Wednesday, July 16, 2014

राहू

किसी की भी कुंडली का अध्ययन
करते समय
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मैं राहू पर अधिक ध्यान देता हूँ क्योंकि इस ग्रह का कुछ
पता नहीं कि कब बदल जाए जैसे कि आप कल कुछ
काम करने वाले हैं लेकिन समय आने पर आपका मन बदल जाए
और आप कुछ और करने लगें तो इस दुविधा में राहू का हाथ
होता है | किसी भी प्रकार
की अप्र्याशित घटना का दावेदार राहू
ही होता है | आप खुद नहीं जानते
की आप आने वाले कुछ घंटों में क्या करने वाले हैं
या कहाँ जाने वाले हैं तो इसमें निस्संदेह राहू का आपसे कुछ
नाता है | या तो राहू लग्नेश के साथ है या लग्न में
ही राहू है | यदि आप जानते हैं
की आप झूठ की राह पर हैं परन्तु
आपको लगता है की आप सही कर
रहे हैं तो यह धारणा आपको देने वाला राहू
ही है
किसी को धोखा देने की प्रवृत्ति राहू
पैदा करता है यदि आप पकडे जाएँ तो इसमें
भी आपके राहू का दोष है क्योंकि वह
आपकी कुंडली में आपके भाग्य में
निर्बल है और यह स्थिति बार बार होगी इसलिए
राहू का अनुसरण करना बंद करें क्योंकि यह जब बोलता है
तो कुछ और सुनाई नहीं देता | जिस तरह कर्ण
पिशाचिनी आपको गुप्त
बातों की जानकारी देती है
उसी तरह यदि राहू
आपकी कुंडली में बलवान
होगा तो आपको सभी तरह की गुप्त
बातें बैठे बिठाए ही पता चल जायेंगी |
यदि आपको लगता है की सब कुछ गुप्त है और
आपसे कुछ छुपाया जा रहा है या आपके पीठ
पीछे बोलने वाले लोग बहुत अधिक हैं तो यह
भी राहू की ही करामात है
|
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राहू रहस्य का कारक ग्रह है और तमाम रहस्य
की परतें राहू की ही दें
होती हैं | राहू वह झूठ है जो बहुत
लुभावना लगता है | राहू झूठ का वह रूप है जो झूठ होते हुए
भी सच जैसे प्रतीत होता है | राहू
कम से कम सत्य तो कभी नहीं है |
जो प्रेम सम्बन्ध असत्य की डोर से बंधे होते हैं
या जो सम्बन्ध दिखावे के लिए होते हैं वे राहू के
ही बनावटी सत्य हैं | राहू
व्यक्ति को झूठ बोलना सिखाता है | बातें छिपाना, बात बदलना,
किसी के विशवास को सफलता पूर्वक
जीतने की कला राहू के अलावा कोई और
ग्रह नहीं दे सकता |
राहू एकतरफ़ा प्रेम का वह रूप है जिसमे
व्यक्ति कभी अपने प्यार के सामने
नहीं आता और फिर भी चुपचाप सब
कुछ देखता रह जाता है | क्यों ? क्योंकि परिस्थितियां, ग्रह गोचर
अनुकूल नहीं हैं बलवान नहीं हैं |
राहू वह लालच है जिसमे व्यक्ति को कुछ अच्छा बुरा दिखाई
नहीं देता केवल अपना स्वार्थ
ही दिखाई देता है |
क्यों न हों ताकतवर राहू के लोग सफल? क्यों बुरे लोग
तरक्की जल्दी कर लेते हैं | क्यों झूठ
का बोलबाला अधिक होता है और क्यों दिखावे में
इतनी जान होती है ? क्योंकि इन सबके
पीछे राहू की ताकत
रहती है |
मांस मदिरा का सेवन, बुरी लत,
चालाकी और क्रूरता, अचानक आने वाला गुस्सा,
पीठ पीछे की वो बुराई
जो काम करे ये सब राहू की विशेषताएं हैं | राहू के
बारे में मैंने पिछले ४ सालों में जितना पढ़ा देखा ///जांचा वह
भी अभी कुछ
नहीं क्योंकि असलियत को सामने न आने
देना ही राहू की खासियत है और हर
तरह के झूठ का पर्दाफाश करना केतु का धर्म है

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