Monday, May 19, 2014

नक्षत्र किसी कार्य को प्रारम्भ करने

नक्षत्र किसी कार्य को प्रारम्भ करने के मुहूर्त
की महत्त्व पूर्ण इकाई होता है।
कभी-कभी हमें शीघ्र
कार्य का सम्पादन करना होता है,तो यदि नक्षत्र
को प्राथमिकता दी जाय और उसे अपने अनुकूल
बना लिया जाय तो कार्य के सफल होने
की संंभावना कई गुणा बढ़ जाती है।
यहाँ कुछ सामान्य से उपायों का संकलन किया गया है।
१-अश्विनी-इस नक्षत्र मे गुड से बने पदार्थ,उड़द
की दाल,सीताफल
की सब्जी खाकर कार्य करने से कार्यो मे
सफलता मिलती हैं ।
२-भरणी-तिल के बने पदार्थ तथा चावल का भोजन
करने से कार्यसिद्दि होती हैं ।
३-कृतिका-इस नक्षत्र मे दही,उड़द
तथा मिश्री खाकर काम करने से
सफलता मिलती हैं ।
४-रोहिणी-इस नक्षत्र मे शुद्ध
घी का बना पदार्थ खाने व गोरोचन का तिलक करने से
कार्य मे सफलता मिलती हैं ।
५-मृगशिरा-इस नक्षत्र मे लाल मसूर की दाल
का सेवन करने तथा कस्तुरी अपने पास रखने से
कार्य सिद्दी होती है।
६-आद्रा-इस नक्षत्र मे मक्खन खाकर कार्य करने से कार्य
पूर्ण होता हैं ।
७-पुनर्वसु-इस नक्षत्र मे शुद्ध घी का सेवन करने
व कस्तुरी को पास रखने से कार्य
सिद्दी होती हैं।
८-पुष्य-इस नक्षत्र मे कार्य सिद्दी हेतु दूध व
दुग्ध पदार्थो का सेवन करना चाहिए ।
९-अश्लेषा-इस नक्षत्र मे गुड तथा शक्कर का सेवन करने से
व केसर का प्रयोग पुजा मे करने से कार्य सिद्द हो जाते हैं ।
१०-मघा-इस नक्षत्र मे कार्य सिद्दी के लिए भोजन
मे केसर का प्रयोग करना चाहिए।
११-पूर्वाफाल्गुनी-इस नक्षत्र मे कार्य
सिद्दी के लिए आलू से बने पदार्थ व
हरी इलायची खाने चाहिए ।
१२-उत्तराफाल्गुनी-इस नक्षत्र मे उड़द,लहसुन
तथा आलू के बने भोज्य पदार्थ खाने से कार्य
सिद्दी होती हैं ।
१३-हस्त-सिंघाड़े का सेवन इस नक्षत्र मे करने से कार्य
सिद्दी होती हैं ।
१४-चित्रा-इस नक्षत्र मे मूंग की दाल से बने भोज्य
पदार्थ का सेवन करने से कार्य
सिद्दी होती हैं ।
१५-स्वाति-इस नक्षत्र मे कार्यसिद्दि के लिए केले व सेब
का सेवन करना चाहिए ।
१६-विशाखा-इसमे कार्य पूर्ति के लिए आवले का सेवन
करना चाहिए ।
१७-अनुराधा-इस नक्षत्र मे कार्य सिद्दी के लिए
मिश्री व किशमिश खानी चाहिए ।
१८-ज्येष्ठा-इस नक्षत्र मे सफलता के लिए शककरकंद
तथा मिश्री खानी चाहिए ।
१९-मूल-इसमे सफलता के लिए मुली का सेवन
करना चाहिए |
२०-पूर्वाषाढ़ा-इस नक्षत्र मे सफलता के लिए
नींबू,आवला व मिश्री का सेवन
करना चाहिए ।
२१-उत्तराषाढ़ा-इस नक्षत्र मे कार्यसिद्दि के लिए बेलपत्र व
नींबू का सेवन करना चाहिए ।
२२-श्रवण-इस नक्षत्र मे सफलता के लिए दूध का सेवन
करना चाहिए ।
२३-धनिष्ठा-इस नक्षत्र मे कामयाबी हेतु करेले व
मूंग की दाल के बने भोजन पदार्थ का सेवन
करना चाहिए ।
२४-शतभिषा-तुम्बे के बीज का सेवन इस नक्षत्र मे
करने से कार्य पूर्ण होता हैं ।
२५-पूर्वाभाद्रपद-इस नक्षत्र मे सफलता के लिए करेला व
दही का सेवन करना चाहिए

२६-उत्तराभाद्रपद-इस नक्षत्र मे कार्य सिद्दी के
लिए उड़द की दाल का सेवन करना चाहिए ।
२७-रेवती-इस नक्षत्र मे सफलता के लिए
पानी मे उपजे फल का सेवन करना चाहिए ।

No comments:

Post a Comment