हकीक पत्थर
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तंत्र शास्त्र में कई विशेष प्रकार के
पत्थरों का भी महत्व है। इन पत्थरों से
सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। हकीक
एक ऐसा ही चमत्कारीक पत्थर है।
हकीक का प्रयोग विभिन्न टोटकों एवं प्रयोगों में
किया जाता हैतंत्र शास्त्र में हकीक
को चमत्कारीक पत्थर माना गया है। यह
भी कहा जाता है कि जिसके घर में
हकीक होता है, वह
कभी गरीब
नहीं हो सकता।हकीक पत्थर
का तांत्रिक क्षेत्र में बहुत महत्व है। विभिन्न टोटको एवं
प्रयोगों से हकीक पत्थर
लक्ष्मी का प्रतीक
भी माना गया है। इसलिए कहा गया है कि जिसके घर
में हकीक होता है। वह कभी दरिद्र
हो नहीं सकता। हकीक पत्थर
का विभिन्न पूजा-पाठ, साधनाओं और उपासनाओं में प्रयोग किए
जा सकते हैं।
किसी शुक्रवार के दिन रात्रि में पूजा उपासना करने के
पश्चात एक हकीक माला लें और एक सौ आठ बार
ऊँ
ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय
नम: मंत्र का जप करें। इसके बाद
माला को लक्ष्मीजी के मंदिर में अर्पित
कर दें। धन से जुड़ी हर समस्या हल
हो जाएगी।
यदि ग्यारह हकीक पत्थर लेकर
किसी मंदिर में चढ़ा दें और ऐसा कहें कि अमुक कार्य
में विजय होना चाहता हूं तो निश्चय ही उस कार्य
में विजय प्राप्त होती है।
जो व्यक्ति श्रेष्ठ धन की इच्छा रखते हैं वह रात
में 27 हकीक पत्थर लेकर उसके ऊपर
लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें, तो निश्चय
ही उसके घर में अधिक
उन्नति होती है
इस तरह यह पत्थर धन से
जुड़ी आपकी हर समस्या का हल कर
देता है।
धरती पर मिलने वाले कई पत्थरों और रत्नों में
हकीक का अलग ही महत्व है।
यह लाल, पीले व सफेद आदि कई रंगों में
पाया जाता है। इसकी लोकप्रियता की एक
वजह इसका सस्ता व आसानी से सुलभ
होना भी है। विशेष रूप से नर्मदा और
गोदावरी नदी के तल में पाए जाने वाले
हकीक को हक दिलाने वाला पत्थर माना जाता है।
जिस हकीक में सफेद पट्टियां पाई
जाती हैं, उसे सर्वश्रेष्ठ और सुरक्षात्मक
माना जाता है।
इस रत्न के बारे में यह भी कहा जाता है कि इस
रत्न को धारण करने वाले किसी व्यक्ति पर अगर कोई
संकट आता है, तो वह उस संकट को अपने ऊपर लेकर टूट
जाता है। वैसे आमतौर पर मान्यता है कि हकीक
को धारण करने से सौभाग्य
की वृद्धि होती है और दरिद्रता का नाश
होता है। इससे भूत-प्रेत एवं बुरी आत्माओं से
संबंधित बाधा भी दूर होती है। यह विष
के प्रभाव को भी दूर करता है। इसलिए कई राजा-
महराजा इससे बने प्यालों में रसपान करते थे। काले रंग
का हकीक आरोग्य में
भी उपयोगी माना जाता है, जबकि सफेद
रंग का हकीक मानसिक तनाव को दूर करता है।
इसी प्रकार नीला हकीक
शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों के जप में प्रयोग में
आता है। हकीक के 27
पत्थरों को लक्ष्मी मंत्र से अभिमंत्रित करके
लक्ष्मी माता की मूर्ति के
नीचे स्थापित कर दिए जाएं, तो घर में आर्थिक
समृद्धि होने लगती है।
