समुद्र शास्त्र के अनुसार
होते हैं हैं। प्रथम में लाल एवं सफेद रंग का मिश्रण होता है
जिसे हम गुलाबी कहते हैं। ऐसे लोगमृदु स्वभाव,
बुद्धिमान, साधारण परिश्रमी, रजोगुणी एवं
अध्ययन तथा विचरण प्रेमी होते हैं। ऐसे
लोगदिखने में सुंदर तथा आकर्षक होते हैं
तथा सभी को अपनी ओर आकर्षित
करने में सक्षम होते हैं।
- दूसरे भेद में लाल व पीले रंग का मिश्रण होता है,
जिसे पिंगल कहा जाता है। ऐसे जातक परिश्रमी,
धैर्यवान, सौम्य, गंभीर, रजोगुणी,
भोगी, समृद्ध एवं व्यवहार कुशल होते हैं। देखने
में आता है कि ऐसे जातक बीमार रहते हैं
तथा इन्हें रक्त
संबंधी बीमारी अधिक
होती है।
होते हैं हैं। प्रथम में लाल एवं सफेद रंग का मिश्रण होता है
जिसे हम गुलाबी कहते हैं। ऐसे लोगमृदु स्वभाव,
बुद्धिमान, साधारण परिश्रमी, रजोगुणी एवं
अध्ययन तथा विचरण प्रेमी होते हैं। ऐसे
लोगदिखने में सुंदर तथा आकर्षक होते हैं
तथा सभी को अपनी ओर आकर्षित
करने में सक्षम होते हैं।
- दूसरे भेद में लाल व पीले रंग का मिश्रण होता है,
जिसे पिंगल कहा जाता है। ऐसे जातक परिश्रमी,
धैर्यवान, सौम्य, गंभीर, रजोगुणी,
भोगी, समृद्ध एवं व्यवहार कुशल होते हैं। देखने
में आता है कि ऐसे जातक बीमार रहते हैं
तथा इन्हें रक्त
संबंधी बीमारी अधिक
होती है।
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