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१. प्रथम कलशको, उपरांत सीढियोंको नमस्कार करें ।
देवताकी मूर्तिके समक्ष विद्यमान
कछुएकी (शिवजीके मंदिरमें
नंदीकी) एक ओर खडे होकर, हाथ
जोडकर दर्शन करें ।
२. देवताके चरणोंपर दृष्टि टिकाकर लीन हों ।
तदुपरांत देवताकी छातीपर मन एकाग्र करें
एवं अंतमें देवताके नेत्रोंकी ओर देखकर उनके
रूपको अपनी आंखोंमें संजोएं ।
३. मनमें नामजप करते हुए मध्यम गतिसे देवताके चारों ओर
परिक्रमा करें । बैठकर नामजप करें । निकलनेसे पूर्व
देवताको नमस्कार एवं प्रार्थना करें । देवालयसे निकलनेपर
कलशको पुनः नमस्कार करें ।-
१. प्रथम कलशको, उपरांत सीढियोंको नमस्कार करें ।
देवताकी मूर्तिके समक्ष विद्यमान
कछुएकी (शिवजीके मंदिरमें
नंदीकी) एक ओर खडे होकर, हाथ
जोडकर दर्शन करें ।
२. देवताके चरणोंपर दृष्टि टिकाकर लीन हों ।
तदुपरांत देवताकी छातीपर मन एकाग्र करें
एवं अंतमें देवताके नेत्रोंकी ओर देखकर उनके
रूपको अपनी आंखोंमें संजोएं ।
३. मनमें नामजप करते हुए मध्यम गतिसे देवताके चारों ओर
परिक्रमा करें । बैठकर नामजप करें । निकलनेसे पूर्व
देवताको नमस्कार एवं प्रार्थना करें । देवालयसे निकलनेपर
कलशको पुनः नमस्कार करें ।-
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