मंत्र से सब करने लगेंगे आपकी तारीफ
=========================================
कोई भी इंसान अपनी बुराई सुनना पसंद
नहीं करता है। कोई
भी नहीं चाहता कि उसका दुनिया में कोई
भी दुश्मन हो। लेकिन कोई
कितनी भी कोशिश कर ले उसका कोई ना कोई
विरोधी जरूर रहता है। ऐसे में जब कोई आपके
पीठ के पीछे आपकी बुराई
करता है। सफलता के रास्ते में रोड़े अटकाता है। ऐसे में तनाव
होना एक साधारण सी बात है।यह कोई
नहीं चाहता कि इस दुनिया में उसका कोई दुश्मन
भी हो।
यह अनुभव की बात है कि कई बार
जहां इंसानी प्रयास सफ ल नहीं होते,
वहां कोई तंत्र-मंत्र चमत्कार कर देते हैं। अपने
विरोधियों अथवा शत्रुओं को शांत करने, अपने अनुकूल बनाने
अथवा अपने वश में करने के लिये, नीचे दिये गए मंत्र
का नियमबद्ध जप करना आश्चर्यजनक प्रभाव दिखाता है-
मंत्र-
।। नृसिंहाय विद्महे, वज्र नखाय धी मही
तन्नो नृसिहं प्रचोदयात् ।।
जप सूर्योदय से पूर्व शांत एवं एकांत स्थान पर हो सके तो जल्द
ही सफलता मिलती है।
==============================
कोई भी इंसान अपनी बुराई सुनना पसंद
नहीं करता है। कोई
भी नहीं चाहता कि उसका दुनिया में कोई
भी दुश्मन हो। लेकिन कोई
कितनी भी कोशिश कर ले उसका कोई ना कोई
विरोधी जरूर रहता है। ऐसे में जब कोई आपके
पीठ के पीछे आपकी बुराई
करता है। सफलता के रास्ते में रोड़े अटकाता है। ऐसे में तनाव
होना एक साधारण सी बात है।यह कोई
नहीं चाहता कि इस दुनिया में उसका कोई दुश्मन
भी हो।
यह अनुभव की बात है कि कई बार
जहां इंसानी प्रयास सफ ल नहीं होते,
वहां कोई तंत्र-मंत्र चमत्कार कर देते हैं। अपने
विरोधियों अथवा शत्रुओं को शांत करने, अपने अनुकूल बनाने
अथवा अपने वश में करने के लिये, नीचे दिये गए मंत्र
का नियमबद्ध जप करना आश्चर्यजनक प्रभाव दिखाता है-
मंत्र-
।। नृसिंहाय विद्महे, वज्र नखाय धी मही
तन्नो नृसिहं प्रचोदयात् ।।
जप सूर्योदय से पूर्व शांत एवं एकांत स्थान पर हो सके तो जल्द
ही सफलता मिलती है।
No comments:
Post a Comment