Sunday, May 4, 2014

पूर्व जन्म में आपने कौन सा काम किया है

पूर्व जन्म में आपने कौन सा काम किया है:-
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कहते हैं जीवन में जो भी सुख और
दुःख मिलता है उसका संबंध पूर्व जन्म के कर्मों से होता है।
इसलिए जीवन में परेशानी आने पर हम
सोचने लगते हैं कि आखिर पूर्व जन्म में हमने
ऐसी कौन
सी गलतियां की है
जिसकी सजा हमे भगवान दे रहा है। अगर
आपको यहजाननेकीचाहत है कि पूर्व जन्म
मेंआपने कौन सी गलतियां की हैं तो इसमें
लालकिताब आपकी मदद कर सकता है।
सरकारी कार्यों में बेईमानी का परिणाम
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लाल किताब में बताया गया है कि पूर्व जन्म
केकर्मों को कुण्डली के आठवें घर से
जाना जा सकता है।अगर
आपकी कुण्डली में आठवें घर मेंसूर्य
बैठा है और आपको जन्म स्थान से दूर संघर्ष
पूर्णजीवन बिताना पड़ रहा है।इसका मतलब है
कि पूर्व जन्म में आपने किसी बेकसूर
व्यक्ति को सताया है। पूर्व जन्म में सरकारी क्षेत्र
सेजुड़े कार्यों में रहकर बेईमानी करने वाले
को वर्तमानजीवन में सरकारी दंड
एवंसरकारी क्षेत्र से जुड़े कार्यों में
बाधाओंका सामना करना पड़ता है।
बार-बार असफलता का कारण :---
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जिनकी कुण्डली में गुरू आठवें घर में
अशुभस्थिति में होता है उन्हें बार-बार अपने प्रयास में
असफलताओंका सामना करना पड़ता है। परिश्रम करने पर
भी इनकेहिस्से का यश और सम्मान
किसी और को मिल जाता है।संतान सुख के मामले में
इन्हें कष्ट का सामना करना पड़ता है।ज्योतिषशास्त्र के अनुसार
जो लोग पूर्व जन्म में अपने माता-पिता,गुरूजन एवं
आश्रितों का अनादर करते हैं। शरण में आए व्यक्ति केसाथ
धोखा करते हैं उनकी कुण्डली में गुरू
आठवें घर में बैठकर उन्हें पूर्व जन्म में
किएकर्मों की सजा देता है
तब दूसरों के
किएगलती की सजा मिलती है :-
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ज्योतिषशास्त्र में शनि को न्यायकर्ता कहा गया है।
जिनकी कुण्डली में शनि आठवें घर
मेंहो और दूसरों के
किएगलतियों की सजा भुगतनी पड़े
तो समझलीजिए कि आपने पूर्व जन्म में
किसी लाचारव्यक्ति को सताया है। जो लोग
मदिरा का सेवन करते हैं औरपरस्त्री से संबंध के
कारणअपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभाते
हैं।उनकी कुण्डली शनि आठवें घर में
बैठकरपूर्व जन्म में किए पाप का दंड देता है।
ऐसेव्यक्तियों को अधिकारियों से दंड मिलता है।बार-बारअपमानित
होते हैंतथा संपत्ति विवाद में उलझते हैं। परिश्रम से
प्राप्तसफलता भी अधिक समय तक
कायमनहीं रह पाती है।
पूर्वजन्म में जीवनसाथी को सताने वाले
को
शुक्र वैवाहिक जीवन एवं भौतिक सुख
का कारणहोता है। यह कुण्डली में शुभ
स्थिति मेंहो तो व्यक्ति का दांपत्य जीवन सुखद
होता है औरधन वैभव
की प्राप्ति होती है। लेकिनजो लोग पूर्व
जन्म में जीवनसाथी को सतातेहैं और
परस्त्री अथवा पुरूष से संबंध रखते
हैंउनकी कुण्डली में शुक्र अशुभ
होकरआठवें घर में बैठता है। ऐसे व्यक्ति को धन
की लालचके कारण समाज में अपमानित
होना पड़ता है। इनका दांपत्यजीवन कष्टमय
होता है। प्रेममेंइन्हेंअसफलतामिलती है।

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