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तंत्र शास्त्र में कई विशेष प्रकार के
पत्थरों का भी महत्व है। इन पत्थरों से
सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। हकीक
एक ऐसा ही चमत्कारीक पत्थर है।
हकीक का प्रयोग विभिन्न टोटकों एवं प्रयोगों में
किया जाता हैतंत्र शास्त्र में हकीक
को चमत्कारीक पत्थर माना गया है। यह
भी कहा जाता है कि जिसके घर में
हकीक होता है, वह
कभी गरीब
नहीं हो सकता।हकीक पत्थर
का तांत्रिक क्षेत्र में बहुत महत्व है। विभिन्न टोटको एवं
प्रयोगों से हकीक पत्थर
लक्ष्मी का प्रतीक
भी माना गया है। इसलिए कहा गया है कि जिसके घर
में हकीक होता है। वह कभी दरिद्र
हो नहीं सकता। हकीक पत्थर
का विभिन्न पूजा-पाठ, साधनाओं और उपासनाओं में प्रयोग किए
जा सकते हैं।
किसी शुक्रवार के दिन रात्रि में पूजा उपासना करने के
पश्चात एक हकीक माला लें और एक सौ आठ बार
ऊँ
ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय
नम: मंत्र का जप करें। इसके बाद
माला को लक्ष्मीजी के मंदिर में अर्पित
कर दें। धन से जुड़ी हर समस्या हल
हो जाएगी।
यदि ग्यारह हकीक पत्थर लेकर
किसी मंदिर में चढ़ा दें और ऐसा कहें कि अमुक कार्य
में विजय होना चाहता हूं तो निश्चय ही उस कार्य
में विजय प्राप्त होती है।
जो व्यक्ति श्रेष्ठ धन की इच्छा रखते हैं वह रात
में 27 हकीक पत्थर लेकर उसके ऊपर
लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें, तो निश्चय
ही उसके घर में अधिक
उन्नति होती है
इस तरह यह पत्थर धन से
जुड़ी आपकी हर समस्या का हल कर
देता है।
धरती पर मिलने वाले कई पत्थरों और रत्नों में
हकीक का अलग ही महत्व है।
यह लाल, पीले व सफेद आदि कई रंगों में
पाया जाता है। इसकी लोकप्रियता की एक
वजह इसका सस्ता व आसानी से सुलभ
होना भी है। विशेष रूप से नर्मदा और
गोदावरी नदी के तल में पाए जाने वाले
हकीक को हक दिलाने वाला पत्थर माना जाता है।
जिस हकीक में सफेद पट्टियां पाई
जाती हैं, उसे सर्वश्रेष्ठ और सुरक्षात्मक
माना जाता है।
इस रत्न के बारे में यह भी कहा जाता है कि इस
रत्न को धारण करने वाले किसी व्यक्ति पर अगर कोई
संकट आता है, तो वह उस संकट को अपने ऊपर लेकर टूट
जाता है। वैसे आमतौर पर मान्यता है कि हकीक
को धारण करने से सौभाग्य
की वृद्धि होती है और दरिद्रता का नाश
होता है। इससे भूत-प्रेत एवं बुरी आत्माओं से
संबंधित बाधा भी दूर होती है। यह विष
के प्रभाव को भी दूर करता है। इसलिए कई राजा-
महराजा इससे बने प्यालों में रसपान करते थे। काले रंग
का हकीक आरोग्य में
भी उपयोगी माना जाता है, जबकि सफेद
रंग का हकीक मानसिक तनाव को दूर करता है।
इसी प्रकार नीला हकीक
शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों के जप में प्रयोग में
आता है। हकीक के 27
पत्थरों को लक्ष्मी मंत्र से अभिमंत्रित करके
लक्ष्मी माता की मूर्ति के
नीचे स्थापित कर दिए जाएं, तो घर में आर्थिक
समृद्धि होने लगती है।
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