Tuesday, May 27, 2014

पति पत्नी के आपसी रिश्ते कडवाहट में बदल जाते है

 पति पत्नी के आपसी रिश्ते कडवाहट में बदल जाते है !
 कई बार पुरुष परायी स्त्री के चंगुल में फंस जाते है और अपनी पत्नी बच्चो तक को भूल जाते है ! इसी प्रकार स्त्रियाँ भी अपने पति को भूल पर-पुरुष के जाल में फंस जाती है ! केवल पति पत्नी ही नहीं पिता पुत्र के रिश्ते में भी विद्वेषण आदि तांत्रिक प्रयोगों द्वारा कडवाहट पैदा हो जाती है !
ऐसे में वशीकरण मंत्र ही इस कडवाहट को खत्म करने का सबसे सरल उपाएँ है ! प्रस्तुत मंत्र द्वारा आप अपनी इस प्रकार की सभी समस्याओं का निवारण कर सकते है ! इतना ही नहीं इस मंत्र द्वारा आप अपने मालिक का वशीकरण कर सकते है और नौकर का भी ! इसके अलावा प्रेमी प्रेमिका और सगे सम्बन्धियों का वशीकरण कर उनसे इच्छित कार्य करवाया जा सकता है !
हम यहाँ वशीकरण से सम्बंधित एक सरल प्रयोग दे रहे है ताकि आपको यह ना लगे कि हम जानबूझकर कठिन प्रयोग देते है जिसका आम आदमी प्रयोग भी ना कर पायें !
|| मंत्र ||
Lसत नमो आदेश ! गुरूजी को आदेश ! ॐ गुरूजी !
ॐ कौली आई मात की लीजे दो कर जोड़ आगे पांच
महेश्वर पीछे देवी देवता तैतीस करोड़ करे कौली मुखे
बाला हिर्दे जपो तपो श्री सुंदरी बाला औ कौली
आवे कौली जावे कौली गत गंगा में समावे सुगुरा होके
कौली चेते इको त्तर सौ पुरुषा ले उतरे पार,
नुगुरा होके कौली चेते गत गंगा के भार आई लेजा
बरसे धर्ती निपजे आकाश सांधा पार जुठी आद शक्ति महामाई !
श्री नाथजी गुरूजी को आदेश ! आदेश ! आदेश 
|| विधि ||
ग्रहण काल में १०८ बार जप करे ! ऐसा करने पर मंत्र सिद्ध हो जायेगा !
|| प्रयोग विधि ||
इस मंत्र को २१ बार पढ़कर किसी भी वस्तु को अभिमंत्रित करे और इच्छित व्यक्ति क ो खिला दे ! आपका कार्य सिद्ध हो जायेगा 

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