यदि आप पैर पर पैर रखकर बैठते है तो हो जाये साबधान
अन्यथा धन से जुड़ी परेशानियां झेलना पड़
सकती है
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जब भी कोई व्यक्ति घर में पैर पर पैर रखकर बैठते
हैं तो अक्सर जानकार
वृद्धजनों द्वारा ऐसा नहीं करने
की सलाह दी जाती है।
पुराने समय से ही कई ऐसी बातें
चली आ रही हैं जिनका संबंध हमारे
जीवन में प्राप्त होने वाले सुख और दुख से
जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि पैर पर पैर रखकर बैठने से
स्वास्थ्य को नुकसान होता है साथ ही इसे धर्म
की दृष्टि से भी अशुभ समझा जाता है।
हमारे स्वभाव, हाव-भाव और व्यवहार में क्या-
क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए? इस
संबंध में शास्त्रों में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। इन
परंपराओं का निर्वहन आज
भी बड़ी संख्या में
लोगों द्वारा किया जाता है।
यदि किसी पूजन कार्य में या शाम के समय पैर पर पैर
रखकर बैठते हैं
तो महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त
नहीं होती है। धन
संबंधी कार्यों में विलंब होता है।
पैसों की तंगी बढ़ती है।
शास्त्रों के अनुसार शाम के समय धन
की देवी महालक्ष्मी पृथ्वी भ्रमण
पर रहती हैं ऐसे में यदि कोई व्यक्ति पैर पर पैर
रखकर बैठा रहता है तो देवी उससे नाराज
हो जाती हैं।
लक्ष्मी की नाराजगी के बाद
धन से जुड़ी परेशानियां झेलना पड़ती हैं।
अत: बैठते समय ये बात ध्यान रखें। पैर पर पैर रखकर न बैठें।
बैठे-बैठे पैर भी नहीं हिलाना चाहिए।
काफी लोगों की आदत
होती है कि वे बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं जबकि यह
कार्य भी शास्त्रों के अनुसार वर्जित किया गया है।
कहते है जिससे कर्ज बढता है और स्वास्थ्य
की दृष्टि से भी ऐसा करने से पैरों से
संबंधित बीमारियां होने की संभावनाएं
बढ़ती हैं। कम उम्र में ही जोड़ों में
दर्द प्रारंभ हो सकता है।
यदि हम किसी पूजन कार्य में व्यस्थित ढंग से
नहीं बैठते हैं तो उस धर्म कर्म से पूर्ण पुण्य
की प्राप्ति नहीं हो पाती है।
पूजन कार्य में ध्यान रखना चाहिए कि हम बार-बार इधर-उधर
ना देखें। हमारा ध्यान भगवान की ओर
ही होना चाहिए। साथ ही बार-बार
बैठने
की अवस्था भी नहीं बदलनी चाहिए।
अन्यथा धन से जुड़ी परेशानियां झेलना पड़
सकती है
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जब भी कोई व्यक्ति घर में पैर पर पैर रखकर बैठते
हैं तो अक्सर जानकार
वृद्धजनों द्वारा ऐसा नहीं करने
की सलाह दी जाती है।
पुराने समय से ही कई ऐसी बातें
चली आ रही हैं जिनका संबंध हमारे
जीवन में प्राप्त होने वाले सुख और दुख से
जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि पैर पर पैर रखकर बैठने से
स्वास्थ्य को नुकसान होता है साथ ही इसे धर्म
की दृष्टि से भी अशुभ समझा जाता है।
हमारे स्वभाव, हाव-भाव और व्यवहार में क्या-
क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए? इस
संबंध में शास्त्रों में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। इन
परंपराओं का निर्वहन आज
भी बड़ी संख्या में
लोगों द्वारा किया जाता है।
यदि किसी पूजन कार्य में या शाम के समय पैर पर पैर
रखकर बैठते हैं
तो महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त
नहीं होती है। धन
संबंधी कार्यों में विलंब होता है।
पैसों की तंगी बढ़ती है।
शास्त्रों के अनुसार शाम के समय धन
की देवी महालक्ष्मी पृथ्वी भ्रमण
पर रहती हैं ऐसे में यदि कोई व्यक्ति पैर पर पैर
रखकर बैठा रहता है तो देवी उससे नाराज
हो जाती हैं।
लक्ष्मी की नाराजगी के बाद
धन से जुड़ी परेशानियां झेलना पड़ती हैं।
अत: बैठते समय ये बात ध्यान रखें। पैर पर पैर रखकर न बैठें।
बैठे-बैठे पैर भी नहीं हिलाना चाहिए।
काफी लोगों की आदत
होती है कि वे बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं जबकि यह
कार्य भी शास्त्रों के अनुसार वर्जित किया गया है।
कहते है जिससे कर्ज बढता है और स्वास्थ्य
की दृष्टि से भी ऐसा करने से पैरों से
संबंधित बीमारियां होने की संभावनाएं
बढ़ती हैं। कम उम्र में ही जोड़ों में
दर्द प्रारंभ हो सकता है।
यदि हम किसी पूजन कार्य में व्यस्थित ढंग से
नहीं बैठते हैं तो उस धर्म कर्म से पूर्ण पुण्य
की प्राप्ति नहीं हो पाती है।
पूजन कार्य में ध्यान रखना चाहिए कि हम बार-बार इधर-उधर
ना देखें। हमारा ध्यान भगवान की ओर
ही होना चाहिए। साथ ही बार-बार
बैठने
की अवस्था भी नहीं बदलनी चाहिए।
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