Friday, July 25, 2014

नक्षत्र भी जातक का स्वभाव निर्धारित करते हैं

नक्षत्र भी जातक का स्वभाव निर्धारित करते हैं।
1. अश्विनी : बौद्धिक प्रगल्भता, संचालन शक्ति,
चंचलता व चपलता इस जातक
की विशेषता होती है।
2. भरणी : स्वार्थी वृत्ति, स्वकेंद्रित
होना व स्वतंत्र निर्णय लेने में समर्थ न होना इस नक्षत्र के
जातकों में दिखाई देता है।
3. कृतिका : अति साहस, आक्रामकता, स्वकेंद्रित, व
अहंकारी होना इस नक्षत्र के जातकों का स्वभाव
है। इन्हें शस्त्र, अग्नि और वाहन से भय होता है।
4. रोहिणी : प्रसन्न भाव, कलाप्रियता, मन
की स्वच्छता व उच्च अभिरुचि इस नक्षत्र
की विशेषता है।
5. मृगराशि : बु्द्धिवादी व
भोगवादी का समन्वय, तीव्र बुद्धि होने
पर भी उसका उपयोग सही स्थान पर न
होना इस नक्षत्र की विशेषता है।
6. आर्द्रा : ये जातक गुस्सैल होते हैं। निर्णय लेते समय
द्विधा मन:स्थिति होती है,
संशयी स्वभाव भी होता है।
7. पुनर्वसु : आदर्शवादी, सहयोग करने वाले व
शांत स्वभाव के व्यक्ति होते हैं। आध्यात्म में
गहरी रुचि होती है।
8. अश्लेषा : जिद्दी व एक हद तक
अविचारी भी होते हैं। सहज विश्वास
नहीं करते व 'आ बैल मुझे मार'
की तर्ज पर स्वयं संकट बुला लेते हैं।
9. मघा : स्वाभिमानी, स्वावलंबी, उच्च
महत्वाकांक्षी व सहज नेतृत्व के गुण इन
जातकों का स्वभाव होता है।
10. पूर्वा : श्रद्धालु, कलाप्रिय, रसिक वृत्ति व
शौकीन होते हैं।
11. उत्तरा : ये संतुलित स्वभाव वाले होते हैं।
व्यवहारशील व अत्यंत परिश्रमी होते
हैं।
12. हस्त : कल्पनाशील, संवेदनशील,
सुखी, समाधानी व
सन्मार्गी व्यक्ति इस नक्षत्र में जन्म लेते हैं।
13. चित्रा : लिखने-पढ़ने में रुचि, शौकीन
मिजाजी, भिन्न
लिंगी व्यक्तियों का आकर्षण इन जातकों में
झलकता है।
14. स्वाति : समतोल प्रकृति, मन पर नियंत्रण,
समाधानी वृत्ति व दुख सहने व पचाने
की क्षमता इनका स्वभाव है।
15. विशाखा : स्वार्थी, जिद्दी,
हेकड़ीखोर व्यक्ति होते हैं। हर तरह से
अपना काम निकलवाने में माहिर होते हैं।
16. अनुराधा : कुटुंबवत्सल, श्रृंगार प्रिय, मधुरवाणी,
सन्मार्गी, शौकीन होना इन
जातकों का स्वभाव है।
17. ज्येष्ठा : स्वभाव निर्मल, खुशमिजाज मगर शत्रुता को न
भूलने वाले, छिपकर वार करने वाले होते हैं।
18. मूल : प्रारंभिक जीवन कष्टकर, परिवार से
दुखी, राजकारण में यश, कलाप्रेमी-कलाका
र होते हैं।
19. पूर्वाषाढ़ा : शांत, धीमी गति वाले,
समाधानी व ऐश्वर्य प्रिय व्यक्ति इस नक्षत्र में
जन्म लेते हैं।
20. उत्तराषाढ़ा : विनयशील, बुद्धिमान, आध्यात्म में
रूचि वाले होते हैं। सबको साथ लेकर चलते हैं।
21. श्रवण : सन्मार्गी, श्रद्धालु,
परोपकारी, कतृत्ववान होना इन जातकों का स्वभाव
है।
22. धनिष्ठा : गुस्सैल, कटुभाषी व
असंयमी होते हैं। हर वक्त अहंकार आड़े
आता है।
23. शततारका : रसिक मिजाज, व्यसनाधीनता व
कामवासना की ओर अधिक झुकाव होता है।
समयानुसार आचरण नहीं करते।
24. पुष्य : सन्मर्गी, दानप्रिय, बुद्धिमान व
दानी होते हैं। समाज में पहचान बनाते हैं।
25. पूर्व भाद्रपदा : बुद्धिमान, जोड़-तोड़ में निपुण, संशोधक
वृत्ति, समय के साथ चलने में कुशल होते हैं।
26. उत्तरा भाद्रपदा : मोहक चेहरा, बातचीत में
कुशल, चंचल व दूसरों को प्रभावित करने
की शक्ति रखते हैं।
27. रेवती : सत्यवादी, निरपेक्ष,
विवेकवान होते हैं। सतत जन कल्याण करने का ध्यास इनमें
होता

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