Monday, July 7, 2014

अद्भुत लाभ है पत्तल में भोजन करने के

!!===अद्भुत लाभ है पत्तल में भोजन करने के===!!
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==========आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे
देश मे 2000 से अधिक वनस्पतियोंकी पत्तियों से
तैयार किये जाने वाले पत्तलों और उनसे होने वाले लाभों के विषयमे
पारम्परिक चिकित्सकीय ज्ञान उपलब्ध है पर
मुश्किल से पाँच प्रकार कीवनस्पतियों का प्रयोग हम
अपनी दिनचर्या मे करते है।आम तौर पर केले
की पत्तियो मे खाना परोसा जाता है।
प्राचीन ग्रंथों मे केले कीपत्तियो पर परोसे
गये भोजन को स्वास्थ्य के लिये लाभदायक बताया गया है।आजकल
महंगे होटलों और रिसोर्ट मे भी केले
की पत्तियो का यह प्रयोग होनेलगा है।1-पलाश के
पत्तल में भोजन करने से स्वर्ण के बर्तन में भोजन करने
का पुण्य वआरोग्य मिलता है ।2-केले के पत्तल में भोजन करने
से चांदी के बर्तन में भोजन करनेका पुण्य वआरोग्य
मिलता है ।3-रक्त की अशुद्धता के कारण
होनेवाली बीमारियों के लिये पलाश से तैयार
पत्तलको उपयोगी माना जाता है। पाचन तंत्र
सम्बन्धी रोगों के लिये
भी इसका उपयोगहोता है। आम तौर पर लाल
फूलो वाले पलाश को हम जानते हैं पर सफेद फूलोंवाला पलाश
भी उपलब्ध है। इस दुर्लभ पलाश से तैयार पत्तल
को बवासिर(पाइल्स) के रोगियों के लिये
उपयोगी माना जाता है।4-जोडो के दर्द के लिये करंज
की पत्तियों से तैयार पत्तल
उपयोगीमाना जाता है।
पुरानी पत्तियों को नयी पत्तियों की तुलना मे
अधिक उपयोगी माना जाता है।5-लकवा (पैरालिसिस)
होने पर अमलतास की पत्तियों से तैयार
पत्तलो को उपयोगीमाना जाता है।इसके अन्य
लाभ :--------------------1. सबसे पहले तो उसे
धोना नहीं पड़ेगा, इसको हम
सीधा मिटटी में दबा सकते है l2. न
पानी नष्ट होगा l3. न
ही कामवाली रखनी पड़ेगी,
मासिक खर्च भी बचेगा l4. न केमिकल उपयोग करने
पड़ेंगे l5. न केमिकल द्वारा शरीर को आंतरिक
हानि पहुंचेगी l6. अधिक से अधिक वृक्ष उगाये
जायेंगे, जिससे कि अधिक आक्सीजन
भी मिलेगी l7. प्रदूषण
भी घटेगा ।8. सबसे महत्वपूर्ण झूठे
पत्तलों को एक जगह गाड़ने पर, खाद का निर्माण
किया जासकता है, एवं मिटटी की उपजाऊ
क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है l9. पत्तल बनाए
वालों को भी रोजगारप्राप्त होगा l10. सबसे मुख्य
लाभ, आप नदियों को दूषित होने से बहुत बड़े स्तर परबचा सकते
हैं,जैसे कि आप जानते ही हैं
कि जो पानी आप बर्तन धोने में उपयोग कररहे हो,
वोकेमिकल वाला पानी, पहले नाले मेंजायेगा, फिर आगे
जाकर नदियों मेंही छोड़दिया जायेगा l जो जल प्रदूषण
में आपको सहयोगी बनाता है l

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