरीत असर पड़ता है।
* घर में कभी-कभी नमक के
पानी से पोंछा लगाना चाहिए। इससे नकारात्मक
ऊर्जा नष्ट होती है।
*घर से निकलते समय माता-पिता को विधिवत (झुककर) प्रणाम
करना चाहिए। इससेबृहस्पति और बुध ठीक होते
हैं। इससे व्यक्ति के जटिल से जटिल काम बन जाते हैं।
* घर का प्रवेश द्वार एकदम स्वच्छ होना चाहिए। प्रवेश द्वार
जितना स्वच्छ होगा घर में लक्ष्मी आने
की संभावना उतनी ही बढ़
जाती है।
* प्रवेश द्वार के आगे स्वस्तिक, ॐ, शुभ-लाभ जैसे
मांगलिक चिह्नों को उपयोग अवश्य करें।
* प्रवेश द्वार पर कभी भी बिना सोचे-
समझे गणेशजी न लगाएं। दक्षिण
या उत्तरमुखी घर के द्वार पर
ही गणेशजी लगाएं।
* विवाह पत्रिका कभी भूलकर भी न
फाड़े क्योंकि इससे व्यक्ति को गुरु और मंगल का दोष लग जाता है।
* घर में देवी-देवताओं
की ज्यादा तस्वीरें न रखें और शयन
कक्ष में तो बिलकुल भी नहीं।
* शयन कक्ष में टेलीविजन कदापि न रखें
क्योंकि इससे शारीरिक क्षमताओं पर
विपरीत असर पड़ता है।
* दफ्तर में काम करते समय उत्तर-पूर्व की ओर
मुख करके बैठें तो शुभ रहेगा, जबकि बॉस (कार्यालय प्रमुख)
का केबिन नैऋत्य कोण में होना चाहिए।
* घर के भीतर शंख अवश्य रखें। इससे बजाने से
500 मीटर के दायरे में रोगाणु नष्ट होते हैं।
* पक्षियों को दाना खिलाने और गाय को रोटी और
चारा खिलाने से गृह दोष का निवारण होता है।
अगर आप पैसों की कमी से जुझ रहे
है। घर में आमदनी से अधिक खर्च आपके लिए
अक्सर मानसिक तनाव का कारण बन जाता है तो नीचे
लिखे वास्तुप्रयोग अपनाकर आप
मां लक्ष्मी कीप्रसन्नता प्राप्त कर
सकते हैं।
- साल में एक दो-बार हवन करें।
- घर में अधिक कबाड़ एकत्रित ना होने दें।
- शाम के समय एक बार पूरे घर की लाइट जरूर
जलाएं। इस समय घर में लक्ष्मी का प्रवेश
होता है।
- सुबह-शाम सामुहिक आरती करें।
- महीने में एक या दो बार उपवास करें।
- घर में हमेशा चन्दन और कपूर की खुशबु
का प्रयोग करें।
- जो व्यक्ति श्रेष्ठ धन की इच्छा रखते हैं वे
रात्रि में सत्ताइस हकीक पत्थर लेकर उसके ऊपर
लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें, तो निश्चय
ही उसके घर में अधिक
उन्नति होती है।
- किसी शुक्रवार के दिन रात्रि में पूजा उपासना करने के
पश्चात एक सौ आठ बार ऊं
ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय
नम: मंत्र का जप करें। धन से जुड़ी हर
समस्या हल हो जाएगी।
जब आप हो परेशान पैसों की कमी से
अगर आप के घर में
आमदनी अच्छी होने के बावजुद
भी हमेशा धन
की कमी बनी रहती हो।
पैसा टिकता ना हो तो नीचे लिखे वास्तु उपाय अपनाएं।
इन उपायों से आपके घर में लक्ष्मी स्थाई रूप से
निवास करने लगेगी।
- घर के उत्तर पूर्व में शीशे की बोतल
में जल भरकर रखने से तथा इस जल का सेवन एक दिन पश्चात
करने से घर वालों का स्वास्थ्य सही रहता है।
- सुबह एवं शाम सम्पूर्ण घर में कपूर का धुंआ लगाने से वास्तु
दोषों में कमी आती है।
- भवन का मध्य भाग खुला रखने से परिवार में
सभी सदस्य मेल जोल से रहते हैं।
- धन लाभ के लिये
चारदीवारी की दक्षिणी एवं
पश्चिमी दीवार उत्तर एवं पूर्व से
ऊंची एवं मजबूत रखें।
- घर के उत्तर में द्वार व खिड़कियाँ रखना से धनागमन होता है।
- भूखण्ड के उत्तर पूर्व में अण्डरग्राउण्ड
पानी का टैंक रखने से स्थिर व्यवसाय एवं
लक्ष्मी का वास होता है।
- उत्तर पूर्व के अण्डरग्राउण्ड टैंक से
रोजाना पानी निकाल कर पेड़ पौधे सीचने से
धन वृद्धि होती है।
- भवन के उत्तर पूर्व का फर्श सबसे
नीचा होना चाहिए तथा दक्षिण पश्चिम का फर्श
सबसे ऊंचा रखने से आय अधिक, व्यय कम रहता है। भूखण्ड
के उत्तर में चमेली के तेल का दीपक
जलाने से धन लाभ होता है।
- भवन के मुख्यद्वार को सबसे बड़ा रखना चाहिए यह सबसे
सुंदर भी होना चाहिए। मुख्यद्वार के ऊपर गणेश
जी बैठाने से घर में सभी प्रकार
की सुख सुविधा रहती है।
- घर में यदि पॉजिटीव
ऊर्जा नहीं हो तो रोजाना नमक युक्त
पानी का पौंछा लगाना चाहिए। भूखण्ड के उत्तर पूर्व
में साबुत नमक की डली रखने से
भी घर में पॉजिटीव ऊर्जा का संचालन
होता है। इसे 4-5 दिन में बदलते रहना चाहिए।
- अपने ड्राइंग रूम के उत्तरी पूर्व में फिश
एक्वेरियम रखें। ऐसा करने से धन लाभ होता है।
अगर चाहते हैं
कभी ना हो पैसों की कमी….
