Tuesday, July 22, 2014

प्रेम विवाह के योग और संभावनाएं:

प्रेम विवाह के योग और संभावनाएं:->
विवाह हर लड़के लड़की के जीवन में
बहुत बड़ा क्षण होता है ।आज कल
की युवा पीढ़ी टी.वी ,
फेसबुक ,सोशल मीडिया और
बदलती जीवन शैली से
बहुत प्रभावित हो रही है ।
यही कारण है कि आज कल के युवा प्रेम
सबंधो को ज़्यादा समय देकर अपने करियर का नुकसान कर रहे
है , कई बार तो वह माता पिता का भी विरोध कर देते
हैं ।
यह भी देखने में आया है की प्रेम
सबंधो की वजह से कई बार
लड़का लड़की मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं
और खुदखुशी तक कर लेते हैं ।
आईये जाने कुंडली में वह कौन से ग्रह और
उनकी युतियां हैं जो प्रेम विवाह
की संभावनाओं को प्रबल बनती है
१.मंगल और शुक्र दोनों प्रेम सबंधो को प्रभावित करते हैं ।
दोनों की शुभ स्थिति प्रेम सबंधो को मजबूत
करती है ।शुक्र वक्री हो तो प्रेम
सबंधों में मुश्किलें आती हैं ।
२.सप्तमेश और पंचमेश की युति हो तो प्रेम विवाह
होने की सम्भावना होती है ।
३.अगर पंचमेश और सप्तमेश थोड़े धीमे हों तो ये
ऐसे प्रेम सबंधों को जन्म देते हैं जिन्हे जातक
जीवन भर नहीं भुला पाते ।
४. प्रेम विवाह के लिए बाहरवें घर
को भी देखना चाहिए क्यों की यह घर
बिस्तर सुख का है अगर लग्नेश बाहरवें घर में हो और
पंचमेश और सप्तमेश की युति हो तो प्रेम विवाह
की संभावनाएं और भी ज़्यादा मज़बूत
हो जाती हैं ।
५ पांचवा घर को संतान और सातवें को पति पत्नी के
लिए देखा जाता है इसलिए इनकी युति प्रेम विवाह में
बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है
और भी बहुत से योग होते हैं
जो पूरी कुंडली देखकर
ही जाने जा सकते हैं ।
आजकल के युवाओं से
यही कहूँगा की कभी भी माता पिता का दिल
दुखाकर शादी न करें और न ही भाग कर
शादी करें । अपने माता पिता की इज़्ज़त
को कभी दाव पर न लगाएं ।न जाने उन्होंने
आपकी शादी के लिए कितने सपने देखे
होंगे । ज़रा उनके अरमानो के बारे में सोचें
कभी भी एक दो साल के प्रेम के लिए
माता पिता के साथ जुड़े २०-२५ वर्षों के रिश्ते और इज़्ज़त
को मिटटी में न मिलाएं । विवाह माता पिता के
आशीर्वाद के बिना अधूरा होता है ।
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