. यदि सूर्य उच्च राशी मेष (१) में होगा तो , यह
आपको ज्ञानियों में पूज्य बनाएगा, सहधर्मियों में नायक ,
भाग्यवान , धनवान , सुख भोगने वाला बना देता है।
२. यदि चन्द्रमा उच्च राशी वृषभ (२) होगा तो ,
वह जातक को समाज में सम्मान दिलाता है, साथ
ही वह जातक को हंसमुख , चंचल ,
विलासी स्वभावबनाता
है।
३. मंगल के उच्च राशी मकर (१०) का होने पर
जातक बलिष्ठ , और शूरवीर होता है, यह
कर्तव्य शीतलता नहीं दिखाता है।
जातक राज्य की सेवा में विशेष सफलता पाता है।
४. यदि बुध उच्च राशी कन्या (६) का होतो, जातक
को यह कुशल सम्पादक , प्रसिद्ध लेखक या कवि बनाता है।
यह यश -वृद्धि से संतुष्ट रहता है , तथा समाज में सम्मान
पाता है।
५. यदि गुरु उच्च राशी कर्क (४) का हो तो , जातक
चतुर , विवेक शील , सोच- समझकर कार्य करने
वाला , ऐश्वर्य वान होता है।
६. यदि शुक्र उच्च राशी मीन (१२)
का हो जातक संगीतज्ञ , अभिनेता , उन्नत भाग्य
वाला होता है।
७. यदि शनि उच्च राशि तुला (७) का हो तो जातक को विशेष धन
की प्राप्ति होती है , अचानक धन
मिलता है , सट्टे , शेयर , या लॉटरी से धन लाभ।
८. यदि राहू उच्च का होतो, स्पष्ट वादी , गूढ़
विद्या की प्राप्ति होती। है
९. यदि केतू उच्च राशी का हो तो, राज्य में
पदोन्नति पाता है. किन्तु जातक नीच, लम्पट,
धोखेबाज़ दोस्तों से हानी पाने वाला ,
किसी टीम का नायक होता। है
आपको ज्ञानियों में पूज्य बनाएगा, सहधर्मियों में नायक ,
भाग्यवान , धनवान , सुख भोगने वाला बना देता है।
२. यदि चन्द्रमा उच्च राशी वृषभ (२) होगा तो ,
वह जातक को समाज में सम्मान दिलाता है, साथ
ही वह जातक को हंसमुख , चंचल ,
विलासी स्वभावबनाता
है।
३. मंगल के उच्च राशी मकर (१०) का होने पर
जातक बलिष्ठ , और शूरवीर होता है, यह
कर्तव्य शीतलता नहीं दिखाता है।
जातक राज्य की सेवा में विशेष सफलता पाता है।
४. यदि बुध उच्च राशी कन्या (६) का होतो, जातक
को यह कुशल सम्पादक , प्रसिद्ध लेखक या कवि बनाता है।
यह यश -वृद्धि से संतुष्ट रहता है , तथा समाज में सम्मान
पाता है।
५. यदि गुरु उच्च राशी कर्क (४) का हो तो , जातक
चतुर , विवेक शील , सोच- समझकर कार्य करने
वाला , ऐश्वर्य वान होता है।
६. यदि शुक्र उच्च राशी मीन (१२)
का हो जातक संगीतज्ञ , अभिनेता , उन्नत भाग्य
वाला होता है।
७. यदि शनि उच्च राशि तुला (७) का हो तो जातक को विशेष धन
की प्राप्ति होती है , अचानक धन
मिलता है , सट्टे , शेयर , या लॉटरी से धन लाभ।
८. यदि राहू उच्च का होतो, स्पष्ट वादी , गूढ़
विद्या की प्राप्ति होती। है
९. यदि केतू उच्च राशी का हो तो, राज्य में
पदोन्नति पाता है. किन्तु जातक नीच, लम्पट,
धोखेबाज़ दोस्तों से हानी पाने वाला ,
किसी टीम का नायक होता। है
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