कुछ वास्तु नियम ऐसे होते हैं जिनका पालन ना करने पर घर में
पैसों की कमी हमेशा बनी रहती है।
आमदनी से अधिक खर्च ऐसे
घरों की आम समस्या होती है।
यदि आप चाहते हैं
कि आपको कभी पैसों की कमी ना हो तो नीचे
लिखे वास्तुटिप्स जरूर अपनाएं।
- सोने के कमरे में, और खासकर विवाहित जोड़े के कमरे में,
पूजाघर कदापि न बनाएं।
- यदि स्थानाभाव के कारण ऐसा करना ही पड़े,
तो पूजास्थल को हर तरफ से पर्दे में रखें।
- पूजा-स्थान सदा साफ-सुथरा रखना चाहिए। इसे उत्तर-पूर्व
अर्थात ईशान कोण – पूजा-घर में
कीमती वस्तुएं, धन आदि छिपाकर न
रखें।
- अलमारियां खिड़की के बाहर से दिखाई न दें।
- चेक बुक, बैंक और व्यापार के कागजात, नकद, आभूषण
आदि अलमारी की तिजोरी में
इस प्रकार रखें कि वह दक्षिण या नैर्ऋत्य
की ओर न खुले अन्यथा धन
की हानि होगी।
- तिजोरी शयनकक्ष में नहीं रखें।
यदि रखनी ही हो, तो दक्षिण भाग में
इस तरह रखें कि उसका मुंह उत्तर अर्थात कुबेर
की दिशा की ओर खुले, धन लाभ होगा
* घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं। इससे परिवार
में प्रेम बढ़ता है। तुलसी के पत्तों के नियमित सेवन
से कई रोगों से मुक्ति मिलती है।
* ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) को हमेशा साफ-सुथरा रखें ताकि सूर्य
की जीवनदायिनी किरणें घर में
प्रवेश कर सकें।
* भोजन बनाते समय गृहिणी का हमेशा मुख पूर्व
की ओर होना चाहिए। इससे भोजन सुपाच्य और
स्वादिष्ट बनता है। साथ ही पूर्व
की ओर मुख करके भोजन करने से
व्यक्ति की पाचन शक्ति में
वृद्धि होती है।
* जो बच्चे में पढ़ने में कमजोर हैं, उन्हें पूर्व
की ओर मुख करके अध्ययन करना चाहिए। इससे
उन्हें लाभ होगा।
*जिन कन्याओं के विवाह में विलम्ब हो रहा है, उन्हें वायव्य
कोण (उत्तर-पश्चिम) के कमरे में रहना चाहिए। इससे
उनका विवाह अच्छे और समृद्ध परिवार में होगा।
* रात को सोते वक्त व्यक्ति का सिर हमेशा दक्षिण दिशा में
होना चाहिए।
कभी भी उत्तरदिशा की ओर
सिर करके नहीं सोना चाहिए। इससे अनिद्रा रोग होने
की संभावना होती है साथ
ही व्यक्ति की पाचन शक्ति पर
विपरीत असर पड़ता है।
* घर में कभी-कभी नमक के
पानी से पोंछा लगाना चाहिए। इससे नकारात्मक
ऊर्जा नष्ट होती है।
*घर से निकलते समय माता-पिता को विधिवत (झुककर) प्रणाम
करना चाहिए। इससेबृहस्पति और बुध ठीक होते
हैं। इससे व्यक्ति के जटिल से जटिल काम बन जाते हैं।
* घर का प्रवेश द्वार एकदम स्वच्छ होना चाहिए। प्रवेश द्वार
जितना स्वच्छ होगा घर में लक्ष्मी आने
की संभावना उतनी ही बढ़
जाती है।
* प्रवेश द्वार के आगे स्वस्तिक, ॐ, शुभ-लाभ जैसे
मांगलिक चिह्नों को उपयोग अवश्य करें।
* प्रवेश द्वार पर कभी भी बिना सोचे-
समझे गणेशजी न लगाएं। दक्षिण
या उत्तरमुखी घर के द्वार पर
ही गणेशजी लगाएं।
* विवाह पत्रिका कभी भूलकर भी न
फाड़े क्योंकि इससे व्यक्ति को गुरु और मंगल का दोष लग जाता है।
* घर में देवी-देवताओं
की ज्यादा तस्वीरें न रखें और शयन
कक्ष में तो बिलकुल भी नहीं।
* शयन कक्ष में टेलीविजन कदापि न रखें
क्योंकि इससे शारीरिक क्षमताओं पर
विपरीत असर पड़ता है।
* दफ्तर में काम करते समय उत्तर-पूर्व की ओर
मुख करके बैठें तो शुभ रहेगा, जबकि बॉस (कार्यालय प्रमुख)
का केबिन नैऋत्य कोण में होना चाहिए।
* घर के भीतर शंख अवश्य रखें। इससे बजाने से
500 मीटर के दायरे में रोगाणु नष्ट होते हैं।
* पक्षियों को दाना खिलाने और गाय को रोटी और
चारा खिलाने से गृह दोष का निवारण होता है।
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