पीपल के पेड़ में दु:ख दूर करने के उपाय देखें …
हिन्दू धर्म में पीपल वृक्ष को देवों का देव
कहा गया है। स्वयं कृष्ण ने गाती में कहा है
कि मैं वृक्षों में पीपल हूं। जिसने भी इस
वृक्ष की सेवा श्रद्धा भाव से की है,
उसे लाभ की अनुभूति अवश्य
हुयी है।
पीपल के वृक्ष की प्रत्येक शनिवार
को (दूध, जल, शक्कर, शहद, काले तिल, गंगा जल और गुड़ इन
सभी चीजों को जल में मिलायें) तत्पश्चात
यह मीठा जल पीपल वृक्ष पर चढ़ायें।
और आटा का दीपक जलाकर उसमें सरसों का तेल,
एक लोहे की कील व 11 साबुत उड़त
के दाने डालकर धूप दीप क साथ आर्पित करें।
बायें हाथ से पीपल के वृक्ष की जड़
को स्पर्श कर अपने माथें में लगायें 11 बार परिक्रमा करें। यह
उपाय करने से कुछ ही समय पश्चात
आपको शनिदेव की कृपा मिलने लगेगी।
- इस उपाय को करने से निम्न प्राकर की समस्याओं
से मुक्ति मिलेगी
- शत्रु से परेशान हैं यदि आपको शत्रु अधिक परेशान कर रहें
है, तो :- आप उपरोक्त उपाय के साथ-पीपल वृक्ष
के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ
करें। ऐसा करने से शत्रुओं का नाश होगा।
- दु:खों से ग्रसित
हो कन्या यदि किसी कन्या की पत्री में
प्रबल वैधव्य योग हो तो उसे उपरोक्त उपाय को कम से कम 1
वर्ष तक करने से लाभ अवश्य प्राप्त होगा।
- अगर बृहस्पति मजबूत नहीं हो देव गुरू
बृहस्पति की अशुभता समाप्त करने के लिए केले के
वृक्ष के साथ पीपल के वृक्ष
की भी निममित सेवा करें तो लाभ होगा।
- किसी विशेष कार्य के लिये यदि आपको कोई विशेष
कार्य सिद्ध करना है, तो शानिवार के दिन उपरोक्त उपाय करने से
पूर्व अपना कार्य होने का निवेदन कर पीपल वृक्ष
के समक्ष मिटटी में एक बड़ी लोहे
की कील गाड़ दें और कार्य सिद्ध होने
के पश्चात निकाल दें।
- शरीर में दर्द रहता है यदि आपको हाथ-पैरों में
अथवा कमर के निचले हिस्से में दर्द बना रहता है तो आप काले
कपड़े में पीपल के वृक्ष की जड़ व
लकड़ी को रखकर अपने बिस्तर के सिरहाने रख लें
और साथ में पीपल वृक्ष की सेवा करते
रहें। कुछ समय बाद आप दर्द से मुक्त हो जायेंगे।
- निरंतर हानि हो रही है यदि आपको निरन्तर
हानि उठानी पड़ रहीं है तो प्रत्येक
शनिवार को पीपल के एक नया पत्ते पर ऊँ लिखकर
उस पत्ते को पीपल
की लकड़ी के साथ धन रखने के स्थान
पर रख दें। यह उपाय कम से कम 8 शनिवार तक करना होगा।
कुछ समय में ही आपको लाभ होने लगेगा।
- जीवन में समस्याएं यदि आप
किसी क्षेत्र में सफल होना चाहते है
अथवा आपके कार्यों में बाधायें आ रही है, तो आप
शनिवार के दिन काले धागे में पीपल के 8 पत्तों को एक
गांठ में एक साथ बांधें। अगले शनिवार को जब नई गांठ बांधे
तो पहली वाली गांठ को उतार कर बहते
हुये जल में प्रवाहित कर दें। आप बाधाओं से मुक्त हो जायेंगे।
- शिवलिंग का पूजन प्रथम सोमवार को पीपल वृक्ष
के नीचे शिव प्रतिमा अथ्वा शिवलिंग को रख कर
नियमित ऊँ नमः शिवाय का जाप कर जल से आभिषेक करें। आपके
परिवार में सुख व समृद्धि की बयार
बहती रहेगी।
