Tuesday, July 8, 2014

रुद्राक्ष माला को धारण करने के नियम

रुद्राक्ष माला को धारण करने के नियम
1 जिस रुद्राक्ष माला से जाप किया जाता है उसे धारण
नहीं करना चाहिए। उसी प्रकार जिस
माला को धारण किया जाता है उससे जाप
नहीं करना चाहिए।
2 किसी अन्य के उपयोग में आया रुद्राक्ष
अथवा रुद्राक्ष माला को उपयोग नहीं करना चाहिए।
3 रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा करवाने के पश्चात उसे
शुभ मुहूर्त में ही धारण करें।
4 रुद्राक्ष धारण करने वाले जातक को मांस, मदिरा, लहसुन और
प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए।
5 रुद्राक्ष को अंगूठी में जड़वाकर धारण
नहीं करना चाहिए।
6 स्त्रियों को मासिक धर्म के समय रुद्राक्ष धारण
नहीं करना चाहिए।
7 रुद्राक्ष धारण कर रात को शयन
नहीं करना चाहिए।
जो व्यक्ति पवित्र और शुद्ध मन से भगवान शंकर
की आराधना करके रुद्राक्ष धारण करता है,
उसका सभी कष्ट दूर हो जाता है। यहां तक
मानना है कि इसके दर्शन मात्र से ही पापों का क्षय
हो जाता है। जिस घर में रुद्राक्ष
की पूजा की जाती है,
वहां लक्ष्मी जी का वास रहता है।
रुद्राक्ष भगवान शंकर की एक अमूल्य और अद्भुद
देन है। यह शंकर
जी की अतीव प्रिय वस्तु
है। इसके स्पर्श तथा इसके द्वारा जप करने से
ही समस्त पाप से निवृत्त हो जाते है और
लौकिक-परलौकिक एवं भौतिक सुख
की प्राप्ति होती है।

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