Saturday, April 19, 2014

दुर्लभ पौधा हत्था जोड़ी

दुर्लभ पौधा हत्था जोड़ी बहुत
चमत्कारी होती है
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हत्था जोड़ी इंसान की भुजाओं के आकार
की होती है। इसमें दो पंजे दिखाई देते हैं
और उंगलियां भी साफ-साफ दिखाई देती हैं।
पंजों की आकृति ठीक इसी प्रकार
होती है, जैसे मुट्ठी बंधी हुई
हो। ज्योतिषीय उपायों में इस जड़ का विशेष महत्व है।
यह पौधा विशेष रूप से मध्यप्रदेश के वन क्षेत्रों में पाया जाता है।
आमतौर वनवासी लोग इस जड़ को निकालकर बेचते हैं।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार यह जड़ बहुत
चमत्कारी होती है और
किसी कंगाल को भी मालामाल
बना सकती है। इस जड़ के असर से मुकदमा, शत्रु
संघर्ष, दरिद्रता से जुड़ी परेशानियों को दूर
किया जा सकता है। इस जड़ से वशीकरण
भी किया जाता है और भूत-प्रेत आदि बाधाओं से
भी निजात मिल सकती है।
हत्था जोड़ी यह बहुत
ही शक्तिशाली व
प्रभावकारी वस्तु है यह एक जंगली पौधे
की जड़ होती है मुकदमा ,शत्रु
संघर्ष ,दरिद्रता ,व दुर्लभ आदि के निवारण में इसके
जैसी चमत्कारी वस्तु आज तक देखने में
नही आई इसमें वशीकरण
को भी अदुभूत टकक्ति है , भूत दृप्रेत आदि का भय
नही रहता यदि इसे तांत्रिक विधि से सिध्द कर दिया जाए
तो साधक निष्चित रूप से चामुण्डा देवी का कृपा पात्र
हो जाता है यह जिसके पास होती है उसे हर कार्य
में सफलता मिलती है धन संपत्ति देने
वाली यह बहुत चमत्कारी साबित हुई है
तांत्रिक वस्तुओं में यह महत्वपूर्ण है ।
हत्था जोड़ी में अद्भुत प्रभाव निहित रहता है, यह
साक्षात चामुंडा देवी का प्रतिरूप है. यह जिसके पास
भी होगा वह अद्भुत रुप से
प्रभावशाली होगा. सम्मोहन, वशीकरण,
अनुकूलन, सुरक्षा में अत्यंत गुणकारी होता है,
हत्था जोड़ी.
हत्था जोड़ी जो की एक महातंत्र में उपयोग
में लायी जाती है और इसके प्रभाव से शत्रु
दमन तथा मुकदमो में विजय हासिल होती है !
मेहनत और लगन से काम करके धनोपार्जन करते हैं फिर
भी आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
तो आपको अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उपाय
करना चाहिए। इसके लिए किसी भी शनिवार
अथवा मंगलवार के दिन हत्था जोड़ी घर लाएं। इसे लाल रंग
के कपड़े में बांधकर घर में किसी सुरक्षित स्थान में
अथवा तिजोरी में रख दें। इससे आय में
वृद्घि होगी एवं धन का व्यय कम होगा।
तिजोरी में सिन्दूर युक्त हत्था जोड़ी रखने से
आर्थिक लाभ में वृद्धि होने लगती है.
हाथा जोड़ी एक जड़ है। होली के पूर्व
इसको प्राप्त कर स्नान कराकर पूजा करें तत्पश्चात
तिल्ली के तेल में डूबोकर रख दें। दो हफ्ते पश्चात
निकालकर गायत्री मंत्र से पूजने के बाद
इलायची तथा तुलसी के पत्तों के साथ एक
चांदी की डिब्बी में रख दें। इससे
धन लाभ होता है।हाथा जोड़ी को इस मंत्र से सिद्ध करें-
ऊँ किलि किलि स्वाहा।

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