Friday, April 25, 2014

बुध :

बुध :
बुध व्यापार व स्वास्थ्य का करक माना गया है | यह मिथुन और
कन्या राशि का स्वामी है | बुध वाक्
कला का भी द्योतक है | विद्या और बुद्धि का सूचक है |
कुंडली में बुध की अशुभता पर दाँत कमजोर
हो जाते हैं। सूँघने की शक्ति कम
हो जाती है। गुप्त रोग हो सकता है। व्यक्ति वाक्
क्षमता भी जाती रहती है।
नौकरी और व्यवसाय में धोखा और नुक्सान हो सकता है।
उपाय :
भगवान गणेश व माँ दुर्गा की आराधना करे | गौ सेवा करे |
अपने भोजन में से एक हिस्सा गाय को, एक हिस्सा कुत्तों को और
एक हिस्सा कौवे को दें, या अपने हाथ से गाय को हरा चारा, हरा साग
खिलाये। उड़दकी दाल का सेवन करे व दान करे | बालिकाओं
को भोजन कराएँ। किन्नेरो को हरी साडी,
सुहाग सामग्री दान देना भी बहुत
चमत्कारी है | ॐ बुं बुद्धाय नमः का नित्य जाप
करना श्रेयस्कर होता है आथवा गणेशअथर्वशीर्ष
का पाठ करे |
- -बुध महादशा: यदि बुध की महादशा या अंतर्दशा चल
रही है और बुध अशुभ हो, तो प्रतिदिन बुध के मंत्र
ॐ बुं बुधाय नम: का जप, मां दुर्गा का पूजन,
दुर्गा सप्तशती या दुर्गा सप्तश्लोक के मंत्रों का पाठ,
प्रतिदिन गाय को हरी घास तथा पालक खिलाने, गौ सेवा करने
तथा बुध की वस्तुओं का दान करने से लाभ होगा। साथ
ही कनिष्ठा उंगली में पन्ना या ओनेक्स धारण
करने से लाभ होगा।

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