Wednesday, July 2, 2014

ओफ़िस का वास्तुदोष

मानव जीवन का हर व्यवहार व्यापार और व्यवसाय के उपर निर्भर है, हम हमारे व्यापार
या व्यवसाय मे काफ़ी महेनत करते है फ़िर भी इच्छित
सफ़लता नहि मीलती इसका कारण दुकान या ओफ़िस का वास्तुदोष
भी हो सकता है. अत : हमे हमारी दुकान या ओफ़िस मे
भी वास्तुशास्त्र के नियमो का पालन करना चाहिए . दुकान या ओफ़िस मे वास्तुशास्त्र के नियम निम्न
प्रकार के है.
१ ) दुकान या ओफ़िस के सामने कचरा नही होना चाहिए . अगर दुकान या ओफ़िस की लंबाइ से दुगने अंतर पर हो तो विघ्नरुप
नही है.
२ ) दुकान या ओफ़िस पुर्वाभिमुख हो तो बहोत लाभदायक है, पश्चिमाभिमुख हो तो व्यवसाय मे तेजी- मंदी आती
रहेगी , उत्तराभिमुख हो तो धन - धान्य की वृद्धि होती है, दक्षिणाभिमुख इच्छनीय नही
है.
३ ) दुकान या ओफ़िस का मुख्य द्वार उतर -पुर्व ( इशान ) अथवा अग्नि तरफ़ के मुख का रखे.
४ ) केश बोक्स उतर दिशा मे खुले इस तरह रखे.
५ ) जिस व्यापार मे भठ्ठी का काम पडता हो तो भठ्ठी अग्नि कोण मे रखे.
६ ) शो रुम- शो केसीस और प्रदर्शित करने की वस्तुए दक्षिण अथवा पश्चिम तरफ़ की दिवार पर रखे.
७ ) इलेक्ट्रिक सामान या स्विच बोर्ड आदि अग्नि कोण मे रखे.
८ ) दुकान या ओफ़िस का इशान कोण खाली रखे वहा भारी वस्तुए ना रखे.
९ ) जन्मकुंडली मे राहू- शुक्र बलवान हो तो दक्षिणाभिमुख दुकान या ओफ़िस भी लाभदायी है.
१०) दुकान या ओफ़िस के मालिक को हंमेशा पुर्वाभिमुख होकर ही बैठना चाहिए . मालिक काउन्टर पर बैठते हो तो खुद
की दाहिनी तरफ़ उतर दिशा मे केश बोक्स खुले इस तरह केश बोक्स रखे.
११) दुकान या ओफ़िस त्रिकोणाकार या टेडी - मेडी नही होनी चाहिये ऐसी जगह पर व्यापार
करने से अशांति बनी रहेगी .
१२) दुकान या ओफ़िस पर दरवाजे के नीचे कोइ अवरोध नही होना चाहीये. आनेवाले ग्राहको को ठोकर लगे ऐसा कोइ
भी अवरोध ना हो.
१३) केश बुक , पासबुक, हिसाबी दस्तावेज या केश बोक्स जहा रखने मे आते उस तिजोरी को पवित्र रखे, उसके उपर स्वस्तिक आदि शुभ
चिन्ह रखे. उसमे ५ हल्दि गांठ , ५ कमल काकडी , और श्री यंत्र स्थापित करे जिससे व्यापार दीर्घकाल तक चलता रहे

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