समुद्र शास्त्र के अनुसार कान, बाल और गर्दन
भी इंसान के स्वभाव को अच्छे से व्यक्त करता है।
कान मनुष्य की चौथी ज्ञान
इंद्री है। इसका एक हिस्सा शरीर के
बाहर दिखाई देता है, जबकि एक हिस्सा शरीर के
अंदर होता है। बाल मृत कोशिकाओं से बने होते हैं। मनुष्य के
चेहरे को आकर्षक बनाने में बालों का अहम योगदान होता है।
गर्दन शरीर का वह हिस्सा होता है, जिस पर सिर
का भार टिका होता है। मस्तिष्क से निकलकर
सभी अंगों में पहुंचने वाली नसें और
नाडिय़ां इसी से होकर गुजरती हैं। जानिए
कान, बाल और गर्दन के अनुसार किस व्यक्ति का चरित्र
कैसा होता है-
छोटे कान- समुद्र शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के कान सामान्य से
थोड़े छोटे आकार के होते हैं, ऐसे लोग बहुत
बलशाली होते हैं। ये विश्वसनीय
भी होते हैं। साथ ही ये कला के
क्षेत्र में भी रूचि रखते हैं। यदि कोई इनसे कोई
वस्तु मांग ले, तो ये उसे मना नहीं करते।
मोटी गर्दन- समुद्र शास्त्र के अनुसार जिस इंसान
की गर्दन सामान्य से अधिक
मोटी होती है, आमतौर पर
उनकी नीयत खराब
होती है। ऐसे लोग भ्रष्ट चरित्र वाले,
व्यसनी, शराबी,
दु:स्साहसी, क्रोधी,
अहंकारी, उन्मादी तथा अधिक आक्रामक
होते हैं। इन पर बिल्कुल
भी भरोसा नहीं किया जा सकता।
दोमुंहे बाल- समुद्रशास्त्र के अनुसार व्यक्ति के सिर में एक
रोमकूप में एक बाल होना ही शुभ होता है। ऐसे
बाल ही उत्तम होते हैं, लेकिन यदि एक बाल से
कई शाखाएं निकली हों, तो ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य
थोड़ा खराब रहता है। ऐसे लोग दो विचारधाराओं के मध्य उलझे
रहते हैं। किसी निर्णय तक
नहीं पहुंच पाते, जिससे उन्हें
सफलता नहीं मिलती।
भी इंसान के स्वभाव को अच्छे से व्यक्त करता है।
कान मनुष्य की चौथी ज्ञान
इंद्री है। इसका एक हिस्सा शरीर के
बाहर दिखाई देता है, जबकि एक हिस्सा शरीर के
अंदर होता है। बाल मृत कोशिकाओं से बने होते हैं। मनुष्य के
चेहरे को आकर्षक बनाने में बालों का अहम योगदान होता है।
गर्दन शरीर का वह हिस्सा होता है, जिस पर सिर
का भार टिका होता है। मस्तिष्क से निकलकर
सभी अंगों में पहुंचने वाली नसें और
नाडिय़ां इसी से होकर गुजरती हैं। जानिए
कान, बाल और गर्दन के अनुसार किस व्यक्ति का चरित्र
कैसा होता है-
छोटे कान- समुद्र शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के कान सामान्य से
थोड़े छोटे आकार के होते हैं, ऐसे लोग बहुत
बलशाली होते हैं। ये विश्वसनीय
भी होते हैं। साथ ही ये कला के
क्षेत्र में भी रूचि रखते हैं। यदि कोई इनसे कोई
वस्तु मांग ले, तो ये उसे मना नहीं करते।
मोटी गर्दन- समुद्र शास्त्र के अनुसार जिस इंसान
की गर्दन सामान्य से अधिक
मोटी होती है, आमतौर पर
उनकी नीयत खराब
होती है। ऐसे लोग भ्रष्ट चरित्र वाले,
व्यसनी, शराबी,
दु:स्साहसी, क्रोधी,
अहंकारी, उन्मादी तथा अधिक आक्रामक
होते हैं। इन पर बिल्कुल
भी भरोसा नहीं किया जा सकता।
दोमुंहे बाल- समुद्रशास्त्र के अनुसार व्यक्ति के सिर में एक
रोमकूप में एक बाल होना ही शुभ होता है। ऐसे
बाल ही उत्तम होते हैं, लेकिन यदि एक बाल से
कई शाखाएं निकली हों, तो ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य
थोड़ा खराब रहता है। ऐसे लोग दो विचारधाराओं के मध्य उलझे
रहते हैं। किसी निर्णय तक
नहीं पहुंच पाते, जिससे उन्हें
सफलता नहीं मिलती।
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