Thursday, July 24, 2014

विवाह के लिए

जन्मकुंडली में कई ऐसे योग होते हैं
जिनकी वजह से
किसी भी व्यक्ति फिर वो चाहे पुरुष
हो या स्त्री अपने जीवन
की सबसे बड़ी खुशी विवाह
से वंचित रह जाते हैं.... साथ ही कई बार ये
रूकावट बाहरी बाधाओं या प्रारब्ध
की वजह से
भी आती हैं. फिर चाहे लाख प्रयास
करते जाओ उम्र मानों पंख लगाकर उड़ते जाती है पर
एक तो रिश्ते आते नहीं हैं,और यदि आते
भी हैं तो अस्वीकृति के अलावा और कुछ
प्राप्त नहीं होता है. लोग लाख उपाय करते रहते
हैं पर समस्या का समुचित निदान
नहीं हो पाता है.परन्तु निम्न प्रयोग नाथ
सिद्धों की अद्भुत देन है समाज,को जिसके प्रयोग से
कैसी भी विपरीत
स्थिति की प्रतिकूलता अनुकूलता में परिवर्तित
होती ही है और विवाह के लिए
श्रेष्ट
संबंधों की प्राप्ति होती ही है.
किसी भी शुभ दिवस पर
मिटटी का एक नया कुल्हड़ लाए. उसमे एक लाल
वस्त्र,सात काली मिर्च एवं सात
ही नमक की साबुत
कंकड़ी रख दें.हांडी का मुख कपडे से
बंद कर दें.कुल्हड़ के बाहर कुमकुम की सात
बिंदियाँ लगा दे.फिर उसे सामने रख कर निम्न मंत्र
की ५ माला करे.मन्त्र जप के पश्चात
हांडी को चौराहे पर रखवा दे. इस प्रयोग का असर
देख कर आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे.
मन्त्र-
गौरी आवे ,शिव जो ब्यावे.अमुक को विवाह तुरंत सिद्ध
करे.देर ना करे,जो देर होए ,तो शिव को त्रिशूल पड़े,गुरु गोरखनाथ
की दुहाई फिरै.

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