Thursday, July 31, 2014

कालसर्प योग

कालसर्प योग के दुष्परिणाम संक्षेप में
* विभिन्न प्रकार के दैहिक व मानसिक कष्ट भोगने पड़ते हैं।
स्वास्थ्य प्राय: बिगड़ा रहता है।
* पैतृक संपत्ति उसके जीवन में नष्ट
हो जाती है या पैतृक संपत्ति उसे
नहीं मिलती।
मिलती भी है तो आधी-
अधूरी।
* भाइयों का जातक को सुख नहीं मिलता। कार्य-
व्यवसाय में भाई-बंधु धोखा देते हैं।
* जन्म स्थान से दूर जाकर जीविकोपार्जन करता है।
भूमि-भवन का सुख नहीं मिलता है।
* शिक्षा भरपूर लेकर भी उसका जीवन
में उपयोग नहीं होता।
* संतान से कष्ट पाता है। संतान निकम्मी व
चरित्रहीन होती है।
* आजीवन जातक संघर्ष करता रहता है। शत्रु
भय निरंतर बना रहता है।
* गृहस्थ जीवन
सुखी नहीं रहता। गृहकलह
पीड़ा देता है। पत्नी मनोनुकूल
नहीं मिलती।
* भाग्य कभी साथ नहीं देता।
* दु:स्वप्न वशात् अनिद्रा का रोग पाल लेता है।
* कोर्ट-कचहरी, दावे-थाने के चक्कर लगाने पड़ते
हैं। धन का नाश

No comments:

Post a Comment