मुक़दमे में विजय प्राप्ति हेतु तंत्र प्रयोग
जीवन में कई बार व्यक्ति का धन लोग छल से ले लेते
हैं, और वापिस ही नहीं करते सिर्फ
आश्वासन ही देते हैं या व्यक्ति अकारण
ही कोर्ट कचहरी के चक्कर में फस
जाता है, चाहे
वो कितनी भी इमानदारी बरते
परन्तु वकीलों के षड्यंत्रों से उसका व उसके परिवार
का जीवन दूभर होता जाता है तब
वकीलों,विपक्षियों और जज
की बुद्धि अपने अनुकूल करने में इस प्रयोग का कोई
सानी नहीं है , यदि नीले
वस्त्र धारण कर नीले या काले आसन पर बैठकर
दक्षिण मुख हो कर मध्य रात्रि में छिन्नमस्ता यंत्र को सामने रख
व्यक्ति उनका और गुरु यन्त्र चित्र का पूजन पूर्ण विधान से
करके और नीली हकीक
माला से २१ माला निम्न मन्त्र की कर ले तो ये मन्त्र
उसके लिए जाग्रत हो जाता है , और जब भी वाद
विवाद के लिए या मुक़दमे के लिए जाना हो तो मात्र ३ माला जप
करके चला जाये तो कार्यवाही साधक के
ही पक्ष में होती है , याद रखिये जप
के मध्य कोष्टक के शब्दों का उच्चारण
नहीं करना है , जब प्रयोग करना है तब उस
स्थान पर नाम भी जोड़कर मंत्र करना है.
मन्त्र- नीली-
नीली,महानी
ली (शत्रु/वकील/जज का नाम)
जीभी तालू सर्व
खिली ,सही खिलो तत्क्षणाय स्वाहा.
जीवन में कई बार व्यक्ति का धन लोग छल से ले लेते
हैं, और वापिस ही नहीं करते सिर्फ
आश्वासन ही देते हैं या व्यक्ति अकारण
ही कोर्ट कचहरी के चक्कर में फस
जाता है, चाहे
वो कितनी भी इमानदारी बरते
परन्तु वकीलों के षड्यंत्रों से उसका व उसके परिवार
का जीवन दूभर होता जाता है तब
वकीलों,विपक्षियों और जज
की बुद्धि अपने अनुकूल करने में इस प्रयोग का कोई
सानी नहीं है , यदि नीले
वस्त्र धारण कर नीले या काले आसन पर बैठकर
दक्षिण मुख हो कर मध्य रात्रि में छिन्नमस्ता यंत्र को सामने रख
व्यक्ति उनका और गुरु यन्त्र चित्र का पूजन पूर्ण विधान से
करके और नीली हकीक
माला से २१ माला निम्न मन्त्र की कर ले तो ये मन्त्र
उसके लिए जाग्रत हो जाता है , और जब भी वाद
विवाद के लिए या मुक़दमे के लिए जाना हो तो मात्र ३ माला जप
करके चला जाये तो कार्यवाही साधक के
ही पक्ष में होती है , याद रखिये जप
के मध्य कोष्टक के शब्दों का उच्चारण
नहीं करना है , जब प्रयोग करना है तब उस
स्थान पर नाम भी जोड़कर मंत्र करना है.
मन्त्र- नीली-
नीली,महानी
ली (शत्रु/वकील/जज का नाम)
जीभी तालू सर्व
खिली ,सही खिलो तत्क्षणाय स्वाहा.
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