हिन्दू धर्म में पीपल वृक्ष को देवों का देव
कहा गया है। स्वयं कृष्ण ने गाती में कहा है
कि मैं वृक्षों में पीपल हूं। जिसने भी इस
वृक्ष की सेवा श्रद्धा भाव से की है,
उसे लाभ की अनुभूति अवश्य
हुयी है।
पीपल के वृक्ष की प्रत्येक शनिवार
को (दूध, जल, शक्कर, शहद, काले तिल, गंगा जल और गुड़ इन
सभी चीजों को जल में मिलायें) तत्पश्चात
यह मीठा जल पीपल वृक्ष पर चढ़ायें।
और आटा का दीपक जलाकर उसमें सरसों का तेल,
एक लोहे की कील व 11 साबुत उड़त
के दाने डालकर धूप दीप क साथ आर्पित करें।
बायें हाथ से पीपल के वृक्ष की जड़
को स्पर्श कर अपने माथें में लगायें 11 बार परिक्रमा करें। यह
उपाय करने से कुछ ही समय पश्चात
आपको शनिदेव की कृपा मिलने लगेगी।
- इस उपाय को करने से निम्न प्राकर की समस्याओं
से मुक्ति मिलेगी
- शत्रु से परेशान हैं यदि आपको शत्रु अधिक परेशान कर रहें
है, तो :- आप उपरोक्त उपाय के साथ-पीपल वृक्ष
के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ
करें। ऐसा करने से शत्रुओं का नाश होगा।
- दु:खों से ग्रसित
हो कन्या यदि किसी कन्या की पत्री में
प्रबल वैधव्य योग हो तो उसे उपरोक्त उपाय को कम से कम 1
वर्ष तक करने से लाभ अवश्य प्राप्त होगा।
- अगर बृहस्पति मजबूत नहीं हो देव गुरू
बृहस्पति की अशुभता समाप्त करने के लिए केले के
वृक्ष के साथ पीपल के वृक्ष
की भी निममित सेवा करें तो लाभ होगा।
- किसी विशेष कार्य के लिये यदि आपको कोई विशेष
कार्य सिद्ध करना है, तो शानिवार के दिन उपरोक्त उपाय करने से
पूर्व अपना कार्य होने का निवेदन कर पीपल वृक्ष
के समक्ष मिटटी में एक बड़ी लोहे
की कील गाड़ दें और कार्य सिद्ध होने
के पश्चात निकाल दें।
- शरीर में दर्द रहता है यदि आपको हाथ-पैरों में
अथवा कमर के निचले हिस्से में दर्द बना रहता है तो आप काले
कपड़े में पीपल के वृक्ष की जड़ व
लकड़ी को रखकर अपने बिस्तर के सिरहाने रख लें
और साथ में पीपल वृक्ष की सेवा करते
रहें। कुछ समय बाद आप दर्द से मुक्त हो जायेंगे।
- निरंतर हानि हो रही है यदि आपको निरन्तर
हानि उठानी पड़ रहीं है तो प्रत्येक
शनिवार को पीपल के एक नया पत्ते पर ऊँ लिखकर
उस पत्ते को पीपल
की लकड़ी के साथ धन रखने के स्थान
पर रख दें। यह उपाय कम से कम 8 शनिवार तक करना होगा।
कुछ समय में ही आपको लाभ होने लगेगा।
- जीवन में समस्याएं यदि आप
किसी क्षेत्र में सफल होना चाहते है
अथवा आपके कार्यों में बाधायें आ रही है, तो आप
शनिवार के दिन काले धागे में पीपल के 8 पत्तों को एक
गांठ में एक साथ बांधें। अगले शनिवार को जब नई गांठ बांधे
तो पहली वाली गांठ को उतार कर बहते
हुये जल में प्रवाहित कर दें। आप बाधाओं से मुक्त हो जायेंगे।
- शिवलिंग का पूजन प्रथम सोमवार को पीपल वृक्ष
के नीचे शिव प्रतिमा अथ्वा शिवलिंग को रख कर
नियमित ऊँ नमः शिवाय का जाप कर जल से आभिषेक करें। आपके
परिवार में सुख व समृद्धि की बयार
बहती रहेगी।
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